+
महाराजगंज, बलिया में मोदीः  पूर्वांचल को राष्ट्रवाद के नाम पर जीतने की कोशिश

महाराजगंज, बलिया में मोदीः  पूर्वांचल को राष्ट्रवाद के नाम पर जीतने की कोशिश

प्रधानमंत्री मोदी पूर्वांचल के चुनाव के मद्देनजर अब राष्ट्रवाद को बीच में लाए हैं। उन्होंने आज महाराजगंज और बलिया में राष्ट्रवाद पर जनता से वोट मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने आज महाराजगंज और बलिया में देश को मजबूत करने के नाम पर वोट मांगे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर और शक्तिशाली होना ही भारत की ताकत है। पांचवें चरण के लिए हुई रैलियों में मोदी यूक्रेन का मुद्दा लाए थे और कहा था कि मजबूत देश के लिए मजबूत नेता चाहिए यानी उन्होंने सीधे अपने नाम पर वोट मांगे। अब छठे चरण के मतदान के लिए भी राष्ट्रवाद को मोदी भाषण में ले आए हैं। मोदी की आज महाराजगंज की रैली में कोई नयापन नहीं था।  

पीएम मोदी ने आज महाराजगंज और बलिया में कहा कि देश को खेत से लेकर समुद्र तक और स्पेस तक मजबूत बनाना है लेकिन घोर परिवारवादी लोग भारत को सशक्त नहीं बना सकते। कोरोना काल में जनता ने देखा कि कैसे इन घोर परिवारवादियों ने अंधविश्वास फैलाया। इसलिए मैं आप लोगों को सावधान करना चाहता हूं। इन लोगों ने यूपी और देश को बहुत पीछे धकेल दिया था। 

जिन जिलों को इन घोर परिवारवादियों ने पीछे धकेला था, उन्हें आगे लाने के लिए हम लोग बहुत मेहनत कर रहे हैं। इन वंशवादी नेताओं को दलित, पिछड़े, किसान, महिलाओं और युवाओं की चिंता नहीं है। दरअसल, यह चुनावी लड़ाई राष्ट्रवादियों और वंशवाद के बीच है।

प्रधानमंत्री ने भाषण में वैक्सीन का मुद्दा भी छेड़ा। मोदी ने कहा कि इन घोर परिवारवादियों ने वैक्सीन के खिलाफ देश के गरीबों को भड़काने की कोशिश की। जिस वैक्सीन पर देश के लोगों को गर्व होना चाहिए था, उसके खिलाफ इन लोगों ने प्रचार किया। दुनिया के बड़े-बड़े देश वैक्सीन लगाने में पीछे रह गए लेकिन भारत आगे निकल गया।

पीएम मोदी पिछले कई दिनों से पूर्वी उत्तर प्रदेश में बने हुए हैं। उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश की रैलियों में राष्ट्रवाद का छौंक लगाना शुरू कर दिया है। वह राष्ट्रवाद के मुद्दे पर जनता को इमोशनल करना चाहते हैं। कल शाम को उन्होंने वाराणसी में कहा था कि काशी में उनके मृत्यु की कामना की गई। एक तरह से उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा था, जिन्होंने हाल ही में बिना किसी का नाम लिए कहा था कि अंतिम समय में लोगों को काशी में रहना चाहिए।

यूपी में छठे चरण का चुनाव 3 मार्च को है। 58 सीटों के लिए पूर्वांचल के 10 जिलों में वोटिंग होगी। इनमें महाराजगंज और बलिया के अलावा बस्ती, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, संत कबीर नगर, आम्बेडकर नगर, बलरामपुर, गोरखपुर और देवरिया जिले हैं।

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें