सरकार ने विश्वास मत जीता; ये विपक्ष का फ्लोर टेस्ट, हमारा नहीं- पीएम
लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है। मोदी सरकार विश्वास मत जीत गई है। इसके साथ ही सदन स्थगित कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बीच हंगामा हुआ और विपक्ष ने वाकआउट कर दिया था। वैसे, विपक्ष ने कहा था कि वह संख्या के लिए यह प्रस्ताव नहीं लाया है, बल्कि मणिपुर हिंसा पर चर्चा चाहता है और प्रधानमंत्री मोदी को बयान देने के लिए मजबूर करना चाहता है। चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर के लोगों को आश्वासन दिया कि यह देश उनके साथ है। पीएम ने कहा, 'मैं मणिपुर के लोगों से आग्रह पूर्वक कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है। वहां फिर से शांति की स्थापना होगी। अकेले मणिपुर के लिए चर्चा करने हेतु गृहमंत्री जी ने चिट्ठी लिखी। लेकिन इनमें (विपक्ष) साहस नहीं था, इरादा नहीं था और पेट में पाप था। दर्द पेट में हो रहा था और फोड़ रहे थे सिर। ये इसी का परिणाम था।'
इससे पहले पीएम ने कहा कि बार-बार लोगों द्वारा विश्वास जताने के लिए वह धन्यवाद देने आए हैं। अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए विपक्ष का धन्यवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये विपक्ष का फ्लोर टेस्ट है, हमारा नहीं। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, 'अविश्वास मत हमारे लिए हमेशा भाग्यशाली होता है'। पीएम ने कहा, 'मैंने 2018 में कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव हमारा नहीं, बल्कि विपक्ष का फ्लोर टेस्ट है। जब एक साल बाद चुनाव हुए तो विपक्ष अपने पास मौजूद वोट नहीं जुटा सका। यहां तक कि लोगों ने भी विपक्ष के प्रति अपना अविश्वास व्यक्त किया।'
पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'एक गंभीर चर्चा की जरूरत थी। लेकिन आपके लिए राजनीति प्राथमिकता थी। कई विधेयक गरीबों, पिछड़ों, दलितों से जुड़े थे लेकिन विपक्ष को इसमें कोई दिलचस्पी नहीं थी। विपक्ष ने लोगों को धोखा दिया।'
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, 'विपक्ष ने अपने आचरण से अपने व्यवहार से ये सिद्ध कर दिया है कि उनके लिए देश से बड़ा दल है। आपको गरीब की भूख की चिंता नहीं है बल्कि सत्ता की भूख आपके दिमाग में सवार है। आपको अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता है।' उन्होंने कहा, 'हर बार आपने देश को निराशा के अलावा कुछ नहीं दिए। विपक्ष को कहूंगा, जिनके बही खाते खुद के बिगड़े हुए हैं वो भी हमसे हमारा हिसाब लिए फिरते हैं।'
अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए पीएम ने कहा, 'पाकिस्तान हमारी सीमाओं पर हमला करता था, हमारे देश में आतंकवादी भेजता था। वह अपनी भूमिका से इनकार करता था और कांग्रेस उन पर विश्वास करती थी। कांग्रेस हुर्रियत और दूसरे अलगाववादियों पर विश्वास करती थी। हमने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की। आज, जब भी कोई भारत के बारे में कुछ बुरा कहता है, तो वे उस पर विश्वास करते हैं।' प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा,
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कांग्रेस के शासन में भारतीय अर्थव्यवस्था 10वें या 11वें स्थान पर रहती थी। 2014 के बाद यह टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। जब आप 2028 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे, तो भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री (लोकसभा में)
उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा, 'उनके पास एक गुप्त आशीर्वाद है और वह है, जिनके लिए वे बुरा चाहते हैं उनके साथ अच्छा होता है। मैं इसका प्रमुख उदाहरण हूं।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम सबका एक ही फोकस होना चाहिए... देश का विकास, देश के लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प और संकल्प को सिद्धि तक ले जाने के लिए जी-जान से जुट जाना...यही समय की मांग है।' उन्होंने कहा, 'इतिहास में एक समय ऐसा आता है जब वो पुरानी बंदिशों को छोड़ कर एक नई ऊर्जा के साथ, नए सपनों के साथ, नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने के लिए कदम उठा लेता है।'
Speaking in the Lok Sabha. https://t.co/FVFoofiMkA
— Narendra Modi (@narendramodi) August 10, 2023
पीएम ने कहा, 'आपने इस प्रस्ताव पर किस तरह की चर्चा की है। मैं सोशल मीडिया पर देख रहा हूं कि आपके दरबारी भी बहुत दुखी हैं। विपक्ष ने फील्डिंग का आयोजन किया था लेकिन चौके-छक्के यहीं से लगे...'।
उन्होंने कहा, 'कहते हैं भगवान बहुत दयालु है। भगवान की मर्जी होती है तो वो किसी न किसी को माध्यम बनाता है। मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर ने विपक्ष को सुझाया और वो अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए।'
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा,
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कांग्रेस के पास न नीति है, न नीयत है और न विज़न है, न वैश्विक अर्थव्यवस्था की समझ है और न भारत के अर्थ जगत की ताकत का पता है।
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
अपनी सरकार की तारीफ़ करते हुए पीएम ने कहा, 'गरीब के दिल में भी अपने सपने पूरा करने का भरोसा पैदा हुआ है। आज देश में गरीबी तेजी से घट रही है। नीति आयोग के मुताबिक पिछले 5 साल में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं।'
पीएम का राहुल पर हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी के एक दिन पहले दिए भाषण को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, 'लंका हनुमान ने नहीं जलाई, उनके घमंड ने जलाई और ये बिल्कुल सच है। जनता जर्नादन भी भगवान राम के ही रूप हैं। इसलिए 400 से 40 हो गए।'
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'मैं कांग्रेस की मुसीबत समझता हूं कि वर्षों से एक ही फेल प्रोजेक्ट को बार-बार लॉन्च करते हैं। हर बार लॉन्चिंग फेल हो जाती है। अब उसका नतीजा ये हुआ है कि मतदाताओं के प्रति उनकी नफरत भी सातवें आसमान पर पहुंच गई है। लेकिन पीआर वाले प्रचार क्या करते हैं मोहब्बत की दुकान का प्रचार करते हैं। देश की जनता भी कह रही है ये है लूट की दुकान, झूठ का बाजार। इसमें नफरत है, घोटाले हैं, तुष्टीकरण है, मन काले हैं।'
ये वर्षों से एक ही failed product को बार-बार लॉन्च करते हैं।
— BJP (@BJP4India) August 10, 2023
हर बार लॉन्चिंग fail हो जाती है।
अब उसका नतीजा ये हुआ है कि मतदाताओं के प्रति उनकी नफरत भी सातवें आसमान पर पहुंच गई है।
- पीएम @narendramodi pic.twitter.com/sLUrYrcBoi
विपक्ष पर हमला
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारे संविधान निर्माताओं ने वंशवादी राजनीति की आलोचना की थी क्योंकि यह आम लोगों के अधिकारों के लिए हानिकारक है। मैं देश को याद दिलाना चाहता हूँ कि यह नामदारों और कामदारों के बीच की लड़ाई है।' उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, 'भारत में पहला I (विपक्षी गुट) 26-पार्टियों के अहंकार के लिए खड़ा है जो इस गुट का हिस्सा हैं, और अन्य में एक परिवार के अहंकार का पक्षधर।' उन्होंने कहा, 'मैं विपक्ष के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूं। कुछ दिन पहले आपने बेंगलुरु में यूपीए का अंतिम संस्कार किया था। मुझे अपनी सहानुभूति पहले व्यक्त करनी चाहिए थी। इसमें मेरा कोई कुसूर नहीं है। एक तरफ आप यूपीए का दाह संस्कार भी कर रहे थे और जश्न भी मना रहे थे।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'विपक्षी दलों को लगता है कि वे अपने गठबंधन का नाम बदलकर भारत पर शासन करेंगे। हालाँकि, यह अहंकारी पार्टियों के जमावड़े के अलावा और कुछ नहीं है और मैं उन्हें याद दिलाना चाहूंगा कि केवल यूपीए का नाम बदलने से उनकी किस्मत नहीं पलट जाएगी।' इस बीच, विपक्ष लोकसभा से वाक आउट कर गया।
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष 2028 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए। मैं विपक्ष से यह कहना चाहता हूं कि अगली बार थोड़ी तैयारी कर के आइएगा। थोड़ा दिमाग वाला काम कीजिए।