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संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से 9 फ़रवरी तक: रिपोर्ट

संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से 9 फ़रवरी तक: रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव से ऐन पहले पेश किया जाने वाला अंतरिम बजट में मोदी सरकार क्या उठाने जा रही है क़दम? क्या चुनाव को ध्यान में रखकर तैयार की जाएगी?

लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का आख़िरी बजट अंतरिम बजट के रूप में पेश किया जाएगा। इसके लिए संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से 9 फरवरी तक चलने वाला है। टाइम्स नाउ ने यह ख़बर दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश करेंगी। समझा जाता है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह लोक लुभावन बजट होगा।

वित्त मंत्रालय ने बजट सत्र से पहले विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से अनुदान की अनुपूरक मांगों के दूसरे और अंतिम बैच के लिए ख़र्च के प्रस्ताव मांगे हैं।

पिछले वर्षों के विपरीत यह बजट पूर्ण बजट की बजाय अंतरिम बजट होगा क्योंकि अब से दो या तीन महीने बाद लोकसभा चुनाव होने हैं। सत्तारूढ़ सरकार चुनावी वर्ष में या फिर जब पूर्ण बजट के लिए पर्याप्त समय नहीं होता है तब संसद में अंतरिम बजट पेश करती है। पूरे वार्षिक बजट का मसौदा चुनाव के बाद कार्यभार संभालने वाली नई सरकार द्वारा तैयार किया जाएगा।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उद्घाटन के मौके पर दोनों सदनों को संबोधित करेंगी, जो आधिकारिक तौर पर संसद में बजट सत्र की शुरुआत का प्रतीक है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अंतरिम बजट में महिला किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि को दोगुना करने का प्रस्ताव हो सकता है। इससे सरकार को 12,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 फरवरी को बजट में इसका खुलासा होने की उम्मीद है।

इस साल पिछले वर्षों की तरह एक लंबे आर्थिक सर्वेक्षण के बजाय, 1 फरवरी को अंतरिम बजट से पहले 2024-25 के लिए भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट पेश किए जाने की उम्मीद है।

आम चुनाव से पहले यह 17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र होगा और सरकार लेखानुदान के जरिए जुलाई 2024 तक चार महीने के लिए संसद से खर्च की मंजूरी मांगेगी।

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