कमल नाथ-दिग्विजय के करीबी मिर्ची बाबा रेप केस में गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रीद्वय कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के करीबियों में शुमार बहुचर्चित मिर्ची बाबा को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वे मध्य प्रदेश कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में भी रहे हैं। भोपाल की एक महिला ने बाबा पर बलात्कार का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत पर एक्शन हुआ है।
जानकारी के अनुसार, मिर्ची बाबा की गिरफ्तारी ग्वालियर से हुई है। ग्वालियर और भोपाल पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर एक होटल से उन्हें पकड़ा है।
बाबा पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला भोपाल के पड़ोसी जिले रायसेन की मूल निवासी है। महिला की उम्र 24 साल है। महिला ने शिकायत में कहा है, ‘उसकी शादी को 4 साल हो चुके हैं। संतान नहीं हो रही थी। बाबा के संपर्क में आयी। संतान नहीं होने की जानकारी दी। बाबा ने पूजा-पाठ के बहाने अपने ठिकाने पर बुलाया। इलाज के नाम पर नशे की गोलियां दीं। गोलियां लेने के बाद जब वह बेसुध हो गई तो उन्होंने रेप किया।’
महिला ने 8 अगस्त को भोपाल के महिला थाने में शिकायत की। शिकायत के अनुसार बाबा ने 7 जुलाई 2022 को इस घटना को अंजाम दिया था। विरोध करने पर बाबा ने उसे चुप कराते हुए कहा, ‘बच्चा ऐसे ही पैदा होता है।’
‘बाबा ने भक्तों को भंडारे का न्यौता दिया’
बाबा के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर 4 अगस्त को जारी एक ‘संदेश’ में बाबा ने बताया था, ‘4 अगस्त से गिरगांव महादेव (ग्वालियर) में चल रहे शिव महापुराण के चतुर्थ दिवस को समस्त गिरगांव के वरिष्ठजनों के साथ विशाल भंडारे को लेकर बैठक की। सभी शिव भक्तों के सहयोग से ये पूर्णाहूति का भंडारा 10 अगस्त को संपन्न होगा। सभी प्रभु प्रेमी सपरिवार सादर आमंत्रित हैं।
दिग्विजय-कमल नाथ के लिये अनुष्ठान
मिर्ची बाबा 2019 के लोकसभा चुनाव में तब राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में आये थे जब उन्होंने भोपाल से कांग्रेस के प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लिये 5 क्विंटल मिर्ची का यज्ञ कराया था। बाबा ने बड़ी तादाद में साधु-संतों को जुटाया था। मज़मेबाजी के बीच यह यज्ञ हुआ था। दिग्विजय सिंह सपत्नीक इस यज्ञ में शामिल हुए थे।
कमल नाथ के स्वास्थ्य लाभ के लिये भोपाल में किया गया एक अनुष्ठान भी चर्चाओं में रहा था। बाबा के इस अनुष्ठान में पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी के चीफ कमल नाथ पहुंचे थे। अनुष्ठान और नाथ का वहां पहुंचना देश भर की मीडिया की सुर्खियां बना था।
बाबा को अनेक बार कांग्रेस के मंचों पर देखा जाता रहा है। कांग्रेस के तमाम दिग्गज लीडरानों के एक आयोजन में मंच पर कुर्सी नहीं मिलने पर बाबा दर्शकों के बीच खुले मैदान में ‘डट’ गये थे। आनन-फानन में मंच पर बाबा के लिये कुर्सी लगवाई गई थी। काफी मान-मनोव्वल के बाद बाबा मंच पर आये थे।
मिर्ची बाबा कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की अधिकारिक सूची में भी शुमार रहे हैं। चुनावों में उन्होंने प्रचारक की हैसियत से चुनाव प्रचार किया। कमल नाथ ने सत्ता में आने पर बाबा को मंत्री का दर्जा दिया था। उन्हें सरकारी सुविधाएं दी गई थीं।
अपने विवादास्पद बयानों को लेकर भी वे चर्चाओं में रहते हैं। हाल ही में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी के गोवा के होटल विवाद के बीच भी उन्होंने विवादास्पद बयान दिया था। हालांकि उनके बयान को ईरानी अथवा भाजपा ने तवज्जो नहीं दी थी।
महामंडलेश्वर होने का दावा करते हैं बाबा
मिर्ची बाबा का नाम वैराग्यानंद गिरी है। वे बाद में मिर्ची बाबा बने। स्वयं को गोरक्षक बताते हैं। उनका दावा यह भी है कि वे, ‘हरिद्वार के पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर हैं।’
सुर्खियों में बने रहना बाबा का शगल रहा है। इसी साल 20 जनवरी को उन्होंने गो-शालाओं में घास न पहुंचने और गोहत्या के विरोध में मुख्यमंत्री आवास तक पैदल पहुंच कर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठने की घोषणा की थी। पुलिस उनके भोपाल स्थित घर पर पहुंच गई और वे वहीं अनशन पर बैठ गए थे। आश्वासनों के बाद अनशन खत्म किया था।
अब महिला थाने में ‘सरकारी मेहमान’
रेप केस में पकड़े जाने के बाद मिर्ची बाबा फिलहाल, भोपाल के महिला थाने के लॉकअप के ‘सरकारी मेहमान’ हो गये हैं।
इस पूरे मामले पर कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी है। बाबा पार्टी के बड़े नेताओं के करीबी रहे हैं, लिहाजा प्रवक्ता और छोटे कांग्रेसी नेता इस मसले पर बात करने से इनकार कर रहे हैं।