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झांसी: पॉलिटेक्निक कॉलेज में नाबालिग से बलात्कार का आरोप, 8 गिरफ़्तार

झांसी: पॉलिटेक्निक कॉलेज में नाबालिग से बलात्कार का आरोप, 8 गिरफ़्तार

झांसी से ख़बर है कि यहां नाबालिग युवती से बलात्कार हुआ है और अभियुक्तों ने लूटपाट कर उसके पैसे भी छीन लिए। पीड़िता के परिवार की ओर से एफ़आईआर दर्ज कराई गई है। 

हाथरस, बलरामपुर की घटनाओं से उत्तर प्रदेश दहला हुआ है, लोग चर्चा कर रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ अपराध पर नियंत्रण लगाने में फ़ेल साबित हुए हैं और इसी बीच हर दिन कई जघन्य वारदात होने की ख़बरें आती रहती हैं। 

उत्तर प्रदेश के ही झांसी से ख़बर है कि यहां नाबालिग युवती से बलात्कार हुआ है और अभियुक्तों ने लूटपाट कर उसके पैसे भी छीन लिए। पीड़िता के परिवार की ओर से एफ़आईआर दर्ज कराई गई है। 

यह घटना झांसी के थाना सीपरी बाज़ार क्षेत्र के पॉलिटेक्निक कॉलेज में हुई है। पीड़िता का कहना है कि वह अपने दोस्त से मिलने के लिए पॉलिटेक्निक कॉलेज में गई थी। उसने आरोप लगाया है कि वहां मौजूद कुछ लड़कों ने उसके दोस्त के साथ मारपीट की, उसे कॉलेज के अंदर खींचकर ले गए और उनमें से एक शख़्स ने उसके साथ बलात्कार किया। 

पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बलात्कार के दौरान पीड़िता का वीडियो बनाए जाने की भी ख़बर है। हैरानी की बात यह है कि पीड़िता के साथ यह घटना जिस कैंपस में हुई है, वहां प्रोविंशियल सिविल सर्विसेस (पीसीएस) की परीक्षाएं चल रही हैं और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पीड़िता ने रोते हुए ये सारी घटना पुलिसकर्मियों को बताई। 

अभियुक्त पॉलिटेक्निक कॉलेज के ही छात्र हैं। कॉलेज का प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि क्या वे हॉस्टल में ही रहते हैं या नहीं। एसएसपी के मुताबिक़, घटना के दो मुख्य अभियुक्त रोहित कुमार सैनी और भरत कुमार कुशवाहा हैं। इसके अलावा शैलेन्द्र नाथ पाठक, मयंक शिवहरे, विपिन तिवारी, मोनू पार्या, धर्मेन्द्र सेन व संजय कुशवाहा लूटपाट की वारदात में शामिल हैं। इन सभी को गिरफ़्तार कर लिया गया है। इनके ख़िलाफ़ 120बी, 376डी, आईटी एक्ट और पॉक्सो एक्ट की धारा 3/4 के तहत मुक़दमा दर्ज कराया गया है। एसएसपी ने कॉलेज प्रशासन से कहा है कि वह इन अभियुक्तों के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध करवाए। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया और कहा कि ये बेहद शर्मनाक वाकया है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश की कानून व्यवस्था के साथ मजाक नहीं तो और क्या है। 

हाथरस के मामले में हमने देखा कि पुलिस किस तरह लापरवाही करती रही। कई दिन बाद पुलिस ने गैंगरेप की धारा जोड़ी। परिजनों को युवती का मुंह तक न दिखाने वाली और जोर-जबरदस्ती के दम पर युवती का अंतिम संस्कार कर देने वाली पुलिस लगातार बढ़ते अपराधों के कारण सवालों के घेरे में है। झांसी की घटना से पता चलता है कि उचक्कों और बदमाशों में पुलिस का ख़ौफ़ नहीं है। 

बलरामपुर में बलात्कार की घटना

हाथरस के बाद बलरामपुर में हुई घटना में 22 साल की एक दलित युवती के साथ दो लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था और उसके दोनों पांव और कमर को तोड़ दिया था। बी.कॉम दूसरे वर्ष की यह छात्रा अपनी फ़ीस जमा करने के लिए घर से निकली थी। परिवार का कहना था कि वह एक प्राइवेट फर्म में काम भी करती थी। उन्होंने कहा कि जब वह फ़ीस जमा करके वापस लौट रही थी तो उसका अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया गया। 

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