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बीजेपी का मुद्दा भ्रष्टाचार नहीं, 2024 में केजरीवाल हैं: सिसोदिया

बीजेपी का मुद्दा भ्रष्टाचार नहीं, 2024 में केजरीवाल हैं: सिसोदिया

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर से उनके ख़िलाफ़ छापे के लिए निशाना साधा है। जानिए उन्होंने क्यों कहा कि बीजेपी को 2024 के चुनाव में अरविंद केजरीवाल से डर लगता है?

आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा है कि बीजेपी का असली मुद्दा भ्रष्टाचार है ही नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल हैं। उन्होंने बीजेपी सरकारों में हुई कथित 'गड़बड़ियों' में जाँच नहीं कराने का आरोप लगाते हुए कहा है कि यदि भ्रष्टाचार मुद्दा होता तो सीबीआई की छापेमारी वहाँ होती। उन्होंने दावा किया कि उनके घर पर छापे इसलिए मारे जा रहे हैं कि 2024 में अरविंद केजरीवाल को षड्यंत्र कर रोका जाए। 

सिसोदिया ने कहा है, 'उनका मुद्दा भ्रष्टाचार नहीं है, उनका मुद्दा अरविंद केजरीवाल जी को रोकना है। लेकिन वे कितनी भी कोशिश कर लें, चाहे कितनी भी साजिशें करें, 2024 का चुनाव नरेंद्र मोदी जी और अरविंद केजरीवाल के बीच होगा।'

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार अपने सहयोगी सत्येंद्र जैन का जिक्र करते हुए कहा कि केजरीवाल के शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को झूठे आरोपों में जेल में डालने की साज़िश रची जा रही है।

सिसोदिया ने एक अन्य ट्वीट में कहा है, 'अगर मुद्दा शराब माफिया के भ्रष्टाचार को रोकना होता तो सीबीआई की पहली छापेमारी गुजरात में होती।'

सीबीआई द्वारा आबकारी नीति के मामले में नंबर एक आरोपी के रूप में नामित सिसोदिया ने आरोप लगाया कि 'अगर इनका मुद्दा भ्रष्टाचार होता तो जांच 14,000 करोड़ रुपए के उस घोटाले की हो रही होती जो बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनाने में किया गया, जो प्रधानमंत्री जी के उद्घाटन करने के 5 दिन के अंदर ही ज़मीन में धंस गया। अगर इनका मुद्दा भ्रष्टाचार होता, तो सीबीआई की रेड वहाँ होती।'

शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि सीबीआई अधिकारियों को "आलाकमान" ने उनके घर पर छापा मारने का निर्देश दिया था। उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को रोकने के लिए यह किया गया क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में उनके काम की दुनियाभर में चर्चा हो रही है।

सीबीआई ने दिल्ली की आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद शुक्रवार को सिसोदिया और आईएएस अधिकारी अरवा गोपी कृष्ण के अलावा 29 अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी।

क़रीब 14 घंटे की छापेमारी के बाद सीबीआई के अधिकारी कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट अपने साथ ले गए। अधिकारियों ने मनीष सिसोदिया से जुड़े वित्तीय दस्तावेज भी उनके आवास से जब्त किए हैं।

सीबीआई की प्राथमिकी में दावा किया गया है कि एक शराब कारोबारी ने मनीष सिसोदिया के सहयोगी को एक करोड़ रुपये नकद दिए।

हालाँकि, सिसोदिया ने किसी भी ग़लत काम से इनकार किया और कहा कि आबकारी नीति पूरी पारदर्शिता के साथ लागू की गई थी। मंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन यह उनकी पार्टी को अच्छा काम करने से नहीं रोकेगा।

उन्होंने दोहराया कि गुरुवार को न्यूयॉर्क टाइम्स में पहले पन्ने पर दिल्ली शिक्षा मॉडल की ख़बर छपने पर केंद्र ग़ुस्से में था।

इधर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया शराब 'घोटाले' में सिर्फ एक आरोपी हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल किंगपिन हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के आम चुनाव में बीजेपी को मुख्य चुनौती देने वाले आप के दावे पर, अनुराग ठाकुर ने कहा, 'आप ने पहले भी बड़े दावे किए लेकिन पीएम मोदी के सामने खड़ा नहीं हो सकी।'

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