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त्रिपुरा में टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमले के पीछे अमित शाह: ममता बनर्जी

त्रिपुरा में टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमले के पीछे अमित शाह: ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों पर हालिया हमले की साज़िश रचने का आरोप लगाया।

त्रिपुरा में टीएमसी कार्यकर्ताओं पर कथित हमले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों पर हालिया हमले की साज़िश रचने का आरोप मढ़ा।

ममता का यह आरोप उनके भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और अन्य टीएमसी कार्यकर्ताओं पर दो अलग-अलग मामलों में हालिया हमलों के मद्देनज़र आया है। टीएमसी की संगठनात्मक गतिविधियों के लिए त्रिपुरा में डेरा डाले हुए पार्टी के युवा नेता सुदीप राहा और जया दत्ता 7 अगस्त को धलाई ज़िले के अंबासा में कथित तौर पर सत्तारूढ़ बीजेपी समर्थकों द्वारा किए गए हमले में घायल हो गए। इसके बाद से अभिषेक बनर्जी सहित पार्टी के दूसरे नेता भी लगातार बीजेपी पर इन हमलों के लिए आरोप लगा रहे हैं।

एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती घायल पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर ममता बनर्जी ने कहा, 'इस तरह के हमले केंद्रीय गृह मंत्री के सक्रिय समर्थन के बिना संभव नहीं होते। वह इन हमलों के पीछे हैं जो त्रिपुरा पुलिस के सामने किए गए क्योंकि वह मूकदर्शक बनी रही। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री में इस तरह के हमलों का आदेश देने का दुस्साहस नहीं है।'

उन्होंने कहा कि बीजेपी त्रिपुरा, असम, उत्तर प्रदेश और जहाँ भी वह सत्ता में है, वहाँ अराजक सरकार चला रही है। उन्होंने कहा, 'हम त्रिपुरा में अभिषेक और हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों की निंदा करते हैं।'

इस मामले में अभिषेक बनर्जी ने एक दिन पहले ही ट्वीट कर कहा है, 'त्रिपुरा में गिरफ्तार किए गए तृणमूल कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को मिली जमानत। सत्यमेव जयते! मैं उन्हें कोलकाता ले जा रहा हूँ क्योंकि उन्हें गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें चिकित्सा से वंचित कर दिया गया था। बिप्लब कुमार देब आप कोशिश करते रह सकते हैं लेकिन आपके सारे संसाधन कम पड़ जाएंगे! मेरी बात याद रखना।' 

अभिषेक बनर्जी ने पहले 2 अगस्त को आरोप लगाया था कि त्रिपुरा में उनकी गाड़ी पर भी हमला किया गया था। कथित घटना का एक वीडियो साझा करते हुए अभिषेक बनर्जी ने पहले ट्वीट कर तंज कसा था, 'भाजपा शासन के तहत त्रिपुरा में लोकतंत्र! राज्य को नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए बिप्लब कुमार देब को बधाई।' उस वीडियो में बीजेपी के झंडे पकड़े सड़क किनारे खड़े लोग उनकी चलती कार को लाठियों से मारते हुए दिखाई दे रहे थे। 

हालाँकि अंबासा में तृणमूल समर्थकों पर हमले या पार्टी कार्यालय को नुक़सान पहुँचाए जाने के मामले में बीजेपी ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के शामिल होने से इनकार किया है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने कहा, 'तृणमूल कांग्रेस हमारे लिए राजनीतिक ख़तरा भी नहीं है। उनके पास यहाँ एक भी पंचायत सीट जीतने की ताक़त नहीं है। हम त्रिपुरा में टीएमसी से चिंतित नहीं हैं।'

बता दें कि पश्चिम बंगाल में भी विधानसभा चुनाव से पहले और बाद में बीजेपी ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं पर ऐसे हमले के आरोप लगाए थे। चुनाव नतीजे के बाद तो बीजेपी ने बड़े पैमाने पर यह अभियान चलाया था कि बीजेपी समर्थकों को चुन-चुन कर निशाना बनाया गया। तब पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तूफ़ान खड़ा किया गया था और राष्ट्रपति शासन तक की मांग की गई थी।  

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