महाराष्ट्रः कैसी सरकार चल रहे हैं फडणवीस, दो मंत्रियों ने छवि खराब की, दो जगह हिंसा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर दो मंत्रियों धनंजय मुंडे और नीतेश राणे को कैबिनेट से बाहर करने के लिए विपक्ष ने दबाव बढ़ा दिया है। धनंजय मुंडे का संबंध एक ऐसे आरोपी से जोड़ा गया है जिसने फिरौती नहीं मिलने पर एक सरपंच की हत्या की थी। विपक्ष का आरोप है कि धनंजय मुंडे महाराष्ट्र में फिरौती का रैकेट चला रहे हैं। नीतेश राणे अपने बयानों के लिए पहले से ही बदनाम हैं। लेकिन केरल के मतदाताओं के बारे में आपत्तिजनक बयान देने की वजह से फडणवीस सरकार की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब हुई। चूंकि महाराष्ट्र में विदेश निवेश काफी आता है तो इसे उस नजरिये से देखा जा रहा है।
कौन है वाल्मीकि कराड और धनंजय से क्या संबंध है
विपक्ष का आरोप है कि मंत्री धनंजय मुंडे राज्य में आपराधिक इतिहास वाले वाल्मीकि कराड के जरिये फिरौती का रैकेट चला रहे हैं। बीड जिले में 9 दिसंबर 2024 को कैज तहसील के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की दिल दहला देने वाली हत्या की गई। देशमुख पर 350 बार रॉड से वार करने के बाद कथित तौर पर उनकी हत्या की गई थी। घायल संतोष देशमुख ने जब पानी मांगा तो आरोपी ने उनके मुंह में पेशाब कर दिया। यह सारी क्रूरता कथित तौर पर बीड जिले के एक "राजनीतिक रूप से शक्तिशाली" व्यक्ति के वीडियो कॉल पर लाइव स्ट्रीम की गई थी।विपक्ष के नेताओं ने आरोप लगाया कि हत्या को "लाइव" देखने वाला व्यक्ति महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री धनंजय मुंडे का करीबी वाल्मीकि कराड था। सरपंच संतोष देशमुख की हत्या ने भानुमती का पिटारा खोल दिया। जिससे बीड की भयावह राजनीति का पता चलता है जो बाहुबल और धनबल पर पनपी है। विपक्ष के आरोप के मुताबिक वाल्मीकि कराड बीड में एक कुख्यात व्यक्ति है। वह अवाडा पवनचक्की कंपनी के कर्मचारी द्वारा उसके खिलाफ दर्ज कराए गए जबरन वसूली के मामले में फरार है।
पुलिस का कहना है कि हत्या के मामले में आरोपी चार लोगों ने 6 दिसंबर को कंपनी का दौरा किया था। उन्हें मसजोग के गार्ड ने गेट पर रोक दिया था, जहां सरपंच संतोष देशमुख भी मौजूद थे। चारों लोग गार्ड के रोकने पर नाराज हो गये और उसे धमकी दी। गार्ड ने मदद के लिए सरपंच देशमुख को बुला लिया। सरपंच मौके पर आए। यहीं पर देशमुख और चार लोगों के बीच विवाद हुआ था। तीन दिन बाद आरोपियों ने देशमुख का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी।
इस मामले में मीडिया ने जब मुख्यमंत्री फडणवीस से बात की तो उन्होंने कहा- ''मैं इस राजनीति में नहीं पड़ना चाहता, लेकिन हम उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे जिनके खिलाफ हमें सबूत मिलेंगे। जांच में किसी का कोई दबाव नहीं होगा। हम गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण काम संतोष देशमुख की हत्या के आरोपियों को सजा दिलाना है।'' हालांकि महाराष्ट्र बीजेपी के प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने इस पर कोई भी बयान देने से मना कर दिया।
विपक्ष का आरोप है कि आरोपी वाल्मीकि कराड को मंत्री धनंजय मुंडे के लिए उनकी रैलियों और बैठकों से लेकर उनके चुनाव अभियान तक सब कुछ मैनेज करने के लिए जाना जाता है। धनंजय मुंडे भाजपा के दिग्गज नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे हैं। उनके पास खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग है। फरार चल रहे वाल्मीकि कराड ने मंगलवार को सरेंडर कर दिया। आरोप है कि फडणवीस सरकार उसे बचाने की कोशिश कर रही है।
वाल्मीकि कराड कभी भाजपा गोपीनाथ मुंडे के घर पर नौकर था लेकिन धीरे-धीरे उसने नेता का विश्वास हासिल कर लिया। इसके बाद वो गोपीनाथ मुंडे के भाई और धनंजय मुंडे के पिता पंडित अन्ना मुंडे का भी करीबी बन गया। जब धनंजय मुंडे ने 2013 में भाजपा छोड़ी और एनसीपी में में शामिल हुए, तो वो कराड को भी साथ ले गये। इन वर्षों में, मुंडे परिवार के समर्थन से, बीड जिले में कराड का दबदबा बढ़ गया। वह पहली बार 2001 में नगरसेवक बना। वह परली नगरपालिका परिषद का उपाध्यक्ष और अध्यक्ष रहा। इस समय वो बीड जिला योजना और विकास समिति का सदस्य है।
एनसीपी शरद पवार के सीनियर नेता और विधायक जितेंद्र अव्हाण ने पिछले हफ्ते धनंजय मुंडे की चचेरी बहन पंकजा मुंडे के एक भाषण का एक छोटा वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था। बिना तारीख वाले वीडियो में, वह एक रैली को संबोधित करते हुए पूछ रही हैं कि भीड़ में वाल्मिक कराड कहां है, "वह व्यक्ति जिसके बिना धनंजय मुंडे काम नहीं कर सकते।" पत्रकारों से बात करते हुए अव्हाण ने कहा, “कराड को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन उसे संचालित करने वाले वरिष्ठ अभी भी बाहर हैं। महाराष्ट्र के इतिहास में जब भी किसी मौजूदा मंत्री पर गलत काम के आरोप लगे हैं, उसने कुर्सी छोड़ी है।' बहरहाल, कराड की गिरफ्तारी और धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग को लेकर शनिवार को बीड में बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ था।
नीतेश राणे का मामला
पिछले रविवार को फडणवीस सरकार के मंत्री नीतेश राणे ने पुणे जिले के पुरंदर तालुका में एक रैली को संबोधित करते हुए, केरल को "मिनी-पाकिस्तान" कहा। यह भी कहा कि इसीलिए राहुल और प्रियंका गांधी जैसे कांग्रेस नेता राज्य से चुने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "सभी आतंकवादी उन्हें वोट देते हैं।" नीतेश राणे के पिता नारायण राणे, भाई नीलेश और खुद नीतेश अक्सर विवादों में रहे हैं। पिछले दिनों नारायण राणे ने एक मुख्यमंत्री को थप्पड़ मारने की बात कही थी। उन पर कथित तौर पर एक कांग्रेस विधायक के अपहरण का मामला चल रहा है। पिछले साल उन्होंने सिंधुदुर्ग के मालवन में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति पर विवाद होने के बाद कहा था कि वह महाविकास अघाड़ी (एमवीए) कार्यकर्ताओं के घरों में घुस जाएंगे और उन्हें मार डालेंगे।नारायण राणे के बड़े बेटे, नीलेश राणे पर अक्सर राजनीतिक विरोधियों के बारे में बोलते समय अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का आरोप है। नीतेश जो फडणवीस कैबिनेट में मत्स्य पालन विभाग संभालते है, भाजपा की तीखी आवाज बन गए हैं। भाजपा कभी विधायक के बयानों को व्यक्तिगत नेता की टिप्पणी बताकर उनसे पल्ला झाड़ लेती है तो कभी चुप्पी साध लेती है। 2023 से अब तक नीतेश राणे ने हिंदुत्व संगठनों के एकछत्र संगठन, सकल हिंदू समाज द्वारा आयोजित कई 'हिंदू जन आक्रोश' रैलियों में भाग लिया, मुसलमानों के बारे में बयान दिए जिसके कारण उन पर नफरत फैलाने वाले भाषण के लिए मामला दर्ज किया गया।