महाराष्ट्रः मंत्री हसन मुशरिफ की कार पर हमला, नहीं थमी मराठा कोटा हिंसा

12:21 pm Nov 01, 2023 | सत्य ब्यूरो

महाराष्ट्र में मराठा कोटा आंदोलन जारी है। कुछ स्थानों से हिंसा के समाचार हैं। राज्य में कई जगह मंडियां बंद हैं। महाराष्ट्र के मंत्री हसन मुश्रीफ के काफिले में बुधवार 1 नवंबर को अज्ञात लोगों ने एक गाड़ी में तोड़फोड़ की। घटना के सिलसिले में मुंबई पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। घटना के वक्त मंत्री मुशरिफ गाड़ी में मौजूद नहीं थे। इस घटना के बाद मंत्री के घर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

महाराष्ट्र की कुछ मंडिया बुधवार को कोटा आंदोलनकारियों के समर्थन में बंद हैं। नांदेड़, नासिक समेत मुंबई की कई मंडियां बंद है। कुछ जिलों में प्रदर्शन के कारण सार्वजनिक परिवहन बंद है।

पुलिस ने बताया कि एनसीपी नेता हसन मुशरिफ के एक निजी वाहन में बुधवार सुबह करीब 8 बजे मुंबई के कोलाबा में आमदार निवास के पास तीन अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की। एक अधिकारी ने कहा, “एनसीपी नेता अपने कफ परेड घर पर थे और ड्राइवर ने आमदार निवास के बाहर कार खड़ी की थी और अंदर आराम कर रहे था।” तीनों लोगों को आमदार निवास के पास प्रतिनियुक्त कर्मियों ने मौके पर ही हिरासत में ले लिया, जिसके बाद उन्हें थाने ले जाया गया।

पुलिस अधिकारी ने कहा- “हमारी जांच चल रही है। ऐसा लगता है कि इसका संबंध मराठा आरक्षण विरोध से है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हम तीनों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे। मंत्री हसन मुशरिफ ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''मैं मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों की भावनाओं को समझता हूं। भले ही उन्होंने मुझे निशाना बनाया, मैं उनके साथ हूं और उनकी मांग का समर्थन करता हूं।''

मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने नेवले ब्रिज पर पुणे-बैंगलोर राजमार्ग को तीन घंटे से अधिक समय तक अवरुद्ध कर दिया और कई टायर भी जलाए, जिससे दोनों कैरिजवे पर 4 किमी तक वाहनों का जमावड़ा लग गया। पुलिस के अनुसार, मराठवाड़ा के विभिन्न हिस्सों में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के हिंसक हो जाने के एक दिन बाद, मंगलवार दोपहर लगभग 700 प्रदर्शनकारियों ने नरहे में नवले पुल क्षेत्र के पास विरोध प्रदर्शन किया, जहां प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और तोड़फोड़ की और घरों को निशाना बनाया। राकांपा के दो विधायकों और कई सरकारी बसों को भी नुकसान पहुंचाया।