अमृता फडणवीस को कथित तौर पर धमकी देने और ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार 'डिजाइनर' अंशिका जयसिंघानी ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी को एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने में विफल रहने पर 10 करोड़ रुपये की उगाही करने की कोशिश की थी। अमृता फडणवीस द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में शुक्रवार को मुंबई पुलिस ने जयसिंघानी के खिलाफ जबरन वसूली की धारा भी जोड़ दी है।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 385 जोड़ी गई है। आरोपी ने दो वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी और अमृता फडणवीस से रिश्वत मांगी थी।
डिजायनर अनिक्षा जयसिंघानी को गुरुवार को मुंबई के उल्हासनगर से गिरफ्तार कर लिया गया था। अनिक्षा के साथ दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेद्र फड़णवीस की पत्नी अमृता ने मुंबई के मालाबार पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें, उनकी एक परिचित अनिक्षा ने धमकी दी और एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने के लिए कहा। अनिक्षा जयसिंघानी और उसके पिता अनिल जयसिंघानी के खिलाफ 20 फरवरी को एक करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अब इस मसले पर पुलिस का कहना है कि एफआईआर के कुछ दिनों बाद जबरन वसूली का प्रयास भी किया गया था।
पुलिस का कहना है, 'आरोपी महिला ने अमृता फडणवीस को दो वीडियो भेजे थे, जिसमें धमकी दी गई थी कि अगर उसने 10 करोड़ रुपये की नहीं दिये गये तो उन वीडियो को वायरल कर दिया जाएगा। जबकि यह वीडियो आरोपी अनिक्षा द्वारा नहीं बनाए गए थे। मुंबई पुलिस को अब वीडियो बनाने वाले व्यक्ति की तलाश है, जिसके साथ आरोपी महिला ने उपमुख्यमंत्री की पत्नी से जबिरन वसूली करने की कोशिश की थी।
अमृता फडणवीस ने बुधवार को अनीक्षा के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अमृता ने आरोप लगाया था कि अनिक्षा ने पुलिस के एक मामले में अपने पिता को बचाने के लिए उन्हें एक करोड़ रुपये रिश्वत देने की कोशिश की थी। एफआईआर में कहा गया है कि अनिक्षा ने कथित तौर पर अमृता को कुछ सट्टेबाजों के बारे में जानकारी देने की पेशकश की जिसके जरिए वे पैसे कमा सकते थे। इसके बाद सीधे रिश्वत के रूप में 1 करोड़ रुपये की पेशकश की।
मामला सामने आने के बाद विपक्ष ने एस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था। मामले में देवेंद्र फड़णवीस से सफाई मांगी गई थी और मामले की स्वतंत्र जांच कराने की भी मांग की गई थी।
देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में सदन में सफाई देते हुए कहा था कि यह उनके खिलाफ साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा था कि पैसों से भरा यह बैग उनके राजनीतिक करियर को बर्बाद करने के लिए बिछाया गया जाल है। देवेंद्र फडणवीस ने सदन में सफाई देते हुए कहा, ‘मैं इस मुद्दे को उठाने के लिए अजीत पवार को धन्यवाद देता हूं। मेरी पत्नी ने एफआईआर कराई है। कुछ लोगों ने मुझ पर दबाव बनाने के लिए अमृता का इस्तेमाल किया है। देवेंद्र ने इस मामले में अनिल जयसिंघानी पर आरोप लगाया जो पहले से ही फरार है और उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं’।
अमृता द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में अनिक्षा को नामजद किया गया है, इसमें अनिक्षा के पिता को दूसरा आरोपी बनया गया है। इंडियन एक्सप्रेस ने अमृता फडणवीस द्वारा एफआईआर में दर्ज कराए गए एक नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। एफआईआर में अमृता द्वारा जो नंबर दिया गया था वह अनिक्षा के पिता का था।
पुलिस को दिए बयान में अमृता ने कहा, 'अनिक्षा ने बताया कि वह कपड़े, आभूषण और फुटवियर डिजाइनर है। उसने मुझे सार्वजनिक कार्यक्रमों में अनिक्षा द्वारा डिजाइन किए गए प्रोडक्ट को पहनने का आग्रह किया, ताकि उसके द्वारा डिजाइन किए कपड़े, आभूषण और फुटवियर को बढ़ावा मिलेगा। मैने सहानुभूति में ऐसा करने के लिए हामी भर दी थी।
अपनी शिकायत में अमृता ने अनिक्षा के बारे में बताया कि वह उससे पहली बार नवंबर 2021 में मिली थी, जिसमें उसने दावा किया था कि अपनी मां को खोने के बाद उसने ही अपने परिवार के खर्चों की जिम्मेदारी उठाई। पहली मुलाकात के बाद अनिक्षा कई बार डिप्टी सीएम के आधिकारिक आवास पर आती रही।