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बकौल राउत शिंदे गुट के विधायक बीजेपी में जाएंगे?

बकौल राउत शिंदे गुट के विधायक बीजेपी में जाएंगे?

महाराष्ट्र में शिवसेना शिंदे गुट के विधायक बीजेपी में जा सकते हैं। यह बात संजय राउत ने कही। उन्होंने इसकी वजह भी बताई है। दूसरी तरफ शिंदे गुट के एक विधायक दो दिन पहले ऐसा ही कुछ बोल रहे थे। विधानसभा सत्र में भी मंत्रियों और विधायकों में तनातनी दिखी। दिलचस्प होता जा रहा है महाराष्ट्र का घटनाक्रमः

राज्यसभा सांसद और शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर बड़ा हमला बोला है। संजय राऊत का कहना है कि बहुत जल्द एकनाथ शिंदे गुट में फूट पड़ने वाली है और ज्यादातर विधायक बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। राउत के इस बयान के बाद एकनाथ शिंदे गुट ने राऊत पर पलटवार किया है और बचे हुए 15 विधायकों को संभालने की नसीहत दी है।

शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राऊत जब से जेल से बाहर आए हैं तभी से एकनाथ शिंदे गुट और बीजेपी पर हमलावर हैं। संजय राऊत ने अब बड़ा बयान दिया है और कहा है कि महाराष्ट्र में बहुत जल्द एकनाथ शिंदे गुट के विधायक बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। राऊत का कहना है कि जिन विधायकों को एकनाथ शिंदे अपने साथ लेकर गए थे उन्हें ना तो कोई मंत्री पद दिया गया है और ना ही उनके काम किए जा रहे हैं। लिहाजा आधे से ज्यादा विधायक इस वक्त नाराज बताए जा रहे हैं और वह सभी बीजेपी के संपर्क में हैं।

संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की शिंदे फडणवीस सरकार ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं है और बहुत जल्द शिंदे गुट में बिखराव देखने को मिलेगा। शिंदे गुट के ज्यादातर विधायक बीजेपी में जाने की तैयारी कर रहे हैं और बीजेपी भी यही चाहती है। राऊत ने कहा कि एकनाथ शिंदे गुट के मंत्री दीपक केसरकर ने कुछ दिन पहले जो बयान दिया था कि उद्धव ठाकरे गुट के साथ सुलह हो सकती है। 

इस पर शिवसेना की राय है कि किसी भी बागी विधायक को अब उद्धव ठाकरे स्वीकार नहीं करेंगे। यानी कि शिंदे गुट के विधायकों का बीजेपी में जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है। राउत का कहना है कि शिंदे गुट के 15 विधायकों को अब अयोग्य होने का डर सता रहा है।यही कारण है कि वह सभी बीजेपी में अपना भविष्य देख रहे हैं।

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने 2 दिन पहले ही कहा था कि अगर उद्धव ठाकरे आत्म परीक्षण करते हैं तो शिवसेना को दोबारा एकजुट होने में समय नहीं लगेगा। दीपक केसरकर ने कहा था कि उद्धव ठाकरे सिर्फ दो तीन नेताओं की ही बातें सुनते हैं। यही कारण था कि शिवसेना में बगावत हुई थी। केसरकर के बयान पर संजय राउत का कहना है कि आत्म परीक्षण की जरूरत उद्धव ठाकरे को नहीं बल्कि शिंदे गुट के विधायकों को है। उद्धव ठाकरे के साथ जो भी लोग इस समय बचे हुए हैं वही असली शिवसेना है। राउत का कहना है कि हमें गद्दार लोगों से आत्म परीक्षण करने की सलाह की कोई जरूरत नहीं है। राज्य की जनता इन गद्दारों को सबक जरूर सिखाएगी।

संजय राउत के बयान के बाद अब एकनाथ शिंदे गुट ने भी राउत पर हमला बोला है। शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने संजय राऊत पर निशाना साधते हुए कहा है कि राउत साहब को कोई गलतफहमी हो गई है। हमारी सरकार में कोई गुटबाजी नहीं है बल्कि यह सरकार साल 2024 तक चलने वाली है। इसके अलावा अगले चुनाव में भी वापस हमारा ही मुख्यमंत्री बनेगा। गायकवाड़ का कहना है कि उद्धव ठाकरे के पास अब सिर्फ 15 विधायक बचे हुए हैं इसलिए उन्हें सबसे पहले उन विधायकों को संभालना होगा नहीं तो वह भी हमारे पाले में आ जाएंगे। गायकवाड़ ने कहा कि संजय राऊत अपने नेता उद्धव ठाकरे की चिंता करें हमारी फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं हैं।

बता दें कि कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन अधिवेशन में शिंदे सरकार के एक मंत्री और कुछ विधायकों में तनातनी देखने को मिली थी। जिसके बाद मीडिया में खबरें आई थी कि शिंदे गुट के विधायकों में आगे फूट पड़ सकती है। यही कारण है कि संजय राऊत ने एकनाथ शिंदे पर बड़ा बयान दिया है।

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