भाजपा सांसद प्रीतम मुंडे ने किया पहलवानों का समर्थन, पंकजा मुंडे का भी हमला
महाराष्ट्र में मुंडे परिवार ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा सांसद प्रीतम मुंडे ने कहा कि महिला पहलवानों की शिकायत पर गौर किया जाना चाहिए था। प्रीतम मुंडे ने उनके आंदोलन को सही बताया। उधर प्रीतम की बहन और भाजपा नेता और दिवंगत गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे ने एक बार फिर खुलकर अपनी ही पार्टी से नाराजगी प्रकट की है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए पंकजा ने कहा कि मैं किसी चीज से नहीं डरती हूं, डरना हमारे खून में नहीं है। अगर कुछ नहीं मिला तो मैं खेत में गन्ना काटने जाउंगी। उन्होंने कहा कि मुझे किसी चीज का स्वार्थ, आशा और इच्छा नहीं है। अपनी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं बीजेपी की हूं लेकिन बीजेपी मेरी थोड़ी है, बीजेपी एक बड़ी पार्टी है। मैं बीजेपी की हो सकती हूं लेकिन बीजेपी मेरी नहीं हो सकती है।
भाजपा के सहयोगी दल राष्ट्रीय समाज पक्ष के नेता और देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री रह चुके महादेव जानकर की ओर से अहिल्यादेवी की जयंती के मौके पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें उन्होंने कहा कि महादेव जानकर को मेरे पिता दिवंगत गोपीनाथ मुंडे ने अपना बेटा माना था।
वहीं खुद को पंकजा का भाई बताने वाले महादेव जानकर ने कहा है कि पंकजा सीएम होंगी, लेकिन समाज का भला नहीं होगा। क्योंकि वो जिस पार्टी में है उस पार्टी में रिमोट किसी और के पास होगा। जानकर ने इशारों-इशारों अपनी इच्छा भी जाहिर कर दी कि पंकजा महाराष्ट्र की पहली महिला सीएम बनें, लेकिन अपनी मौजूदा पार्टी बीजेपी से नहीं।
इस कारण नाराज हैं पंकजा मुंडे
मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक पंकजा मुंडे के स्वामित्व वाली एक चीनी फैक्ट्री पर 14 अप्रैल, 2023 को जीएसटी के अधिकारियों ने छापा मारा। यह छापेमारी जीएसटी चोरी के आरोप में थी। छापेमारी के बाद पंकजा मुंडे ने कहा, ‘मैंने जीएसटी अधिकारियों से बात की और मैंने उनसे पूछा कि अचानक से ऐसा कदम क्यों उठाया गया। इसपर उनका जवाब था कि ऊपर से एक आदेश था।
इस छापेमारी के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना पंकजा की मदद के लिए सामने आई थी और कहा था कि पंकजा को परेशान करने के लिए यह कदम उठाया गया है। पार्टी के नेता संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी के जो अच्छे दिन आये हैं वो दिवंगत गोपीनाथ मुंडे की देन है। पंकजा मुंडे को परिणामों की चिंता करे बगैर फैसला लेना चाहिए तभी अस्तित्व बचा रहेगा।