+
महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना (शिंदे) में सीटों को लेकर मतभेद बढ़े, बयानबाजी

महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना (शिंदे) में सीटों को लेकर मतभेद बढ़े, बयानबाजी

महाराष्ट्र में जिस तरह भाजपा एक-एक सीट पर दावे जता रही है, उससे शिवसेना शिंदे गुट असहज महसूस कर रहा है।केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे ने दावा जताया तो शिवसेना नेता और पूर्व सांसद रामदास कदम ने भाजपा पर पलटवार किया और सवाल किया कि क्या भाजपा छोटी पार्टियों को खत्म करना चाहती है।

महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सीट बंटवारे के फॉर्मूले को फाइनल करने वाला है, वहीं सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन यानी शिवसेना शिंदे गुट और भाजपा के भीतर दरार पैदा हो गई है। ताजा विवाद रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट को लेकर है। कोंकण क्षेत्र की इस लोकसभा सीट पर दोनों दलों ने दावा जताया है।

सबसे पहले 29 फरवरी को केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे ने इस सीट पर दावा जताया। लेकिन अगले दिन ही शिवसेना (शिंदे) के नेता और पूर्व सांसद रामदास कदम ने भाजपा पर पलटवार किया। रामदास कदम ने सवाल किया कि क्या भाजपा सभी छोटी पार्टियों को खत्म करना चाहती है। जबकि इससे पहले राणे ने सोशल मीडिया पर कहा था- “लोकसभा चुनाव की घोषणा जल्द ही होगी। रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट पर विभिन्न दलों के कई नेता दावा कर रहे हैं। रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट भाजपा की है, और केवल हम ही इस सीट से चुनाव लड़ेंगे।”

राणे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (शिंदे) नेता कदम ने दोहराया कि शिवसेना इस सीट पर चुनाव लड़ेगी और सीटों को नहीं छोड़ेगी। बीजेपी को शिवसेना के साथ गठबंधन में कुछ सीटों पर समझौता करना होगा। कदम ने कहा- “पहले आपने (भाजपा) रायगढ़ सीट पर दावा किया था और अब आप रत्नागिरी सीट पर दावा कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम गठबंधन में हैं और साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इसलिए आपको कुछ सीटों पर समझौता भी करना होगा या फिर बीजेपी सभी पार्टियों को ख़त्म कर अकेले पड़ जाना चाहती है?” उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों को एक-दूसरे को बराबर हिस्सेदारी देनी चाहिए।

रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र को लेकर पिछले कुछ महीनों से विवाद चल रहा है। राज्य के उद्योग मंत्री और शिवसेना नेता उदय सामंत के भाई किरण सामंत भी इस निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उदय सामंत ने कई मौकों पर इस सीट पर दावा किया है कि 2019 के पिछले आम चुनावों में अविभाजित शिवसेना ने इस सीट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक बालासाहेब थोराट ने रामदास कदम के बयान पर शिवसेना और भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भविष्य में महायुति में दरार और बढ़ेगी। थोराट ने कहा-  “महागठबंधन में तीनों दलों के बीच टकराव अब दिखने लगा है। टकराव बढ़ता जा रहा है। ये तो सिर्फ ट्रेलर है। जैसे-जैसे चुनाव करीब आएगा, हम असली सिनेमा देखेंगे।''

कदम के बयान पर भाजपा के महाराष्ट्र अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि “कदम का बयान एक व्यक्तिगत राय है और गठबंधन की राय का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। केवल सिर्फ एकनाथ शिंदे ही इस पर निर्णय लेंगे कि कौन सी सीट किस पार्टी की है। रामदास कदम का बयान महागठबंधन की राय नहीं है। उनकी राय व्यक्तिगत है।'' 

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें