महाराष्ट्र के डीजीपी के नाम से बनाया फर्जी FB अकाउंट, पैसे मांगे, गिरफ्तार
महाराष्ट्र के डीजीपी संजय पांडे के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने के मामले में महाराष्ट्र पुलिस की साइबर सेल ने यूपी के आगरा से एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। बॉम्बे हाई कोर्ट के वकील अटल बिहारी दुबे की शिकायत पर महाराष्ट्र पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले में एक सप्ताह पहले एफ़आईआर दर्ज की थी।
पुलिस ने इंटरनेट आईपी एड्रेस के आधार पर इस युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को युवक को स्पेशल हॉलीडे किला कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 20 अगस्त तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया है।
दरअसल, मुंबई हाई कोर्ट के वकील अटल बिहारी दुबे को जुलाई के आखिरी हफ्ते में महाराष्ट्र के डीजीपी संजय पांडे के नाम से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। क्योंकि अटल बिहारी दुबे पहले से ही डीजीपी पांडे के साथ फेसबुक पर फ्रेंड लिस्ट में थे इसलिए अटल दुबे ने इस फ्रेंड रिक्वेस्ट को फर्जी मानकर डिलीट कर दिया।
इसके कुछ दिन बाद दोबारा से संजय पांडे के नाम से ही दुबे को फ्रेंड रिक्वेस्ट आई, इस बार दुबे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इस बारे में खुद डीजीपी संजय पांडे से बात की।
संजय पांडे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल ही महाराष्ट्र साइबर सेल के आईजी हरीश बैजल से बात की और इस मामले में फौरन एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा।
आईपी एड्रेस को किया ट्रैक
साइबर सेल ने मामले की जांच करते हुए सबसे पहले वकील अटल बिहारी दुबे का बयान दर्ज किया और उनसे जिस आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई थी उस आईडी का आईपी एड्रेस मांगा। साइबर सेल के अधिकारियों ने आईपी एड्रेस को ट्रैक करते हुए पता लगाया कि जिस मोबाइल के जरिए फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई थी, उस मोबाइल में चालू नंबर 56 साल की एक महिला के नाम पर दर्ज है जो यूपी के आगरा की है।
पुलिस ने सोचा कि 56 वर्षीय महिला की इस मामले में कोई भागीदारी नहीं हो सकती इसलिए जांच अधिकारी ने मामले को लगभग छोड़ ही दिया था। तभी महाराष्ट्र साइबर पुलिस की एक टीम नंबर को ट्रैक करते हुए यूपी के आगरा शहर पहुंच गई। पुलिस ने जब महिला से पूछताछ की तो पता चला कि इस महिला का बेटा उसके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करता है।
यहीं से पुलिस के हाथ सुराग लगा और पुलिस ने महिला के 21 साल के एक लड़के से पूछताछ की तो पता चला कि उसने ही महाराष्ट्र के कुछ पुलिस कर्मचारियों और कुछ वकीलों को महाराष्ट्र के डीजीपी संजय पांडे के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी।
पुलिस करेगी पूछताछ
महाराष्ट्र साइबर सेल की जांच में पता लगा है कि गिरफ्तार किए गए शख्स ने जिन पुलिसवालों और सीनियर अधिकारियों को फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और जिन्होंने फ्रेंड रिक्वेस्ट कंफर्म की उनमें से कुछ पुलिस वालों और वकीलों से रकम मांगनी भी शुरू कर दी। पुलिस अब इस शख्स से पूछताछ कर पता लगाना चाहती है कि इसमें कितने लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी और कितने लोगों से पैसे की मांग की थी।
महाराष्ट्र साइबर सेल में मामला दर्ज होने के बावजूद भी वकील अटल बिहारी दुबे को डीजीपी संजय पांडे के नाम से तीसरी बार फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। इस बात की जानकारी भी वकील दुबे ने महाराष्ट्र के डीजीपी को दी। क्योंकि साइबर सेल पहले से ही मामले की जांच कर रही थी इसलिए उसने जिस आईपी एड्रेस से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी उसका आईपी एड्रेस निकालकर आखिरकार अभियुक्त को ढूंढ निकाला।
महाराष्ट्र साइबर सेल के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इस तरह के केस में आरोपी तक पहुंचना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन जब डीजीपी के नाम से इस तरह का कोई अपराध हुआ हो तो पुलिस का अपराधी तक पहुंचना बहुत जरूरी हो जाता है।
इस अधिकारी ने यह भी बताया कि पुलिस के ऊपर इस केस को सुलझाने के लिए काफी दबाव था क्योंकि आरोपी लगातार लोगों को डीजीपी के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहा था और जो लोग उसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेते थे, उनसे वह पैसे की डिमांड करता था। इससे डीजीपी की छवि खराब हो रही थी।