महाराष्ट्र एटीएस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है, जिसमें उसने मुंबई के जोगेश्वरी इलाक़े से एक शख्स को हिरासत में लिया है। एटीएस के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए आतंकी जान मुहम्मद से पूछताछ के बाद हुए खुलासे में ज़ाकिर नाम के इस शख्स के बारे में पता लगा था। एटीएस ने जाकिर को हिरासत में ले लिया है।
एटीएस सूत्रों का कहना है कि ज़ाकिर मुंबई से गिरफ़्तार किए गए आतंकी जान मुहम्मद का हैंडलर था, जिसका इस्तेमाल विस्फोटकों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के काम के लिए किया जाना था। महाराष्ट्र एटीएस और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम जाकिर से पूछताछ कर रही है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए छह आतंकियों से रोज़ पूछताछ हो रही है। महाराष्ट्र एटीएस की एक टीम भी दिल्ली में मौजूद है और मुंबई से पकड़े गए आतंकी जान मुहम्मद से लगातार पूछताछ कर रही है।
महाराष्ट्र एटीएस से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आतंकी जान मुहम्मद से पूछताछ में पता लगा है कि उसका एक हैंडलर मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में रहता है। इसका नाम ज़ाकिर बताया जा रहा है।
मुंबई में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हथियार और विस्फोटक ले जाने का काम ज़ाकिर को दिया जाना था, लेकिन उससे पहले ही वह एटीएस के हत्थे चढ़ गया।
दाऊद कनेक्शन
महाराष्ट्र एटीएस के सूत्रों का कहना है कि ज़ाकिर का भाई शाकिर पाकिस्तान में रहता है और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम का ख़ास गुर्गा है। शाकिर पाकिस्तान में बैठकर भारत के अलग-अलग हिस्सों में बैठे स्लीपर सेल के लोगों के संपर्क में रहा करता था। इतना ही नहीं शाकिर को अनीस इब्राहिम ने भारत में हथियार और विस्फोटक मुहैया कराने की भी ज़िम्मेदारी दी थी।
जान मुहम्मद ने महाराष्ट्र एटीएस की जाँच टीम को बताया कि काफी समय से भारत में किसी बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम नहीं देने से डी कंपनी के प्रति लोगों में ख़ौफ़ कम होता जा रहा था।
धमाके की तैयारी
यही कारण रहा कि दाऊद इब्राहिम ने अपने भाई अनीस इब्राहिम के साथ मिलकर भारत में बड़े पैमाने एक साथ धमाकों की योजना बनाई थी।
एटीएस के एक बड़े अधिकारी ने बताया है कि नवरात्रि और दशहरा के मौके पर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों को एक बार फिर से दहलाने की साजिश रची गई थी।
सूत्रों का कहना है कि अनीस इब्राहिम ने दिल्ली स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए आतंकियों को जान मुहम्मद के जरिए निर्देश दिया था कि इस बार देश में अलग-अलग जगहों को एक ही समय पर निशाना बनाना है ताकि लोगों को एक कड़ा संदेश दिया जा सके।
1993 की पुनरावृत्ति?
मुंबई, दिल्ली और यूपी के शहरों में 1993 में हुए बम धमाकों की तर्ज पर हमले करने की साजिश रची गई थी। लेकिन आतंकी इससे पहले की साजिश को अंजाम देते ख़ुफ़िया एजेंसियों ने इन आतंकियों के प्लान को भाँप लिया और दिल्ली की स्पेशल सेल ने इन्हें गिरफ़्तार कर लिया।
इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ़्तार किए गए छह आतंकियों में से मुंबई के धारावी से पकड़े गए आतंकी जान मुहम्मद अली मुहम्मद शेख से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि जान मुहम्मद का संबंध डी कंपनी के प्रमुख अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से 20 साल पुराना रहा है।
महाराष्ट्र एटीएस के चीफ़ विनीत अग्रवाल ने खुलासा किया था कि जान मुहम्मद पिछले 20 साल से डी कंपनी के लोगों के संपर्क में था। वह डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम के साथ लगातार व्हाट्सएप मैसेज और कॉल के जरिए संपर्क में था।जान मुहम्मद 13 सितंबर को ट्रेन से मुंबई से दिल्ली के लिए रवाना हुआ था, तभी कोटा में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ़्तार कर लिया।