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महाराष्ट्र एटीएस: पुणे से लश्कर का संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

महाराष्ट्र एटीएस: पुणे से लश्कर का संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

महाराष्ट्र पुलिस की एटीएस ने पुणे से एक शख्स को आतंकवादियों से कथित संबंध के लिए किन सबूतों के आधार पर गिरफ़्तार किया? जानिए एटीएस ने क्या दावा किया है।

महाराष्ट्र एंटी टेररिस्ट स्क्वाड यानी एटीएस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुणे एटीएस ने लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखने के आरोप में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि एटीएस ने पुणे के दापोडी इलाक़े से जुनैद मोहम्मद नाम के जिस शख्स को गिरफ्तार किया है वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लोगों के साथ संपर्क में था। जुनैद को कोर्ट में पेश किया गया है जहां से उसे 3 जून तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया गया है।

महाराष्ट्र एटीएस को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि पुणे के दापोडी इलाक़े में जुनैद मोहम्मद नाम का एक संदिग्ध युवक पिछले काफ़ी समय से सोशल मीडिया के माध्यम से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के संपर्क में है। महाराष्ट्र एटीएस के सूत्रों का कहना है कि जुनैद मोहम्मद फ़ेसबुक के मैसेंजर के ज़रिए पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के लोगों के संपर्क में था। आए दिन उनसे आतंकी गतिविधियों के बारे में बातचीत करता रहता था। इस बात की जानकारी जैसे ही खुफिया सूत्रों को लगी तो उन्होंने महाराष्ट्र एटीएस को इस बारे में जानकारी दी। इसके बाद जुनैद मोहम्मद को पुणे के दापोडी इलाक़े से गिरफ्तार कर लिया गया।

पुणे एटीएस को खुफिया सूत्रों से इस बात की भी जानकारी मिली थी कि जुनैद ने कश्मीर के एक आतंकी संगठन गजवाते-अल-हिंद से फंडिंग भी हासिल की थी। सूत्रों से पता चला है कि जुनैद सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठन गजवाते-अल-हिन्द के संपर्क में आया था। जुनैद ने इसी आतंकवादी संगठन से 10 हजार रुपये अपने खाते में भी मंगवाए थे। हालाँकि एटीएस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि जो पैसे इस आतंकी संगठन ने जुनैद के खाते में भेजे थे क्या उनका इस्तेमाल किसी आतंकी गतिविधि के लिए किया गया था। अदालत ने जुनैद को विशेष अदालत में पेश किया जहां से उसे तीन जून तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया है।

महाराष्ट्र एटीएस के एक बड़े अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जुनैद पिछले काफी समय से अपने इलाक़े में रहने वाले युवाओं का ब्रेन वॉश करने का भी काम किया करता था। हालाँकि इस बात की जानकारी अभी एटीएस के हाथ नहीं लगी है कि उसके साथ में और कितने लोग आतंकी संगठनों के संपर्क में थे। 

महाराष्ट्र एटीएस के अनुसार शुरुआती पूछताछ में जुनैद ने कबूल किया है कि उसने आतंकी संगठन से 10 हजार रुपये लिए थे। हालाँकि अभी तक उसने यह कुबूल नहीं किया है कि आखिर इन पैसों का इस्तेमाल उसने किस मकसद के लिए किया था।

पुणे एटीएस की जांच में पता चला है कि जुनैद मूल रूप से महाराष्ट्र के अकोला ज़िले का रहने वाला है। उसकी उम्र 28 साल है। खुफिया सूत्रों ने महाराष्ट्र एटीएस के अलावा दिल्ली की स्पेशल सेल को भी जुनैद की गतिविधियों पर नज़र रखने की जानकारी दी थी। सूत्रों का कहना है कि गजवाते अल हिंद आतंकी संगठन ने ही जुनैद की लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से बात कराई थी। इसके बाद वह सोशल मीडिया के माध्यम से लश्कर के आतंकियों के साथ संपर्क में था। बताया जा रहा है कि जुनैद बीते डेढ़ साल से पुणे में रह रहा था। जैसे-जैसे एटीएस जुनैद से पूछताछ करेगी वैसे वैसे उसके और भी कई राज सामने आ सकते हैं।

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