महाराष्ट्र: कांग्रेस की पहली सूची जारी, बीजेपी-शिवसेना का इंतजार
लखनवी संस्कृति में पहले आप-पहले आप को एक अदब के रूप में देखा जाता था लेकिन आज के दौर की राजनीति में इसके मायने बदल गए हैं। यहां दल -बदल के खेल में नेता इस इंतज़ार में रहते हैं कि पहले कौन शुरुआत करे ताकि बाद वाला व्यक्ति उसके हिसाब से अपना जुगाड़ कर सके। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पितृपक्ष के समाप्त होते ही और नवरात्रि स्थापना के पहले ही दिन रविवार को कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है।
वर्ली से लड़ेंगे आदित्य ठाकरे!
भारतीय जनता पार्टी की रविवार को दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक हुई और उम्मीद जताई जा रही है कि वह आज उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। लेकिन उसकी सहयोगी शिवसेना ने बिना कोई सूची जारी किये रविवार को 9 प्रत्याशियों को एबी फ़ार्म दे दिए हैं। इनमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का भी नाम है, जो मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं। ठाकरे घराने के वह पहले सदस्य हैं जो चुनाव के मैदान में उतरे हैं। सूची ज़ाहिर किये बग़ैर एबी फ़ॉर्म बाँटने की यह नयी परंपरा देखने को मिली है।
शिवसेना-बीजेपी का गठबंधन होने की औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लिहाजा पार्टी को जो सीटें हरहाल में मिलनी हैं उसमें से कुछ सीटों के प्रत्याशियों को एबी फ़ार्म दिए जाने की बात कही गयी है। उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी-शिवसेना के बीच गठबंधन और सीटों के बंटवारे को लेकर आज ऐलान हो सकता है। आदित्य ठाकरे के अलावा जिन लोगों को एबी फ़ार्म दिए गए हैं उनमें औरंगाबाद पश्चिम विधानसभा सीट से संजय शिरसाट, कोल्हापुर उत्तर से राजेश क्षीरसागर, सावंतवाडी से वर्तमान विधायक तथा गृहराज्यमंत्री दीपक केसरकर, कागल से संजय बाबा घाडगे, चंदगड से संग्राम कुपेकर, करवीर से चंद्रदीप नरके, हातकणंगले से डॉ. सुजीत मिणचेकर, शाहुवाडी से सत्यजीत पाटिल, राधानगरी से प्रकाश आबिटकर, शिरुल से उल्हास पाटिल, रत्नागिरी-दापोली से योगेश रामदास कदम का नाम शामिल है।
कांग्रेस चुनाव समिति के प्रमुख मुकुल वासनिक द्वारा जारी की गई सूची में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणिती और पूर्व सीएम विलासराव देशमुख के बेटे अमित विलासराव देशमुख के नाम शामिल हैं।
कांग्रेस ने महाराष्ट्र की लातूर शहर सीट से अमित देशमुख और भोकर सीट से अशोक चव्हाण को प्रत्याशी बनाया है। सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणिती सोलापुर सिटी सेंट्रल से चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस-एनसीपी ने 2014 में विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था तब दोनों के बीच सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई थी, जिसके बाद पवार की पार्टी ने 15 साल पुराने गठबंधन को तोड़ दिया था।
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 42 तो एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2014 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी को 122 सीटें मिली थीं। कांग्रेस और एनसीपी के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर हुए गठजोड़ से पहले दोनों ही दलों के कई प्रमुख नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। इनमें एनसीपी से ज़्यादा नेता गए हैं। इनमें से कई नेताओं ने बीजेपी का तो कुछ ने शिवसेना का दामन थामा है।
बताया जा रहा है कि एनसीपी की सूची सोमवार या मंगलवार तक आ सकती है। एनसीपी इस बात का इंतज़ार कर रही है कि बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन क्या स्वरूप लेता है। क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेता कई बार यह कह चुके हैं कि बीजेपी-शिवसेना के कई नेता और विधायक उनके संपर्क में हैं। यदि उन्हें वहां से टिकट नहीं मिला तो वे एनसीपी और कांग्रेस का रुख कर सकते हैं।
शिवसेना ने बग़ावत की आशंका के चलते पहले ही बैठक बुलाकर नेताओं को एक तरह से चेतावनी दे दी है। लेकिन आज के दौर की राजनीति में दल-बदल एक फ़ॉर्मूला बन गया है और हर नेता अपने हिसाब से अपना दांव खेलता है।
महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना 24 अक्टूबर को होगी। नामांकन भरने की आख़िरी तारीख़ 4 अक्टूबर है और नाम वापस लेने की तारीख़ 7 अक्टूबर है। लोकसभा चुनाव के बाद यह इस साल के पहले विधानसभा चुनाव हैं। हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 2 नवंबर को और महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को ख़त्म हो रहा है।