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सपा के सहयोगी दल ने कहा- स्वामी प्रसाद मौर्य के आने से हुआ नुकसान 

सपा के सहयोगी दल ने कहा- स्वामी प्रसाद मौर्य के आने से हुआ नुकसान 

सहयोगी दलों की ओर से सपा के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बयान आना यह दिखाता है कि हार के कारण कहीं ना कहीं उनमें निराशा है। 

उत्तर प्रदेश में चुनाव नतीजे आने के बाद समाजवादी पार्टी के सहयोगी दलों की नाराज़गी सामने आने लगी है। समाजवादी पार्टी के सहयोगी दल महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य का कहना है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में आने के कारण गठबंधन को नुकसान हुआ है।

केशव देव मौर्य ने एबीपी न्यूज़ के साथ बातचीत में कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के आने से ओवर कॉन्फिडेंस बढ़ गया और महान दल के कैडर का इस्तेमाल कम हो पाया। क्योंकि यह समझा गया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के आने से वोट मिल जाएंगे। 

केशव देव मौर्य ने यह बात सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद कही।

केशव देव मौर्य ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में हैं जबकि उनकी बेटी संघमित्र मौर्य बीजेपी में हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा में भेजने के पीछे बीजेपी की भी कोई रणनीति हो सकती है।

उन्होंने कहा कि ऐसे नेता कभी भाजपा में और कभी दूसरे दलों में चले जाते हैं। 

बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर सपा में शामिल हुए थे। वह अपनी पुरानी सीट पडरौना को छोड़कर फाजिलनगर से चुनाव लड़े थे और यहां उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।जबकि उन्हें उत्तर प्रदेश में बड़े ओबीसी नेता के रूप में प्रचारित किया जा रहा था। स्वामी प्रसाद मौर्य 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे उससे पहले वह बीएसपी प्रमुख मायावती के खास सिपहसालारों में शुमार हुआ करते थे।

उत्तर प्रदेश में चुनावी मुकाबले को देखकर ऐसा लग रहा था कि सपा सरकार बना लेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद सहयोगी दलों की ओर से सपा के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बयान आना यह दिखाता है कि हार के कारण कहीं ना कहीं सहयोगी दलों के नेताओं में निराशा है। 

निश्चित रूप से सहयोगी दलों के नेताओं को जोड़े रखना सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए एक बड़ी चुनौती है।

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