डी-46 अपराधी गैंग में नाम, फिर भी योगी को मंच पर जाकर माला पहना दी, सीएम घिरे विवाद में
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ नए विवादों में घिर गए हैं। प्रयागराज में रविवार को उनके मंच पर एक कुख्यात बच्चा पासी गैंग के एक कुख्यात सदस्य ने योगी को माला पहना दी।
विपक्षी दलों ने इस मामले को उठाते हुए तेज हमला बोला है। सोशल मीडिया पर उसके फोटो और भी शेयर हो रहे हैं।
यह मामला लखनऊ और पूर्वी उत्तर प्रदेश के मुख्यधारा के मीडिया ने नहीं बल्कि शहरों से निकलने वाले छोटे अखबारों ने प्रकाशित भी किया है।
योगी आदित्यनाथ माफिया पर कार्रवाई करने के लिए अपनी तारीफ करते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भी अपराधियों को जेलों में भेजने के लिए योगी की तारीफ भी की है।
हालांकि यह मामला योगी की छवि को चोट पहुंचा सकता है।
अतीक की जमीन खाली कराई थी
हाल ही में पुलिस ने योगी के निर्देश पर माफिया अतीक अहमद के कब्जे वाली जमीन खाली कराई थी। अतीक की यह कथित जमीन प्रयागराज के लूकरगंज में है।
एक दिन पहले योगी ने प्रयागराज का दौरा किया था।
उन्होंने उस जगह पर भूमि पूजन भी किया और घोषणा की कि यहां पर गरीबों के लिए मकान बनाकर दिए जाएंगे।
कैसे पहुंचा मंच पर मंजीत कुशवाहा
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मंच पर छोटा राजन गैंग में शामिल रहे शॉर्प शूटर माफिया डॉन बच्चा पासी का खास मंजीत कुशवाहा मंच पर जा पहुंचा। उसने योगी को माला पहनाई और तमाम बीजेपी नेताओं से हाथ मिलाया। मंच की ओर से उसने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन भी किया।
हालांकि योगी इस कुख्यात शख्स को खुद नहीं जानते लेकिन मंजीत कुशवाहा बीजेपी नेताओं की मदद से मंच पर पहुंचा।
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मंच के आसपास तमाम आला पुलिस अफसर मौजूद थे और वे मंजीत कुशवाहा की मौजूदगी से भी वाकिफ थे लेकिन बीजेपी नेताओं से उसके संबंधों की वजह से उन्होंने भी उसे नहीं रोका।
पुलिस गैंगचार्ट में नाम
यूपी पुलिस ने डी 46 नामक एक गैंगचार्ट बना रखा है। बच्चा पासी गैंग का नाम पिछले साल ही उस चार्ट में दर्ज हुआ। कुख्यात अपराधियों के इस डॉजियर में बच्चा पासी गैंग के 14 सदस्यों के नाम है। जिसमें मंजीत कुशवाहा शामिल है। मंजीत के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई आपराधिक मामले दर्ज है।
जब यह तस्वीर सार्वजनिक होने लगी तो प्रयागराज के बीजेपी नेता बचाव की मुद्रा में आ गए। उनका कहना है मंजीत कुशवाहा का पार्टी से कोई संबंध नहीं है। लेकिन उनके पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि वो मंच पर कैसे पहुंच गया।
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डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी का कहना है कि मंच पर रहने वालों की सूची प्रशासन के पास होती है। उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
सपा, कांग्रेस, आप, आरएलडी के तमाम नेताओं ने योगी सरकार पर माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी की नीति दोहरी है। बीजेपी खुले तौर पर अपराधियों को संरक्षण दे रही है। प्रयागराज की घटना भी यही बताती है।
विपक्ष के नेताओं ने कहा कि जब प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के मंच पर किसानों को गाड़ी से रौंदने वाले नेता का मंत्री पिता अजय मिश्रा टेनी मौजूद रहता है तो बाकी छोटे-मोटे अपराधी हैं।