उन्नाव में मदरसे के छात्रों से जबरन ‘जय श्री राम’ बुलवाने और ऐसा न करने पर कुछ लोगों द्वारा पिटाई करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा है कि सीसीटीवी फ़ुटेज और जाँच से पता चला है कि एफ़आईआर में जिन लोगों के नाम हैं, वे लोग मौक़े पर मौजूद ही नहीं थे। मदरसे के छात्रों की कुछ दूसरे लोगों के समूह के एक व्यक्ति के साथ बहस हुई थी जिसने झगड़े का रूप ले लिया।
बता दें कि उन्नाव की जामा मसजिद के इमाम ने हिंदूवादी संगठन बजरंग दल के सदस्यों पर आरोप लगाया था कि स्थानीय मदरसे के कुछ छात्रों से ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने के लिए कहा गया और ऐसा न करने पर उन्हें पीटा गया। पुलिस ने बताया था कि इस घटना में मदरसे के चार छात्र घायल हुए हैं।
यह घटना 11 जुलाई को उस वक्त हुई जब मदरसे दारुल उलूम फैज़-ए-आम के कुछ छात्र स्थानीय जीआईसी ग्राउंड में क्रिकेट खेल रहे थे। छात्रों और मदरसे के इमाम नईम मिसवाही के मुताबिक़, इसी दौरान वहाँ चार लोग आए और उनसे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए कहा, जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार किया तो उन्हें क्रिकेट बैट और स्टंप से पीटा गया और पत्थर भी मारे गए। ये सभी छात्र नाबालिग बताये जाते हैं।
घटना के गवाह एक छात्र ने कहा कि जब उन्होंने भागने की कोशिश की तो उनके कुर्ते फाड़ दिए गए। एक छात्र ने बताया था कि मथुरा के एक छात्र के सिर पर चोट आई है और उसे बल्ले से भी मारा गया। कानपुर के एक छात्र के पाँव में चोट आई है और उसका हाथ फ़्रैक्चर हुआ है। यह भी बताया गया कि मारपीट करने वालों ने एक छात्र की साइकिल तोड़ दी और उसे मारा भी गया। इस मामले में चार लोगों के ख़िलाफ़ उन्नाव के पुलिस थाने में जानबूझकर हमला करने, शांति भंग करने की धाराओं के तहत मुक़दमा दर्ज कराया गया था। मारपीट करने वाले तीन लोगों के नाम आदित्य शुक्ला, क्रांति और कमल बताए गए थे जबकि चौथे व्यक्ति की तलाश की बात कही गई थी। त्यागी ने बताया था कि पुलिस ने पूछताछ के लिए दो लोगों को हिरासत में लिया है।
युवकों को हिरासत में लेने की ख़बर मिलते ही दक्षिणपंथी संगठनों के कई कार्यकर्ता थाने के बाहर जमा हो गए और दोनों को छोड़ने की माँग की। इस दौरान उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए। त्यागी ने कहा कि उन्हें इस संबंध में एक अर्जी दी गई है और माँग की गई है कि इन युवकों को छोड़ दिया जाए। उन्नाव के पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा ने कहा कि पुलिस मामले में आगे की जाँच में जुटी हुई है।