राहुल और प्रियंका के ‘प्रिय’ छिंदवाड़ा महापौर भी बीजेपी में शामिल

09:51 pm Apr 01, 2024 | संजीव श्रीवास्तव

मध्य प्रदेश में कांग्रेस का हाथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने का सिलसिला जारी है। इस कड़ी में छिन्दवाड़ा के उस मेयर ने भी सोमवार को कांग्रेस छोड़ दी जिसकी जीत पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने खुशी जताई थी और मेयर की खुलकर प्रशंसा की थी।

मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों में छिन्दवाड़ा  ही भारतीय जनता पार्टी 2019 के चुनाव में जीत नहीं पायी थी। इस बार छिन्दवाड़ा को भाजपा ने टारगेट किया है। हाल ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और छिन्दवाड़ा के सांसद नकुल नाथ के भी भाजपा में जाने की अफवाहें चली थीं। पिता-पुत्र ने अफवाहों को भाजपा की शरारत और मीडिया के दिमाग की उपज करार दिया था। कांग्रेस ने छिन्दवाड़ा से फिर से नकुल नाथ को टिकट दिया है। भाजपा तोड़फोड़ अभियान के तहत कांग्रेस को कमजोर करने में जुटी हुई है। भाजपा ने मप्र में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के साथ पूर्व सांसद और पूर्व विधायकों के साथ-साथ बढ़ी संख्या में कांग्रेसियों को तोड़ा है।

छिन्दवाड़ा में कमल नाथ समर्थक आदिवासी विधायक कमलेश प्रताप शाह को भाजपा ज्वाइन कराई। अमरवाड़ा सीट से विधायक शाह की गिनती कमल नाथ के खास लोगों में होती है।

बीजेपी ने अपने अभियान के अंतर्गत सोमवार को छिन्दवाड़ा के महापौर विक्रम अहाते को अपने साथ कर लिया। अहाते ने भाजपा ज्वाइन कर ली। पता चला है कि रविवार रात मुख्यमंत्री के साथ महापौर विक्रम अहाके और सभापति प्रमोद शर्मा की मुलाकात हुई। इस मुलाक़ात में तय हो गया कि विक्रम और सभापति प्रमोद के साथ बड़ी संख्या में छिंदवाड़ा के कांग्रेसी भाजपा में शामिल होंगे।

भाजपा ज्वाइन करने के बाद विक्रम ने कहा, ‘देश-प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। अब छिंदवाड़ा में भी कमल का फूल खिलेगा।’ यह भी निकलकर आया है कि अहाके आदिवासी विधायक शाह को नकुल नाथ द्वारा गद्दार कहने से नाराज थे।

3786 वोट से जीते थे विक्रम अहाके

छिंदवाड़ा नगर निगम में कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी विक्रम अहाके ने 3 हजार 786 वोटों से जीत हासिल की थी। उन्होंने भाजपा के अनंत धुर्वे को हराया था। 34 वर्षीय विक्रम पेशे से किसान हैं। वे ग्रेजुएट हैं। पिता भी पेशे से किसान हैं और माँ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। वे जिला कांग्रेस कमेटी में प्रवक्ता के साथ कई दूसरे पदों पर रह चुके हैं।

दो साल पहले छिंदवाड़ा नगर निगम चुनाव हुए थे। तब कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम अहाके के चुनाव जीतने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ उन्हें अपने साथ हेलिकॉप्टर से भोपाल लाए थे।

अहाके की तारीफ़ की थी राहुल-प्रियंका ने

छिंदवाड़ा के मेयर विक्रम अहाके की कांग्रेस पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और महासचिव प्रियंका गांधी ने तारीफ़ की थी। विक्रम के जीतने के बाद राहुल ने एक पोस्ट किया था। पोस्ट का शीर्षक था, ‘मां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पिता किसान और बेटा महापौर।’

उन्होंने पोस्ट में विक्रम की लकड़ियां कंधे पर ले जाते, तेंदू पत्ते से कुछ सामान बनाते और मां के पैर छूते 3 तस्वीरें भी पोस्ट की थी। पोस्ट में उन्होंने लिखा था,  ‘अगर सच्ची मेहनत, लगन और ईमानदारी से सपनों के लिए लड़ा जाए, तो इंसान कुछ भी हासिल कर सकता है।’

उधर प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट में लिखा था, ‘मध्य प्रदेश का छिंदवाड़ा देश का पहला भाजपा मुक्त जिला बन गया है। यहां ग्राम पंचायत, जिला पंचायत, नगर निगम, महापौर, 7 विधायक और सांसद सभी कांग्रेसी हैं। भारतीय राजनीति में असंभव को संभव करने वाले कमल नाथ जी का यह नया कारनामा है। जल्द ही पूरा प्रदेश भाजपा मुक्त हो जाएगा।’

छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा से विधायक कमलेश प्रताप शाह ने विधायक पद से इस्तीफा देकर शुक्रवार को भाजपा ज्वाइन की थी। शाह 2023 में तीसरी बार विधायक चुने गए थे। कमलेश शाह के साथ उनकी पत्नी हरई नगरपालिका की पूर्व अध्यक्ष माधवी शाह, बहन जिला पंचायत सदस्य केसर नेताम भी बीजेपी में शामिल हुईं। कमलेश प्रताप शाह की गिनती कमलनाथ के खास लोगों में होती है।

छिन्दवाड़ा में पूर्व सीएम कमल नाथ के क़रीबी पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना भी पिछले सप्ताह बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। अजय सक्सेना 200 समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे।

दीपक सक्सेना ने कांग्रेस नहीं छोड़ी है, लेकिन वे भी कांग्रेस में मिले सभी पदों को छोड़ चुके हैं। कमल नाथ और संगठन को सभी पदों से इस्तीफा भेज चुके हैं। दो दिन पहले भाजपा के उम्मीदवार विवेक बंटी साहू का नाम निर्देशन पत्र दाखिल कराने के लिए छिन्दवाड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव, काबीना मंत्री एवं छिन्दवाड़ा चुनाव के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा दलबल के साथ दीपक सक्सेना के घर पहुंचे थे। गलबिहयां हुई थीं। यह खबर जमकर सुर्खियों में रही थी।