मध्य प्रदेश: बुजुर्ग को बंधक बनाने वाला अस्पताल सील, संचालक पर एफ़आईआर

07:25 am Jun 09, 2020 | संजीव श्रीवास्तव - सत्य हिन्दी

मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के उस प्राइवेट हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है, जिसने बकाया राशि ना चुकाने पर एक बुर्जुग मरीज को अस्पताल के बेड से बांध दिया था। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन भी निरस्त कर दिया गया है। इसके अलावा अस्पताल के संचालक के ख़िलाफ़ एफ़आईआर भी दर्ज की गई है।

बता दें, शनिवार को सोशल मीडिया पर बुजुर्ग का वीडियो और तसवीरें वायरल हुई थीं। बुजुर्ग राजगढ़ जिले के रूनायरा गांव के रहने वाले हैं और उनका नाम लक्ष्मीनारायण दांगी (65 वर्ष) है। 

लक्ष्मीनारायण दांगी की बेटी शीला दांगी ने आरोप लगाया था कि उसके पिता चार दिनों से शाजापुर के सिटी हॉस्पिटल में भर्ती थे। पेट में तेज दर्द के चलते पिता को वहां भर्ती कराया गया था। आराम ना मिलने पर उन्होंने पिता को डिस्चार्ज करने का अनुरोध हॉस्पिटल से किया था। हॉस्पिटल ने चार दिनों में उनसे दो किश्तों में 11 हजार रुपये लिये और डिस्चार्ज के समय 11 हजार 270 रुपये का एक नया बिल थमा दिया। 

पैसे ना होने की बात कहने पर हॉस्पिटल ने पिता को उसी बेड से बांध दिया था, जिस पर उनका इलाज चल रहा था। शीला के परिजनों ने घटनाक्रम का वीडियो बनाकर वायरल किया तो हड़कंप मच गया। मीडिया सक्रिय हुआ। बात फैलने पर हॉस्पिटल ने बकाया राशि लिये बिना उसके पिता को अस्पताल से जाने दिया था। 

मामला सामने आने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अफसोस जताया था। उन्होंने पूरे मामले की जांच के निर्देश देते हुए दोषियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की बात भी कही थी। सीएम ने घटनाक्रम को लेकर ट्वीट भी किया था। 

सीएम के ट्वीट के बाद शाजापुर जिला प्रशासन हरकत में आया था। शनिवार को पूरे दिन जांच-पड़ताल चली थी। लक्ष्मीनारायण और उनके परिजनों के बयान दर्ज हुए थे। शाजापुर एसडीएम की अगुवाई में आधा दर्जन से ज्यादा अधिकारियों का अमला सिटी हॉस्पिटल भी पहुंचा था। 

शनिवार शाम से रात तक हॉस्पिटल के रिकार्ड को भी उलटा-पलटा गया था। हॉस्पिटल के स्टाफ़ और डायरेक्टर डाॅक्टर वरूण बजाज से भी पूछताछ हुई थी। जांच-पड़ताल और पूरी रिपोर्ट भोपाल को भेजने के बाद सोमवार शाम को सिटी हॉस्पिटल को सील कर दिया गया। जांच रिपोर्ट के आधार पर डायरेक्टर डाॅक्टर बजाज के ख़िलाफ़ प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है।

उधर, हॉस्पिटल के संचालक डाॅक्टर बजाज ने ‘सत्य हिन्दी’ से बातचीत में दावा किया था कि लक्ष्मीनारायण को पेट की आंतों में तकलीफ थी। स्टोक (मिर्गी) की समस्या भी उन्हें हो रही थी, इसी वजह से उन्हें बेड से बांधा गया था। डिस्चार्ज के वक्त बकाया बिल मांगने पर परिजनों ने देने से इनकार किया था। इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की थी। पुलिस से बातचीत में परिजनों ने अपनी मुश्किलें गिनाईं थी। बजाज के मुताबिक़, पुलिस के आश्वासन पर लक्ष्मीनारायण को सरकारी अस्पताल ले जाने की अनुमति हॉस्पिटल ने दे दी थी।