रसोई गैसः विकास की सैलरी में 50 रुपये का इजाफा, बधाई
रसोई गैस (डोमेस्टिक एलपीजी) के रेट में शनिवार को 50 रुपये की बढ़ोतरी ने पेट्रोल की रेट बढ़ोतरी को पीछे धकेल दिया है। सरकार ने पिछले महीने 16 दिनों के अंदर तेल के दामों में 14 बार 80 पैसे की बढ़ोतरी करके उसे दस रुपये से आगे पहुंचा दिया। पेट्रोल के दाम आखिरी बार पिछले महीने ही बढ़े थे। लेकिन पेट्रोल-डीजल के मुकाबले रसोई गैस में एक ही झटके में 50 रुपये की बढ़ोतरी ने महंगाई को आसमान पर पहुंचा दिया है। सोशल मीडिया पर इस बारे में तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है।
सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह से इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वीआईपी प्रतिक्रिया के मुकाबले जनता की प्रतिक्रिया ज्यादा तीखी है। रसोई गैस के दाम बढ़ने पर लोग तरह तरह से इसे ट्विटर पर ट्रेंड करा रहे हैं। इनमें से एक ट्विटर ट्रेंड मोदी है तो बर्बादी है पर आम लोगों की काफी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। लोगों ने लिखा है कि सुखद खबर - घरेलू सिलेंडर के दाम में पूरे 50 रुपए का विकास, जनता में खुशी की लहर। किसान नामके ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि मैं डीजल-पैट्रोल, रसोई गैस के दाम ऐसे ही बढ़ाऊंगा, किसी में दम है तो रोक के दिखाओ, हारने की फिक्र नहीं, क्योंकि मेरे पास अंधभक्तो की फौज है, ईवीएम मेरे साथ है क्या बिगाड़ लोगे? एक प्रतिक्रिया इस तरह की भी दिखाई दी - उज्जवला मौसी के सुपुत्र विकास की सैलरी में आज 50 रुपये का इजाफा। बहुत बहुत बधाई।
में डीजल-पैट्रोल, रसोई गैस के दाम ऐसे ही बढाऊंगा, किसी मे दम है तो रोक के दिखाओ, हारने की फिक्र नही क्योंकि मेरे पास अंधभक्तो की फौज है, EVM मेरे साथ है क्या बिगाड़ लोगे? #मोदी_है_तो_बर्बादी_है pic.twitter.com/KgLreXDiKd
— किसान 🏹🚜🌾 (@Farmer0124) May 7, 2022
पत्रकार रणविजय सिंह ने लिखा है - सुखद खबर, घरेलू सिलेंडर के दाम में पूरे 50 रुपए का विकास, जनता में खुशी की लहर। कुछ लोगों ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के 24 जून 2011 के ट्वीट को रीट्वीट किया है। जिसमें वो उस समय की यूपीए सरकार से रसोई गैस के दाम बढ़ने पर तीखे सवाल पूछती दिख रही हैं। लोग स्मृति ईरानी से पूछ रहे हैं कि आजकल वो कहां हैं जब सरकार रसोई गैस और तेल के दाम बेतहाशा बढ़ाती जा रही है और वो चुप हैं।
सुखद खबर 😃
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) May 7, 2022
घरेलू सिलेंडर के दाम में पूरे 50 रुपए का विकास, जनता में खुशी की लहर.
कांग्रेस नेता शमा महमूद ने बहुत वाजिब बात कही है। उन्होंने लिखा है कि मार्च 2014 में रसोई गैस का दाम 410. 50 पैसे था। अब आज करीब एक हजार रुपये की रसोई गैस से गरीब परिवारों और निम्न मध्य वर्ग के परिवारों का कैसे गुजारा होगा। मोदी सरकार का ये लालच जनता को भुखमरी की तरफ धकेलेगा।
The price of a 14.2 kg domestic LPG cylinder has been hiked by Rs 50. It will now cost Rs 999.50/cylinder. In March 2014, the price used to be ₹410.5 per cylinder. How can the poor & lower middle class afford this rate? The BJP govt's greed will drive them to starvation!
— Dr. Shama Mohamed (@drshamamohd) May 7, 2022
कांग्रेस के अधिकृत ट्वीटर हैंडल पर इस रेट बढ़ोतरी को लेकर लिखा गया है - रसोई गैस सिलेंडर के दाम में आज फिर ₹50 की बढ़ोतरी हुई है, इसके साथ ही दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर का भाव अब ₹999.50 हो गया है। जनता सरकार से पूछ रही है कि क्या यही हैं वो अच्छे दिन जिसका सपना दिखाया गया था? अभिनव पांडे ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है - सुबह-सुबह आपका घरेलू एलपीजी सिलेंडर 50 रुपये बढ़ चुका है। दाम टक्क से 1000 के पार…चूल्हा या दिल…क्या जला ?
रसोई गैस सिलेंडर के दाम में आज फिर ₹50 की बढ़ोतरी हुई है, इसके साथ ही दिल्ली में LPG सिलेंडर का भाव अब ₹999.50 हो गया है। जनता सरकार से पूछ रही है कि क्या यही हैं वो अच्छे दिन जिसका सपना दिखाया गया था? pic.twitter.com/CG4HZqiPcH
— Congress (@INCIndia) May 7, 2022
कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने लिखा है - इस बार विदेश दौरे का खर्चा आपकी रसोई से वसूलेंगे मोदी जी। हर सिलेंडर पर मात्र 50 रुपये बढ़ा है।
fir rula diya na bechari Cylinderella Ko @narendramodi 😡 https://t.co/2gUy5EoxTI
— Rofl Gandhi 2.0 🏹 (@RoflGandhi_) May 7, 2022
सरकार ने हाल ही में कमर्शल एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए थे। 1 अप्रैल से लागू हो गई है। बढ़ोतरी के बाद राष्ट्रीय राजधानी में 19 किलो वाले एलपीजी कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 2,253 रुपए हो गई है। जबकि घरेलू उपयोग में काम आने वाले 14.2 किलो वाले (बिना सब्सिडी) एलपीजी सिलेंडर की कीमत 949.50 रुपए है।मुंबई में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 2,205 रुपए जबकि कोलकाता में इसकी कीमत 2,351 रुपए है और चेन्नई में यह 2,406 रुपए में मिल रहा है।बीते दिनों घरेलू उपयोग वाला एलपीजी सिलेंडर भी 50 रुपए महंगा हो गया था और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 10 दिन में 9 बार बढ़ोतरी हो चुकी है। इसके अलावा सीएनजी और पीएनजी के दाम भी बढ़े हैं। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले 4 महीने से ज्यादा वक्त तक पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई थी। लेकिन बीते दिनों में जिस तरह ईंधन की कीमतें बढ़ी हैं उससे निश्चित रूप से आम आदमी पर तगड़ी मार पड़ी है। निश्चित रूप से कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की क़ीमत 250 रुपए बढ़ने से आम जनता पर भी इसकी मार पड़ेगी।