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सिलेंडर 50 रुपये महंगा, लगातार बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की क़ीमत

सिलेंडर 50 रुपये महंगा, लगातार बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की क़ीमत

पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती क़ीमतों के साथ ही एलपीजी गैस के सिलेंडर में भी 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।

पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती क़ीमतों के साथ ही एलपीजी गैस के सिलेंडर में भी 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। अब दिल्ली में एक सिलेंडर की नई क़ीमत 769 रुपये होगी और यह 15 फरवरी यानी आज से लागू हो गई है। पिछले साल दिसंबर से अब तक यह तीसरी बार है, जब सिलेंडर की क़ीमतें बढ़ाई गई हैं। 1 दिसंबर, 2020 को भी सिलेंडर में 50 रुपये, 16 दिसंबर को भी 50 रुपये बढ़ाए गए थे। उससे पहले जुलाई, 2020 से 1 दिसंबर, 2020 तक सिलेंडर की क़ीमत 594 रुपये थी। 

इसके अलावा पिछले साल मई से अब तक कई उपभोक्ताओं को उन्हें सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी भी नहीं मिली है। सिलेंडर की यह क़ीमत तब बढ़ी है, जब पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से लोग पहले से ही परेशान हैं। 

लगातार सातवें दिन बढ़ोतरी 

15 फरवरी को लगातार सातवें दिन महानगरों में पेट्रोल और डीजल की क़ीमतों में बढ़ोतरी की गई। यह बढ़ोतरी 26-32 पैसे के बीच रही। दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल की क़ीमत में 26 पैसे की बढ़ोतरी हुई और यह 88.99 रुपये प्रति लीटर पर बिका जबकि डीजल की क़ीमत 79.35 रुपये प्रति लीटर रही। मुंबई में पेट्रोल की क़ीमत 95.46 रुपये प्रति लीटर रही जबकि डीजल 86.35 रुपये प्रति लीटर बिका। 

इससे पहले 14 फरवरी को दिल्ली में पेट्रोल की क़ीमत में 29 पैसे बढ़ोतरी हुई और यह 88.73 रुपये प्रति लीटर बिका और डीजल की क़ीमत में 32 पैसे की बढ़ोतरी हुई और यह 79.06 रुपये प्रति लीटर बिका। जबकि मुंबई में पेट्रोल 95.21 रुपये प्रति लीटर और डीजल 86.04 रुपये प्रति लीटर बिका। 

परभणी में पेट्रोल 100 पार 

महाराष्ट्र के परभणी में रविवार को पेट्रोल की क़ीमत 100 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई। परभणी जिले की पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमोल ने पीटीआई को बताया कि रविवार को पेट्रोल 100.16 रुपये प्रति लीटर बिका। इसकी वजह यह बताई गई कि पेट्रोल के ट्रांसपोर्टेशन पर आने वाला ख़र्च बहुत ज़्यादा है। परभणी में पेट्रोल नासिक के मनमाड से आता है, जो यहां से 340 किमी दूर है। 

कांग्रेस ने मांग की है कि टैक्स में कमी की जाए जिससे आम आदमी को पेट्रोल की क़ीमतों में लगी आग से बचाया जा सके। हालांकि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले हफ़्ते संसद में कहा था कि सरकार एक्साइज ड्यूटी में कमी पर विचार नहीं कर रही है। 

भोपाल में भी 100 पार 

भोपाल में भी कुछ दिन पहले पेट्रोल की क़ीमत 100 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गयी। हालात ये हो गए कि तेल डालने वाली मशीन भी इस रीडिंग को लेने में फ़ेल हो गयी। ऐसा इसलिए क्योंकि ये मशीनें पुरानी हैं और इनमें दो अंकों को ही दिखाने की व्यवस्था है, ये मशीनें तीन अंकों को नहीं दिखा पा रही हैं और इस वजह से लोगों को पेट्रोल नहीं मिल सका। 

डीजल से महंगा पेट्रोल!

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में एक ऐसा दौर भी आया था जब डीज़ल का दाम पहली बार पेट्रोल से ज़्यादा हो गया था। ऐसा जून, 2020 में हुआ था और देश की आज़ादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ था। तब कांग्रेस ने पूछा था कि उसकी सरकार के दौरान एक वक़्त जब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चा तेल (क्रूड ऑयल) 107 डॉलर प्रति बैरल पर था, तब भारत में पेट्रोल 71.41 और डीज़ल 55.49 रुपये का मिल रहा था और मोदी सरकार के कार्यकाल में जून, 2020 में जब क्रूड ऑयल का दाम 42.41 डॉलर प्रति बैरल था, तब पेट्रोल 79.76 और डीज़ल 79.88 पर बिक रहा था, क्या सरकार बताएगी कि ऐसा क्यों हो रहा है। 

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