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लोकसभा चुनावः चौथे चरण में भी कम वोटिंग, लेकिन अंतर मामूली

लोकसभा चुनावः चौथे चरण में भी कम वोटिंग, लेकिन अंतर मामूली

लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में भी मतदान में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। चौथे चरण में दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में 96 सीटों के लिए सोमवार को मतदान हुआ था। 

लोकसभा चुनाव के लिए मतदान में गिरावट चौथे चरण में भी देखी गई। चुनाव आयोग ने रात 11.45 बजे जो आंकड़ा जारी किया, उसके मुताबिक 96 सीटों पर 67.25 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि 2019 में चौथे चरण में इतनी ही सीटों पर 68.8 फीसदी मतदान हुआ था। लेकिन मौजूदा चौथे चरण के मतदान प्रतिशत में अभी बदलाव हो सकता है, क्योंकि चुनाव आयोग शुक्रवार तक अंतिम डेटा जारी करेगा।

मौजूदा चौथे चरण की तुलना अगर पिछले तीनों चरणों से करें तो स्थिति थोड़ा बेहतर हुई है। पहले चरण में 102 सीटों पर 66.14 फीसदी मतदान हुआ। जबकि 2019 में 69.89 फीसदी वोट इन सीटों पर पड़े थे। दूसरे चरण में 88 सीटों पर 66.71 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2019 में इन्हीं सीटों पर 69.64 फीसदी हुआ था। तीसरे चरण में 93 सीटों पर 65.68 फीसदी मतदान हुआ, जो 2019 में इन्हीं सीटों पर हुए 67.3 फीसदी से कम था। तीनों चरणों के अंतिम मतदान प्रतिशत चुनाव आयोग के अंतिम डेटा पर आधारित हैं।

चुनाव आयोग जम्मू कश्मीर, तेलंगाना और ओडिशा में मतदान प्रतिशत बढ़ने से काफी उत्साहित है। चौथे चरण में जम्मू कश्मीर की सिर्फ श्रीनगर सीट पर मतदान हुआ जो 2019 के मुकाबले बेहतर ही कहा जाएगा। श्रीनगर सीट पर 2019 में 14.39 फीसदी वोटिंग हुई थी लेकिन 2024 में 37.98 फीसदी मतदान हुआ जो 23 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। पीएम मोदी ने इसके लिए धारा 370 को खत्म किए जाने की वजह बताई है। लेकिन अगर यही वजह है तो फिर भाजपा ने जम्मू कश्मीर की सारी सीटों पर चुनाव क्यों नहीं लड़ा और क्यों उसने अपने प्रॉक्सी दलों को आगे किया। क्यों प्रमुख राजनीतिक दलों (नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी) के नेताओं को नजरबंद किया गया। बहरहाल, तेलंगाना की 17 सीटों पर मतदान प्रतिशत की बढ़ोतरी उल्लेखनीय मानी जाएगी। 2019 में तेलंगाना में 62.69 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि 2024 में 64.74 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि ओडिशा की चार सीटों पर मामूली बढ़ोतरी हुई। ओडिशा में 2019 में 73.95 फीसदी के मुकाबले 2024 में 73.97 फीसदी मतदान हुआ।  

पश्चिम बंगाल में और राज्यों के मुकाबले भारी मतदान देखा गया। चौथे चरण में यहां की 7 सीटों पर सबसे ज्यादा 78.37 फीसदी वोटिंग हुई। हालांकि 2019 में इन सीटों पर 82.68 फीसदी मतदान हुआ था। आयोग ने सोमवार रात 11.45 बजे यह आंकड़ा जारी किया है, जिसमें फेरबदल की संभावना है।

आंध्र प्रदेश में भी बंगाल जैसा हाल रहा। बाकी राज्यों के मुकाबले आंध्र प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर रात 11.45 बजे तक 76.5 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2019 में आंध्र में इन्हीं सीटों पर 79.64 फीसदी मतदान हुआ था। चुनाव आयोग यहां का अंतिम डेटा शुक्रवार को जारी करेगा। 

बता दें कि सोमवार को यूपी की 13, महाराष्ट्र की 11, मध्य प्रदेश की आठ, बिहार की पांच और झारखंड और ओडिशा की चार-चार सीटों पर मतदान हुआ था। दस राज्यों में कुल 96 लोकसभा सीटों के अलावा आंध्र प्रदेश की सभी 175 विधानसभा सीटों और ओडिशा की 28 विधानसभा सीटों पर सोमवार को ही वोटिंग हुई थी। पांचवे चरण का मतदान 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 49 लोकसभा सीटों के लिए 20 मई को होगा।

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