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लोकसभा चुनाव 2024ः दूसरे दौर में कल 88 सीटों पर मतदान

लोकसभा चुनाव 2024ः दूसरे दौर में कल 88 सीटों पर मतदान

दूसरे दौर का चुनाव भाजपा और इंडिया गठबंधन दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। अगर इस दौर में भी मतदान गिरता है या कम रहता है तो भाजपा की उम्मीदों पर चोट पहुंच सकती है। दूसरे दौर में केरल जैसा राज्य भी है, जहां भाजपा बहुत कमजोर स्थिति में है। जानिए किस राज्य में कौन जीतने के दावे कर रहा हैः

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को 13 राज्यों की 88 सीटों पर होने वाले सघन प्रचार अभियान का समापन हो गया था लेकिन गुरुवार को तमाम दलों ने सोशल मीडिया पर अपने अभियान को चलाया। सात चरणों के चुनाव का पहला चरण 21 राज्यों की 102 सीटों पर हो चुका है। इस बार सीटें तो कम हैं लेकिन स्टेक बहुत हाई है।

दूसरे चरण में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की 8-8 सीटों, मध्य प्रदेश की 7 सीटों, असम और बिहार की 5-5 सीटों पर मतदान होगा। छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में 3-3 सीटें और मणिपुर, त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर में 1-1 सीट है।

दूसरे चरण के प्रमुख मुकाबले

प्रमुख दावेदारों में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (तिरुवनंतपुरम), भाजपा के तेजस्वी सूर्या (कर्नाटक), हेमा मालिनी और अरुण गोविल (उत्तर प्रदेश), कांग्रेस नेता राहुल गांधी (वायनाड) और शशि थरूर (तिरुवनंतपुरम), साथ ही कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी कड़े मुकाबले में शामिल हैं।

मध्य प्रदेश के हालातः प्रदेश में तीन लोकसभा सीटों पर मतदान होगा - राजनांदगांव, जहां कांग्रेस के पूर्व सीएम भूपेश बघेल लड़ रहे हैं, कांकेर (एसटी), और महासमुंद। भाजपा के दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित प्रमुख नेताओं की रैलियां हुई थीं। दूसरी ओर, कांग्रेस ने अपनी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कमान संभालते हुए देखा। भाजपा कार्यकर्ताओं के दिलोदिमाग से अभी विधानसभा चुनाव जीतने की खुमारी उतरी नहीं है। यहां कांग्रेस खामोशी से चुनाव लड़ रही है। देखना है कि मतदाताओं का रुख क्या रहता है।

राजस्थान के हालात

राजस्थान में दूसरे चरण में 152 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें दो केंद्रीय मंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और एक पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शामिल हैं। कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय के भाजपा में शामिल होने के बाद समीकरण बदले हैं। बांसवाड़ा लोकसभा सीट से मालवीय भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। इस चरण में बांसवाड़ा के अलावा बाड़मेर-जैसलमेर, जोधपुर, जालौर, चित्तौड़गढ़ और कोटा-बूंदी हॉट सीटें हैं। अन्य निर्वाचन क्षेत्र टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, उदयपुर, राजसमंद, कोटा और झालावाड़-बारां हैं। इस चरण में कांग्रेस हर सीट पर लड़ती दिखाई दे रही है। पहले चरण में 12 सीटों पर मतदान प्रतिशत कम रहा था। इससे भाजपा थोड़ा असहज स्थिति में खुद को पा रही है।

पश्चिम बंगाल के हालातः इस चरण में दार्जिलिंग, रायगंज और बालुरघाट लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होना है। बालुरघाट में भाजपा के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष और मौजूदा सांसद सुकांत मजूमदार और राज्य मंत्री बिप्लब मित्रा के बीच कड़ी टक्कर है। दूसरे चरण में चुनाव लड़ रहे 47 उम्मीदवारों में से तीन महिलाएं हैं। दार्जिलिंग सीट से मौजूदा सांसद राजू बिस्ता समेत कुल 14 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। टीएमसी ने पूर्व नौकरशाह गोपाल लामा को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने मुनीश तमांग को उम्मीदवार बनाया है। यहां पर भाजपा किसी भी तरह टीएमसी का किला भेदना चाहती है। उसने कई स्थानीय मुद्दों का उठाया है और प्रचार में टीएमसी से आगे है।

केरल में एलडीएफ और यूडीफ का मुकाबला

केरल में गृह मंत्री अमित शाह, एआईसीसी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी सहित विभिन्न प्रमुख नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टियों के लिए जबरदस्त चुनाव प्रचार किया। राज्य की 20 सीटों के लिए कुल 194 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ एलडीएफ, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के लिए महत्वपूर्ण लड़ाई है। हालांकि इस लड़ाई में एनडीए कहीं नहीं ठहर पा रही है। तिरुअंन्तपुरम में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को कांग्रेस के शशि थरूर के मुकाबले भाजपा ने इसे हॉट सीट बनाने की कोशिश की है लेकिन भाजपा स्थानीय मुद्दों का मुकाबला राष्ट्रीय मुद्दों से कर रही है जो मतदाता पचा नहीं पा रहे हैं।   

कर्नाटक के हालातः सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन के बीच सीधा चुनावी मुकाबला होने जा रहा है। राज्य में 14 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें सभी 14 सीटों पर कांग्रेस, 11 सीटों पर भाजपा लड़ रही है और तीन सीटों - हासन, मांड्या और कोलार पर उसकी सहयोगी जेडीएस लड़ रही है।

यूपी की 8 सीटों के हालात

दूसरे चरण में यूपी में 8 सीटों पर मतदान होगा। इनमें सभी सीटें पश्चिमी यूपी में हैं। जिसमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अमरोहा, मथुरा, अलीगढ़, बागपत और बुलंदशहर हैं। इसमें से मथुरा और मेरठ सीट हॉट सीट कही जा सकती है। दोनों ही सीटों पर फिल्मी कलाकार भाजपा ने उतारे हैं। मेरठ से अरुण गोविल और मथुरा से हेमा मालिनी ने राष्ट्रीय मुद्दों पर चुनाव लड़ने की कोशिश की है। पश्चिमी यूपी में आरएलडी का प्रभाव है लेकिन आरएलडी ने भाजपा से दूरी बनाए रखी है। इस वजह से आरएलडी का कितना वोट भाजपा में ट्रांसफर होगा, इसका पता 4 जून को चलेगा। दूसरे दौर में भाजपा के लिए सभी 8 सीटों पर लड़ाई आसान नहीं रही है। जातीय समीकरण ने भाजपा प्रत्याशियों को काफी परेशान किया है। क्षत्रीय, त्यागी और सैनी मतदाताओं ने खुलकर भाजपा के खिलाफ प्रचार किया है।

बिहार की 5 सीटों के हालात

दूसरे चरण में पांच लोकसभा क्षेत्रों-भागलपुर, बांका, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार में शुक्रवार को मतदान होगा।इन सभी सीटों पर एनडीए के साथ गठबंधन में शामिल जेडीय) के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि तीन कांग्रेस के और दो आरजेडी के उम्मीदवार हैं। दो सीटों पर कांग्रेस और जेडीयू के बीच सीधा मुकाबला होगा, जबकि एक सीट पर जेडीयू का मुकाबला आरजेडी से होगा। पूर्णिया और किशनगंज में त्रिकोणीय लड़ाई है। पूर्णिया में जेडीयू के संतोष कुशवाहा का मुकाबला आरजेडी की बीमा भारती और निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव से है। पप्पू यादव स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि आरजेडी ने पहली बार जेडीयू के खिलाफ बीमा भारती को मैदान में उतारा है। पूर्णिया सीट पर पप्पू यादव-भारती के बीच मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है। पूर्णिया में सिर्फ पप्पू यादव ही लड़ते दिख रहे हैं। यहां पर तेजस्वी की रैली फ्लॉप रही है।

किशनगंज में कांग्रेस के मोहम्मद जावेद जेडीयू के मुजाहिद आलम और एआईएमआईएम उम्मीदवार अख्तरुल इमान के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। त्रिकोणीय मुकाबले में किसी का पलड़ा भारी नहीं कहा जा सकता। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के मोहम्मद जावेद ने AIMIM के अख्तरुल ईमान को हराकर जीत हासिल की थी।

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