लोकसभा चुनाव 2024: गुजरात के बाद यूपी के 'क्षत्रिय' भाजपा से क्यों नाराज?
ननौता, उत्तरप्रदेश में ठाकुर पूरण सिंह के नेतृत्व में ‘क्षत्रिय स्वाभिमान महाकुंभ– 2’ में लाखों की संख्या में राजपूत एक जाजम पर बैठे। अब इस मिथक को पूरी तरह खारिज मानना चाहिए कि राजपूतों में एकता नहीं है। जब जब आह्वाहन हुआ है हम एक हुए है और अब हम राजनीतिक रूप से भी परिपक्व हो… pic.twitter.com/pFKVVHoiRG
— Mahendra Singh Taratra (@Tharshree) April 8, 2024
केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला की कथित टिप्पणी से गुजरात में भाजपा के खिलाफ 'क्षत्रिय' समुदाय के विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी हैं लेकिन अब यूपी से भी ऐसी ही खबरें आ रही हैं। लेकिन यूपी के राजपूतों की नाराजगी की वजह कुछ और है। क्षत्रिय समाज ने रविवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक पंचायत आयोजित की। राजपूत नेताओं ने भाजपा पर 'क्षत्रिय समुदाय के हितों की अनदेखी करते हुए समुदाय के सदस्यों से आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों का विरोध करने का आह्वान किया।
राजपूत समाज के नेता ठाकुर पूर्ण सिंह का बड़ा बयान कहां की जो भी बीजेपी पार्टी को हराएगा राजपूत समाज उसे ही करेगा वोट pic.twitter.com/rq8i4wOfQO
— GAURAV KUMAR JAIN (@gauravjainspa) April 7, 2024
नानौता कस्बे में आयोजित इस पंचायत में हरियाणा, राजस्थान और गुजरात सहित राज्य और देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में क्षत्रिय समुदाय के नेताओं ने भाग लिया। यानी यह पंचायत यूपी स्तर की न होकर अखिल भारतीय बन गई।
किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष और क्षत्रिय समुदाय के नेता ठाकुर पूरन सिंह ने कहा कि समुदाय के सदस्य उस पार्टी का समर्थन करेंगे, जो भाजपा उम्मीदवारों को हराने के लिए बेहतर स्थिति में होगी। सिंह ने कहा, ''हमने हमेशा भाजपा का समर्थन किया है, लेकिन भाजपा राजपूत नेताओं को दरकिनार कर रही है... लोकसभा चुनाव के लिए टिकटों के वितरण में हमारे समुदाय को नजरअंदाज किया गया है।''
किसान नेता ठाकुर पूरण सिंह के नेतृत्व मे आज सहारनपुर (नानौता) मे क्षत्रिय समाज के आक्रोश की स्वभाविक अभिव्यक्ति हुई 💪
— Dheer singh pundir (धीरवाणी) (@dheersen) April 7, 2024
इस आक्रोशित जनसैलाब की धमक सीधे P.M.O तक पहुंच चुकी है!
न सिर्फ सहारनपुर/मेरठ मण्डल बल्कि हरियाणा उत्तराखण्ड राजस्थान हिमाचल तक से क्षत्रिय समाज नानौता पहुंचा 👊 pic.twitter.com/7qcQb2vSkX
16 को एक और बड़ी बैठक
ननौता पंचायत में वक्ताओं ने यह भी कहा कि उनके समुदाय के नेताओं को भाजपा संगठन में भी पद नहीं दिए गए हैं और समुदाय के सदस्यों से एकजुट रहने और चुनाव में भाजपा का विरोध करने को कहा। पंचायत ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से बमुश्किल तीन दिन पहले 16 अप्रैल को मेरठ जिले के सरधना में समुदाय के नेताओं की एक और बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया।
क्षत्रिय अस्मिता के खिलाफ जहर उगलने वाले गुजरात के रूपाला के विरोध मे हजारों की संख्या मे गुजरात के सुरेंद्र नगर लोक सभा क्षेत्र के धनंदुका शहर मे क्षत्रिय समाज ने इखट्टा होकर अपनी नाराजगी और अपनी ताकत दिखाई " #भाजपा_हटाओ_राजपूत_बचाओ#भाजपा_हटाओ_देश_बचाओ #Rajput_Boycott_BJP pic.twitter.com/6pz14vn4Np
— Dharmendra singh Rajput (@Dharmen57536584) April 7, 2024
पश्चिमी यूपी की आठ लोकसभा सीटों, जिनमें सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, कैराना, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर शामिल हैं, पर 19 अप्रैल को मतदान होगा। कुछ दिन पहले मुजफ्फरनगर जिले में भी इसी तरह की पंचायतें आयोजित की गई थीं, जहां वक्ताओं ने समुदाय के लोगों से भाजपा उम्मीदवार संजीव बलियान का विरोध करने को कहा था। इस आह्वान का असर तब दिखाई दिया, जब एक गांव में संजीव बालियान का गांव के लोगों ने जबरदस्त विरोध किया। गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी। संजीव बालियान को वहां से भागना पड़ा। बाद में भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि यह सब असामजिक तत्वों की शरारत थी।
हाल ही में केंद्रीय मंत्री रूपाला ने टिप्पणी की थी कि क्षत्रिय राजाओं ने मुस्लिम शासकों के उत्पीड़न को स्वीकार कर लिया था और अपनी बेटियों की शादी भी उनसे कर दी थीं। इस टिप्पणी पर गुजरात के क्षत्रिय काफी नाराज हो गए। उसका असर यूपी, राजस्थान, हरियाणा के राजपूत समुदाय पर भी पड़ा। सहारनपुर हरियाणा से सटा हुआ यूपी का जिला है। इसलिए ननौता में रविवार की पंचायत इसीलिए रखी गई कि हरियाणा से भी लोग आ सकें। हालांकि रूपाला अब माफी मांगते घूम रहे हैं लेकिन राजपूतों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है। .