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शराब घोटालाः केजरीवाल गिरफ्तार हो सकते हैंः आप, पंजाब में विधायक पर ईडी छापे

शराब घोटालाः केजरीवाल गिरफ्तार हो सकते हैंः आप, पंजाब में विधायक पर ईडी छापे

दिल्ली सरकार की रद्द हो चुकी नई शराब नीति में ईडी ने दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया है। आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को कहा कि केजरीवाल जब ईडी के सामने पेश होंगे तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। उधर पंजाब के मोहाली में आप विधायक कुलवंत सिंह के आवास पर ईडी के छापे जारी हैं। वहां भी कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर कार्रवाई हो रही है। 

आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने मंगलवार 31 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आशंका जताई है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 2 नवंबर को पूछताछ वाले दिन केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आप प्रमुख केजरीवाल से डरते हैं। भाजपा और मोदी आप को खत्म करना चाहते हैं।

यहां यह बताना जरूरी है कि ईडी ने पहली बार है केजरीवाल को समन भेजा है। अप्रैल में इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने उनसे पूछताछ की थी।

आतिशी ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा आप को निशाना बनाने के लिए हर हथकंडे अपना रही है क्योंकि वह जानती है कि वो केजरीवाल को चुनाव में नहीं हरा सकती। उन्होंने कहा, ''बीजेपी और पीएम मोदी जानते हैं कि वे आम आदमी पार्टी को चुनाव में नहीं हरा सकते. अब आप को खत्म करने के लिए उसके नेताओं को जेल में डाला जा रहा है। आम आदमी पार्टी के सभी बड़े नेताओं को सलाखों के पीछे डालने का एक ही मतलब है कि वे (बीजेपी) आप को खत्म कर देंगे।''

आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद, भाजपा सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करके इंडिया गठबंधन के अन्य नेताओं और उसके मुख्यमंत्रियों को निशाना बनाएगी। आप नेता ने कहा- “बीजेपी के खिलाफ बोलने वालों को निशाना बनाना और ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग सिर्फ अरविंद केजरीवाल पर ही खत्म नहीं होगा, बल्कि विपक्ष और इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं को भी जेल में डाल दिया जाएगा। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अगला नंबर हेमंत सोरेन, फिर तेजस्वी यादव, फिर पी. विजयन और फिर एमके स्टालिन का होगा।''

क्यों डर रही है आप

आम आदमी का डर यूं ही नहीं है। दिल्ली शराब नीति केस में आम आदमी पार्टी के दो वरिष्ठ नेता इन दिनों जेल में हैं। इसमें पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह शामिल हैं। दरअसल सिसोदिया की जमानत अर्जी पर सोमवार को सुनवाई के दौरान अदालत की टिप्पणी गंभीर है। मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने इस आधार पर राहत देने से इनकार कर दिया कि मामले में 338 करोड़ रुपये के धन का लेन-देन का मामला अस्थायी रूप से उनसे जुड़ता है। नई शराब नीति मुख्यमंत्री की हरी झंडी मिलने के बाद ही तैयार की गई थी। अदालत ने कहा, 'हमने तर्कों और कुछ क़ानूनी सवालों का ज़िक्र किया है लेकिन हमने उनमें से अधिकांश का उत्तर नहीं दिया है। विश्लेषण में कुछ ऐसे पहलू हैं जो 338 रुपये करोड़ के हस्तांतरण के संबंध में संदिग्ध हैं। 

इस बीच सरकारी सूत्रों ने बताया कि ईडी ने मंगलवार को ड्रग्स से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत पंजाब में कई स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें आप विधायक कुलवंत सिंह के परिसर भी शामिल हैं। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों को लेकर ईडी ने ये छापे मोहाली, अमृतसर और लुधियाना में मारे हैं। 

कुलवंत सिंह, जो ₹1,000 करोड़ की संपत्ति के साथ पंजाब के सबसे अमीर विधायक हैं, दिसंबर 2021 में AAP में शामिल हुए और मोहाली से टिकट पाने में कामयाब रहे। 2022 के चुनावों में उन्होंने यह सीट जीती। 2015 में वह कांग्रेस के समर्थन से मोहाली नगर निगम सदन के पहले मेयर बनने में कामयाब रहे थे। बाद में, 2017 में, वह शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गए। जनवरी 2021 में उन्हें "पार्टी विरोधी गतिविधियों" के लिए अकाली दल से निष्कासित कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने 2021 के निकाय चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने का फैसला किया था, जहां वह हार गए थे।

ईडी की कार्रवाई पीएमएलए प्रावधानों के तहत की जा रही है और समझा जाता है कि यह नशीली दवाओं की तस्करी के मामले से संबंधित पंजाब पुलिस की एक एफआईआर पर आधारित है। विधायक हाल ही में तब खबरों में थे जब पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से विधायक की रियल एस्टेट कंपनी के खिलाफ "कड़ी कार्रवाई" करने को कहा था, जिसकी दो परियोजनाओं ने कथित तौर पर पर्यावरण मानदंडों का उल्लंघन किया था। मोहाली में दो परियोजनाएं जनता लैंड प्रमोटर्स लिमिटेड (जेएलपीएल) द्वारा विकसित की जा रही हैं, जिसके मालिक कुलवंत सिंह हैं।

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