पद्म विभूषण पंडित जसराज नहीं रहे
दुनिया के सबसे प्रमुख भारतीय शास्त्रीय गायकों में से एक पंडित जसराज का अमेरिका के न्यू जर्सी शहर में सोमवार को निधन हो गया। वह 90 साल के थे। संगीत की दुनिया में उनका सफर क़रीब 80 साल तक रहा। 2000 में उन्हें भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। हरियाणा में 1930 में जन्मे पंडित जसराज ने 14 साल की उम्र में गायन शुरू कर दिया था।
रिपोर्टों के अनुसार उनकी बेटी दुर्गा जसराज ने बताया कि बड़े दुख के साथ हमें यह सूचित करना पड़ रहा है कि संगीत मार्तंड पंडित जसराज ने अमेरिका के न्यू जर्सी में सुबह 5:15 बजे कार्डिअक अरेस्ट के चलते अंतिम साँसें लीं। बता दें कि जब कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से भारत में लॉकडाउन किया गया था तब वह अमेरिका में थे। तब उन्होंने अमेरिका में ही ठहरना उचित समझा था।
मेवाती घराने से ताल्लुक रखने वाले पंडित जसराज ने न सिर्फ भारत बल्कि दुनियाभर को शास्त्रीय संगीत के सुरों में पिरोया था। वह अमेरिका और कनाडा में भी संगीत शिक्षा देते थे। बता दें कि पिछले साल रिपोर्ट आई थी कि इंटरनैशनल ऐस्ट्रोनॉमिकल यूनियन ने एक छोटे से ग्रह का नाम पंडित जसराज पर रखा था। 2006 में खोजे गए ग्रह का नाम पहले VP32 (संख्या-300128) था। तब पीटीआई ने पंडित जसराज की बेटी दुर्गा जसराज के हवाले से ख़बर दी थी कि इंटरनैशनल ऐस्ट्रोनॉमिकल यूनियन ने आधिकारिक तौर पर 23 सितंबर को उस ग्रह का नाम 'पंडितजसराज' कर दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'पंडित जसराज जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से भारतीय सांस्कृतिक क्षेत्र में एक बड़ा ख़ालीपन आ गया है। न केवल उनकी प्रस्तुतियाँ उत्कृष्ट थीं, बल्कि उन्होंने कई अन्य गायकों के लिए एक असाधारण गुरु के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ऊँ शांति।'
The unfortunate demise of Pandit Jasraj Ji leaves a deep void in the Indian cultural sphere. Not only were his renditions outstanding, he also made a mark as an exceptional mentor to several other vocalists. Condolences to his family and admirers worldwide. Om Shanti. pic.twitter.com/6bIgIoTOYB
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2020
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक संदेश में कहा है, 'संगीत लेजेंड और अद्वितीय शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के निधन से दुख पहुँचा है। पद्म विभूषण पंडित जसराज ने 8 दशकों से अधिक के करियर में भावपूर्ण प्रस्तुतियों से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। उनके परिवार, दोस्तों और संगीत के चाहने वालों के प्रति संवेदना।'
Music legend and unparalleled classical vocalist Pandit Jasraj’s passing makes me sad. Spanning a distinguished career of over 8 decades, Pandit Jasraj, a Padma Vibhushan recipient, enthralled people with soulful renditions. Condolence to his family, friends & music connoisseurs.
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 17, 2020
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'संगीत मार्तंड पंडित जसराज जी एक असाधारण कलाकार थे जिन्होंने अपनी जादुई आवाज़ से भारतीय शास्त्रीय संगीत को समृद्ध किया। उनका निधन व्यक्तिगत क्षति की तरह लगता है। वह अपनी अद्वितीय रचनाओं के माध्यम से हमारे दिलों में हमेशा के लिए रहेंगे। उनके परिवार और अनुयायियों के प्रति संवेदना। ऊँ शांति।'
Sangeet Martand Pandit Jasraj ji was an incredible artist who enriched Indian classical music with his magical voice. His demise feels like a personal loss. He will remain in our hearts forever through his peerless creations. Condolences to his family and followers. Om Shanti
— Amit Shah (@AmitShah) August 17, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने भी उनके निधन पर संगीत जगत को एक बड़ा नुक़सान बताया है। उन्होंने कहा कि वह अमर गायन के माध्यम से सदैव हमारे बीच रहेंगे।
पंडित जसराज जी का निधन संगीत जगत को एक बड़ी क्षति है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 17, 2020
वे अपने अमर गायन के माध्यम से सदैव हमारे बीच रहेंगे।
उनके परिवार और प्रियजनों को संवेदनाएँ।
उनकी स्मृति को मेरा नमन।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, 'सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के निधन से मुझे गहरा दुःख हुआ है। मेवाती घराना से जुड़े पंडितजी का सम्पूर्ण जीवन सुर साधना में बीता। सुरों के संसार को उन्होंने अपनी कला से नए शिखर दिए। उनके जाने से संगीत का बड़ा स्वर मौन हो गया है। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।'