राहुल गांधी का बड़ा आरोप- चक्रव्यूह बयान के बाद ED की मेरे खिलाफ छापे की तैयारी
विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया कि 29 जुलाई को संसद में उनके 'चक्रव्यूह' बयान के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उन पर छापे की योजना बना रहा है। राहुल का कहना है कि उन्हें यह सूचना उनके अपने ईडी सूत्रों से मिली है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह उनका 'बाहें फैलाकर इंतजार कर रहे हैं।'
Apparently, 2 in 1 didn’t like my Chakravyuh speech. ED ‘insiders’ tell me a raid is being planned.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 1, 2024
Waiting with open arms @dir_ed…..Chai and biscuits on me.
राहुल गांधी ने एक्स पर शुक्रवार को लिखा- "स्पष्ट है कि टू इन वन (Two in One) को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया। ईडी के 'अंदरूनी सूत्रों' ने मुझे बताया कि छापे मारने की योजना बनाई जा रही है। खुले हाथों से इंतजार कर रहा हूं, @dir_ed। चाय और बिस्कुट मेरे पास हैं।" यहां यह बताना जरूरी है कि टू इन वन का यहां इस्तेमाल मोदी और शाह के लिए किया गया है।
राहुल गांधी ने 29 जुलाई को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024 पर धमाकेदार भाषण देते हुए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था। उन्होंने कहा कि देश के किसान, श्रमिक और युवा भयभीत हैं। राहुल गांधी ने यह कहने की हिम्मत दिखाई थी कि 6 लोग देश को नियंत्रित कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने संकेतों में भाजपा और मोदी को कौरवों की टीम बता दी और भारत के लोगों को अभिमन्यु। राहुल गांधी ने कहा कि आज फिर से चक्रव्यूह रचा जा रहा है, लेकिन देश की जनता अभिमन्यु नहीं है, बल्कि वह अर्जुन है। उन्होंने कहा, 'यह लड़ाई चक्रव्यूह जिसे 6 लोग नियंत्रित करते हैं और शिवजी की बारात के बीच है जो वास्तव में समावेशी है... हम अर्जुनों की धरती से आते हैं और हम इस चक्रव्यूह को भेदेंगे।'
राहुल गांधी ने कहा था- 'हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में 6 लोगों ने मारा था। चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह, जो कमल के फूल के शेप में होता है। इसके अंदर डर और हिंसा है। 21वीं सदी में एक और चक्रव्यूह तैयार किया गया है। जो अभिमन्यु के साथ हुआ, वही भारत के साथ किया जा रहा है।' उन्होंने आगे कहा, 'अभिमन्यु को चक्रव्यूह में 6 लोगों ने मारा था। आज भी चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं। ये 6 लोग- नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजीत डोभाल, अडानी और अंबानी हैं।
In Kurukshetra, Abhimanyu was trapped and killed in a Chakravyuh - a formation controlled by six people, and also known as Padmavyuh for its resemblance to a lotus formation.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 29, 2024
Today a 21st century lotus-shaped Chakravyuh is trapping India and is controlled by six figures:… pic.twitter.com/GMmF4P4w0r
कांग्रेस नेता ने कहा, "भारत पर कब्जा करने वाले 'चक्रव्यूह' के पीछे तीन ताक़तें हैं- एकाधिकार पूंजी का विचार - कि दो लोगों को पूरे भारतीय धन का मालिक बना दो...। दूसरा, एजेंसियां- सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग। और तीसरा, राजनीतिक कार्यपालिका।" राहुल गांधी ने आरोप लगाया, 'ये तीनों मिलकर चक्रव्यूह के केंद्र में हैं और इस देश को तबाह कर दिया है।'उन्होंने कहा, 'चक्रव्यूह बनाने वालों को गलतफहमी है। उन्हें लगता है कि देश के युवा और पिछड़े लोग अभिमन्यु हैं.. लेकिन वे अभिमन्यु नहीं हैं- अर्जुन हैं, जो आपका चक्रव्यूह तोड़कर फेंक देंगे।'
उन्होंने कहा, 'आपने जो चक्रव्यूह बनाया है, उससे करोड़ों लोगों को नुक़सान हो रहा है। हम इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहे हैं। ऐसा करने का सबसे बड़ा तरीका, जो आपको डराता है, वह है जाति जनगणना।' उन्होंने कहा कि 'जैसा कि मैंने कहा इंडिया गठबंधन इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा। इसी तरह, हम इस सदन में जाति जनगणना पारित करेंगे, चाहे आपको यह पसंद हो या न हो।'
अनुराग ठाकुर ने सरकार को फंसाया
भाजपा के लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने ससंद में चक्रव्यूह पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों पर चुटकी लेने की कोशिश की। ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग 'एक्सीडेंटल हिंदू' हैं और महाभारत के बारे में उनका ज्ञान भी एक्सीडेंटल है। उन्होंने राहुल से उनकी जाति भी पूछी। इस पर संसद में काफी हंगामा हुआ। सपा अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने सदन में कहा कि अनुराग ठाकुर कैसे किसी की जाति पूछ सकते हैं। इस पर काफी हंगामे के बाद लोकसभा अध्यक्ष पद पर आसीन जगदम्बिका पाल ने ठाकुर के आपत्तिजनक बयानों को सदन की कार्यवाही से हटवा दिया। लेकिन पीएम मोदी ने उन हटाए गए बयानों को अनुराग ठाकुर का हौसला बढ़ाते हुए ट्वीट कर दिया। कांग्रेस ने मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। जिसे अध्यक्ष ने अभी स्वीकार नहीं किया है।
केंद्र द्वारा पेश बजट पर सरकार जो माहौल बनाना चाहती थी जो नेरेटिव सेट करना चाहती थी, उसका मकसद पूरा नहीं हो सका। बजट की जहां चौतरफा आलोचना अभी भी हो रही है, वहीं जाति जनगणना की मांग ने सरकार को मुसीबत में डाल दिया है। दो महीने बाद महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में विधानसभा चुनाव हैं। दूसरी तरफ यूपी भाजपा में जूतमपैजार हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाने के लिए भाजपा नेताओं ने मुहिम छेड़ रखी है। राहुल के बयान ने सरकार को और परेशानी में डाल दिया है।