केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे के आशीष मिश्रा के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। उनके ख़िलाफ़ दर्ज एफ़आईआर में कई दूसरे लोगों के भी नाम हैं।
मंत्री के बेटे पर आरोप है कि उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ा कर उन्हें रौंद दिया।
लखीमपुर में रविवार को हुए कांड में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई है।
लेकिन गृह राज्य मंत्री ने मौके पर अपने बेटे की मौजूदगी से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि वारदात के समय उस जगह न तो वे खुद थे न ही उनका बेटा था।
उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके ड्राइवर को पीट-पीट कर मार डाला गया है।
अजय मिश्रा ने कहा, "वो, मैं या मेरे परिवार का कोई भी सदस्य उस वक़्त वहाँ मौजूद ही नहीं था।"
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने इसके आगे कहा, "जैसा कि आप सबको जानकारी है कि हमारे पैतृक गाँव में प्रतिवर्ष कुश्ती प्रतियोगिता का कार्यक्रम होता है। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बतौर मुख्य अतिथि आज माननीय उपमुख्यमंत्री जी को आना था और लखीमपुर में पीडब्ल्यूडी का कार्यक्रम था, वह करके हम दोनों लोग साथ आ रहे थे।"
उन्होंने इसके आगे कहा, "जब हम कार्यक्रम स्थल से थोड़ी दूर थे तो हमारा रूट यह बता कर बदल दिया गया कि कुछ किसान वहाँ पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और काला झंडा दिखाने की कोशिश करेंगे। उसके बाद हमारे कार्यकर्ता चार पाँच गाड़ियों से हमें लेने आ रहे थे। उन कार्यकर्ताओं पर किसानों के बीच शामिल अराजक तत्वों ने पथराव किया। इसकी वजह से वो गाड़ियाँ रुकीं।"
अजय मिश्रा ने यह भी कहा है कि यदि उनका बेटा उस समय वहां रहा होता तो जिंदा नहीं बचता। उपद्रवियों ने लाठी-डंडों और तलवारों से हमला कर दिया था।