यूक्रेन ने घोषित किया आपातकाल, युद्ध रोकने की अपील
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के द्वारा यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई करने के एलान से पहले यूक्रेन ने देश में आपातकाल घोषित कर दिया और रूस में रह रहे अपने नागरिकों से कहा कि वे तुरंत इस मुल्क को छोड़ दें। दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक भी इस मामले में बुलाई गई।
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा है कि उसकी यह सैन्य कार्रवाई यूक्रेन के लोगों की रक्षा के लिए है क्योंकि वे बीते कई सालों से मुश्किलें झेल रहे हैं। जबकि यूक्रेन ने इस बैठक में कहा है कि रूस को हमला करने से रोका जाए।
पुतिन ने दुनिया के बाकी देशों को चेताया है कि रूस की सैन्य कार्रवाई में दख़ल देने की किसी भी कोशिश के गंभीर नतीजे होंगे।
पुतिन ने कहा है कि रूस अपने देश के हितों और लोगों की सुरक्षा से पीछे नहीं हटेगा और इसके लिए हम अपनी सेना को मजबूत बनाते रहेंगे। पुतिन के एलान के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव में लगातार बम धमाकों की आवाज सुनाई दी है।
रूस ने भी कीव में अपने दूतावास को खाली कराने का आदेश दे दिया है। दोनों देशों की सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों और युद्ध के साजो सामान का जमावड़ा लग चुका है।
यूक्रेन की ओर से 30 दिन का आपातकाल घोषित किया गया है और जरूरत पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
बुधवार को हुई संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने रूस की आक्रामक योजना को रोकने की अपील की थी।
रूस की ओर से पूर्वी यूक्रेन के लुहान्स्क और दोनेत्स्क को आजाद देश के तौर पर मान्यता देने के बाद से ही उस पर दुनिया के तमाम देशों ने प्रतिबंध लगा दिए हैं लेकिन बावजूद इसके रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है।