विद्यासागर की मूर्ति तोड़ने पर बवाल, बंगाल में तनाव
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के पश्चिम बंगाल के कोलकाता में रोड शो के दौरान हुए बवाल और समाज सुधाकर ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने की घटना ने बड़ा रूप ले लिया है। बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस इसे लेकर आमने-सामने आ गए हैं। मुद्दे की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अमित शाह ने इस पर तुरंत प्रेस कॉन्फ़्रेस कर तृणमूल पर आरोपों की बौछार कर दी। दूसरी ओर तृणमूल ने भी बीजेपी को जवाब देते हुए राज्य भर में प्रदर्शन किए हैं।
अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि बंगाल में अब तक हर चरण में हिंसा हुई है, इसका मतलब साफ़ है कि तृणमूल कांग्रेस ही हिंसा करवा रही है। शाह के मुताबिक़, टीएमसी के लोगों ने हिंसा की और टीएमसी के ही गुंडों ने ही ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा भी तोड़ी है। शाह ने कहा कि रोड शो से पहले ही वहाँ लगे बीजेपी के पोस्टर फाड़ दिए गए। रोड शो में 3 बार हमले किए गए और तोड़फोड़, आगजनी की गई। इसके अलावा बोतल में केरोसिन डालकर हमला किया गया।
सौभाग्य से ही बच पाया
शाह ने कहा, ‘मैं इतना कहना चाहता हूँ कि अगर सीआरपीएफ़ न होती तो मेरा वहाँ से बच निकलना बहुत मुश्किल था, सौभाग्य से ही मैं वहाँ से बचकर आया हूँ।’ शाह ने कहा कि हमारे बहुत सारे कार्यकर्ता मारे गए हैं, मुझ पर हमला होना भी स्वाभाविक था। उन्होंने कहा कि इससे यह तय हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा कमरों के अंदर है। कॉलेज बंद हो चुका था, सब लॉक हो चुका था, फिर किसने कमरे खोले। ताला भी नहीं टूटा है, फिर चाबी किसके पास थी। शाह ने कहा कि चुनाव आयोग बंगाल में मूक दर्शक बना हुआ है। चुनाव आयोग को इसमें तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी ने दिल्ली के जंतर-मंतर में मूक-विरोध प्रदर्शन किया है।
तृणमूल ने किया प्रदर्शन
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रात में ही विद्यासागर कॉलेज का दौरा कर हालात का जायजा लिया था। बनर्जी ने कहा कि बीजेपी हताश हो गई है। वह हमारे महापुरुषों का अनादर कर रहे हैं। बनर्जी ने आरोप लगाया है कि अमित शाह के साथ लगभग पंद्रह हज़ार लोगों की जो भीड़ थी, उनमें बड़ी संख्या में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान से बटोर कर लाये गये लोग शामिल थे।उधर, तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बेलाघाट से पैदल मार्च निकालने का ऐलान किया है। तृणमूल कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कोलकाता में विरोध मार्च निकाला। ख़बर है कि विद्यासागर कॉलेज के छात्रों ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है। घटना के विरोध में टीएमसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल और फ़ेसबुक पेज पर ईश्वरचंद्र विद्यासागर की तस्वीर लगाई है। टीएमसी के सभी प्रमुख नेताओं ने ट्विटर और फ़ेसबुक पर विद्यासागर की तसवीर को लगाया है।
सीपीआई(एम) ने भी विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने के ख़िलाफ़ कोलकाता में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया है। पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि इस मामले की जाँच होनी चाहिए।
Kolkata: CPI (Marxist) holds protest against statue pf Vidyasagar vandalised in violence during BJP President Amit Shah's roadshow yesterday. CPI (M) General Secretary Sitaram Yechury says,"an investigation should be done to find out how could this happen in Kolkata". #WestBengal pic.twitter.com/5ltADDAtvv
— ANI (@ANI) May 15, 2019
बता दें कि बंगाल में इस बार भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल में जोरदार लड़ाई है। लोकसभा चुनाव के छह चरणों में लगातार हिंसा हुई है। चुनाव से पहले कई बार बीजेपी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने उन्हें जनसभा और पदयात्रा करने से रोकने की कोशिश की है। बीजेपी की रणनीति है कि लोकसभा चुनाव में अगर उसे कुछ राज्यों में सीटों का नुक़सान होता है तो वह उसकी भरपाई बंगाल से कर ले। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस का लक्ष्य है कि वह पश्चिम बंगाल से जीती गई मौजूदा 34 लोकसभा सीटों को न केवल बरक़रार रखे बल्कि बीजेपी को राज्य में न घुसने दे।