मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे कमल नाथ वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं। कमल नाथ छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से 9 बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। पार्टी अध्यक्ष राहुल गाँधी ने विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले उन्हें प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपकर इस बात का स्पष्ट संकेत दिया था कि सत्ता में आने पर सीएम पद के लिए उनकी पहली पसंद कमल नाथ ही होंगे।उत्तर प्रदेश के कानपुर में पैदा हुए कमल नाथ कांग्रेस के पुराने नेताओं में से हैं। उनके पिता का नाम महेंद्र नाथ और माता का नाम लीला है। उनके पिता व्यवसायी थे। कमल नाथ की पढ़ाई उत्तराखंड के दून स्कूल से हुई है और उन्होंने कोलकाता के सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है। कमल नाथ विवाहित हैं और उनके दो बच्चे हैं।
संजय गाँधी के क़रीबी थे
इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी के साथ काम कर चुके कमल नाथ केवल 34 साल की उम्र में ही सांसद बन गए थे। वह संजय गाँधी के क़रीबी लोगों में से थे। कमल नाथ ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1968 में युवक कांग्रेस से की और 1980 में पहली बार सांसद चुने गए। इसके बाद वे 1985, 1989, 1991, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में सांसद चुने गए। वह कांग्रेस में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य रहे और पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव भी बनाया। कमल नाथ पहली बार 1991 में केंद्रीय मंत्री बने और फिर 2004 और 2009 में भी वह मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री बने। उन्होंने शहरी विकास, वाणिज्य, पर्यावरण और उद्योग जैसे कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। उन्हें सोनिया और राहुल गाँधी का भरोसेमंद माना जाता है।9 बार सांसद रहने के कारण यह समझा जा सकता है कि अपने संसदीय क्षेत्र में वह कितने लोकप्रिय हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान कमल नाथ ने राज्य भर में पार्टी के लिए तूफ़ानी चुनाव प्रचार किया और शिवराज सिंह सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।