जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले की 10 बड़ी बातें
जम्मू-कश्मीर के पुलावामा ज़िले में आतंकवादियों ने एक बड़ा हमला किया है। यह एक आत्मघाती हमला था। पुलिस का कहना है कि आतंकवादियों ने योजनाबद्ध तरीक़े से सोच-समझ कर यह विस्फोट किया है। 10 प्वाइंट में जानें क्या हुआ हमले में।
जम्मू-कश्मीर के पुलावामा ज़िले में आतंकवादियों ने एक बड़ा हमला किया है। यह एक आत्मघाती हमला था। पुलिस का कहना है कि आतंकवादियों ने योजनाबद्ध तरीक़े से सोच-समझ कर यह विस्फोट किया है। 10 प्वाइंट में जानें क्या हुआ हमले में...
- जम्मू-कश्मीर के पुलावामा ज़िले में बड़े आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ़ के 44 जवान शहीद हो गए हैं। कई जवान घायल हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मैं आतंकी संगठनों को कहना चाहता हूँ कि वह बहुत बड़ी ग़लती कर चुके हैं, उनको बहुत बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ेगी।
- राहुल गाँधी ने कहा कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई पर कांग्रेस सरकार के साथ है। हम जवानों के साथ खड़े हैं। कोई भी ताक़त देश को तोड़ नहीं सकती।
- घटना के विरोध में भारत ने पाकिस्तान को पहले से प्रदान किए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन यानी एमएफ़एन का दर्जा वापस ले लिया है।
- आतंकवादियों ने सीआरपीएफ़ के काफ़िले को निशाना तब बनाया जब यह अवंतीपोरा से गुजर रहा था।
- समझा जाता है कि पुलवामा के रहने वाले संदिग्ध आतंकवादी आदिल अहमद डार ने विस्फोटकों से लदी गाड़ी सीआरपीएफ़ के बस से टकरा दी।
- सीआरपीएफ़ का कहना है कि सीआरपीएफ़ के काफ़िले में 78 गाड़ियाँ थीं और उसी में से एक बस इसकी चपेट में आ गई।
- सीआरपीएफ़ के महानिदेशक आर. आर. भटनागर ने कहा कि काफ़िले में लगभग 2500 जवान थे। यह काफ़िला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था।
- घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और संदिग्ध आतंकियों को ढूंढने का प्रयास तेज़ कर दिया गया।
- समाचार एजेन्सी एएनआई का कहना है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुट जैश-ए-मुहम्मद ने हमले की ज़िम्मेदारी ली है।
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रिपोर्ट : आतंकवादी घटनाएँ बढ़ी ही नहीं, ज़्यादा घातक भी होती गईं