हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी के परिजनों ने रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात की। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद कमलेश तिवारी की पत्नी किरन तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि उनके परिवार को इंसाफ़ दिया जायेगा। पत्नी ने कहा कि हमने हत्यारों को फांसी देने की माँग की है, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि उन्हें सजा दी जाएगी। बताया जाता है कि तिवारी के परिजनों ने 11 माँगों का एक पत्र भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा है। इस दौरान तिवारी की पत्नी के अलावा उनके दोनों बेटे तथा माँ भी मौजूद रहीं। तिवारी की शुक्रवार को उनके लखनऊ स्थित घर में दिन-दहाड़े हत्या कर दी गई थी।
इससे पहले शनिवार को कमलेश तिवारी के शव का अंतिम संस्कार कराने से परिजनों ने मना कर दिया था। प्रशासन के काफ़ी मनाने के बाद ही परिजन राजी हुए थे। लखनऊ मंडल के कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने तिवारी के परिवार से मुलाक़ात की थी और कहा था कि तिवारी के बड़े बेटे को सुरक्षा के लिए लाइसेंसी हथियार दिया जायेगा और उसकी नौकरी की सिफ़ारिश भी सरकार से की जायेगी। मेश्राम ने कहा था कि परिवार को ज़रूरी आर्थिक सहायता भी दी जायेगी।
इस बीच, कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में पुलिस को एक बड़ा सबूत हाथ लगा है। तिवारी के घर के पास ही स्थित एक होटल से पुलिस को कुछ कपड़े और एक बैग मिला है। पुलिस का कहना है कि ये वैसे ही भगवा कपड़े हैं, जैसे तिवारी के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फ़ुटेज में दो लोग पहने दिखाई दे रहे थे। पुलिस का कहना है कि तिवारी की हत्या के बाद हत्यारे इस होटल में आये होंगे और भागने से पहले उन्होंने यहां कपड़े बदले होंगे।
लखनऊ पुलिस ने कहा है कि उसे होटल खालसा में ठहरे दो संदिग्धों के बारे में जानकारी मिली है, जिनके नाम शेख़ अशफ़ाक़ हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद बताये गये हैं। इसके अलावा एक भगवे रंग का कपड़ा और तौलिया भी मिला है। होटल के मैनेजर ने कहा है कि टीवी में फ़ुटेज देखने के बाद हमने इन लोगों की आईडी की जाँच की और पुलिस को सूचना दी।
शनिवार को कमलेश तिवारी की माँ ने शिव कुमार गुप्ता नाम के एक बीजेपी नेता पर उनके बेटे की हत्या करवाने का आरोप लगाया था। तिवारी की माँ ने कहा था कि उनके बेटे की सुरक्षा बढ़ाने की लगातार माँग की जा रही थी लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा नहीं बढ़ाई थी।
कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम तिवारी ने कहा था कि उन्हें नहीं पता है कि जो लोग पकड़े गए हैं उन्हीं लोगों ने उनके पिता का मर्डर किया है या साज़िश के तहत बेकसूर लोगों को फंसाया जा रहा है। सत्यम ने कहा था कि उनके पिता की हत्या के केस की जाँच एनआईए (एनआईए) को करनी चाहिए क्योंकि उन्हें प्रशासन की जांच पर भरोसा नहीं है।