किंग चार्ल्स बने ब्रिटेन के नए राजा, ताजपोशी पूरी हुई
किंग चार्ल्स ब्रिटेन के नए राजा बन गए हैं। एक शाही समारोह में शनिवार को उनकी ताजपोशी की गई। इस ताजपोशी के साथ ही वह ब्रिटेन के राजा बन गए हैं। वह 74 साल के हैं। इससे पहले तक वे शाही खानदान में राजकुमार के तौर पर जाने जाते थे। प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन के साथ 15 देशों के राजा के तौर पर कामकाज संभालेंगे।
भारत की तरफ़ से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पत्नी के साथ आधिकारिक रूप से कार्यक्रम में शामिल हुए। ताजपोशी समारोह से पहले उन्होंने शुक्रवार को किंग चार्ल्स से मुलाकात भी की थी। जगदीप धनखड़ के अलावा सोनम कपूर, मुंबई के दो डब्बा वाले भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
ब्रिटेन की राजशाही परंपरा करीब एक हजार साल पुरानी है। प्रिंस चार्ल्स से पहले उनकी मां क्वीन एलिजाबेथ II ब्रिटेन की महारानी के पद पर थीं। 8 सितंबर को उनके निधन के बाद से ही वहाँ के राजा का पद खाली था। जिस पर आज प्रिंस चार्ल्स को राजा की ताजपोशी की गयी। किंग चार्ल्स ब्रिटिश शाही परिवार के सबसे बुजुर्ग सदस्य हैं, जिनकी राजा के पद पर ताजपोशी हो रही है।
ब्रिटेन में करीब 70 सालों बाद किसी व्यक्ति की राजा के पद पर ताजपोशी हो रही है। क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय सबसे ज्यादा समय तक ब्रिटेन की रानी के पद पर रहने वाली महिला हैं।
एंग्लिकन चर्च के धार्मिक नेता और कैंटरबरी के आर्कबिशप वेस्टमिंस्टर ऐबे के इसी चर्च में नए राजा या रानी की ताजपोशी कराते हैं और फिर वहां मौजूद सभी लोगों से उनका परिचय कराते हैं। इस दौरान नए राजा या रानी को 1688 में लिखी गई एक शपथ लेनी होती है। इस शपथ के अनुसार, वह ब्रिटेन की संसद द्वारा पारित किए गए सभी कानूनों के हिसाब से सुशासन करेंगे और उदारता के साथ कानून और न्याय का पालन सुनिश्चित कराएंगे। इसके अलावा वह एंग्लिकन चर्च और प्रोटेस्टेंट धर्म के संरक्षण के लिए जो भी संभव हो, वह करेंगे।