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पीएम के एजेंडे पर खड़गे का हमला- मोदी-शाह के वैचारिक पूर्वज किनके समर्थक थे?

पीएम के एजेंडे पर खड़गे का हमला- मोदी-शाह के वैचारिक पूर्वज किनके समर्थक थे?

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान में चंद दिन बचे हैं। लेकिन पीएम मोदी और भाजपा बहुत होशियारी से राम मंदिर और मुस्लिम लीग का मुद्दा बहुत होशियार से बढ़ा रहे हैं। खड़गे ने सोमवार 8 अप्रैल को मोदी के इस एजेंडे पर हमला किया। खड़गे ने कहा कि मोदी-शाह के वैचारिक और राजनीतिक पूर्वज अंग्रेजों और मुस्लिम लीग समर्थक थे। जानिए, किसने क्या कहाः

प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने 2024 के चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम ध्रुवीकरण की कोशिश फिर शुरू कर दी है। अब वो अपनी रैलियों में भव्य राम मंदिर की चर्चा और कांग्रेस को मुस्लिम लीग समर्थक बता रहे हैं। मोदी किसी न किसी रूप में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष मुस्लिमों का जिक्र कर रहे हैं। सोमवार 8 अप्रैल को वो छत्तीसगढ़ में थे। वहां उन्होंने फिर से राम मंदिर और मुस्लिम लीग का जिक्र किया। सहारनपुर की तरह उन्होंने छत्तीसगढ़ में कहा- इस रामनवमी पर रामलला भव्य राम मंदिर में विराजमान होंगे। कांग्रेस को राम मंदिर बनने पर ऐतराज है। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है। कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप है। मोदी यही बात अपनी पिछली रैलियों में भी कह चुके हैं। 

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को जवाबी हमला करते हुए कहा-  मोदी-शाह के राजनीतिक व वैचारिक पुरखों ने स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीयों के ख़िलाफ़, अंग्रेज़ों और मुस्लिम लीग का साथ दिया। आज भी वो आम भारतीयों के योगदान से बनाए गए 'कांग्रेस न्याय पत्र' के ख़िलाफ़ मुस्लिम लीग की दुहाई दे रहे हैं।

खड़गे ने कहा- मोदी-शाह के पुरखों ने 1942 में "भारत छोड़ो" के दौरान, महात्मा गांधी के आवाहन व मौलाना आज़ाद की अध्यक्षता वाले आंदोलन का विरोध किया। सभी जानते है कि आपके पुरखों ने 1940's में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर बंगाल, सिंध और NWFP में अपनी सरकार बनाई।

खड़गे ने पूछा- क्या श्यामा प्रसाद मुख़र्जी ने तत्कालीन अंग्रेज़ी गवर्नर को ये नहीं लिखा कि 1942 के देश व कांग्रेस के भारत छोड़ो आंदोलन को कैसे दबाना चाहिए? और इसके लिए वे अंग्रज़ों का साथ देने के लिए तैयार है? मोदी-शाह व उनके मनोनीत अध्यक्ष आज कांग्रेस घोषणापत्र के बारे में उल्टी-सीधी भ्रांतियां फैला रहे हैं।

खड़गे ने पीएम मोदी का नाम लेते हुए कहा- मोदी जी के भाषणों में केवल आरएसएस की बू आती है, दिन पर दिन भाजपा की चुनावी हालत इतनी खस्ता होती जा रही है कि आरएसएस को अपने पुराने मित्र मुस्लिम लीग की याद सताने लगी है ! सच केवल एक है। कांग्रेस न्याय पत्र में हिंदुस्तान के 140 करोड़ लोगों की आशाओं व आकांक्षाओं की छाप है। उनकी सम्मिलित शक्ति, मोदी जी के 10 सालों के अन्याय काल का अंत करेगी।

मोदी घबरा उठे हैंः सुप्रिया श्रीनेत

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, कांग्रेस सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म की अध्यक्ष सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र ने भाजपा के अंदर "घबराहट" पैदा कर दी है और चूंकि भाजपा 180 का आंकड़ा पार नहीं कर रही है, इसलिए मुस्लिम लीग के प्रति उसका प्रेम बढ़ गया है।

सुप्रिया ने कहा- "दस साल तक सत्ता में रहने के बाद, जब देश चुनाव के कगार पर है और प्रधानमंत्री को अपना रिपोर्ट कार्ड दिखाना है और वोट मांगना है, तो वह घबरा गए हैं। वह फिर से अपनी उसी घिसी-पिटी हिंदू-मुस्लिम स्क्रिप्ट पर वापस आ गए हैं।"

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा- “मोदी जी इतने घबराए हुए हैं, इतने डरे हुए हैं, इतने डरे हुए हैं कि अपनी आने वाली हार के कारण वह फिर से बकवास कर रहे हैं। मीडिया, विशेषज्ञों और यहां तक ​​कि हमारे विरोधियों को भी यह स्वीकार करना होगा कि यह न्याय पत्र भविष्य के लिए एक उत्कृष्ट खाका है - जिसमें समाज के हर वर्ग को शामिल किया गया है - यही वह व्यापक दृष्टिकोण है जिसकी आज देश को आवश्यकता है।''

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