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लंदन में खालिस्तान समर्थकों को क़रारा जवाब, और बड़ा तिरंगा फहराया

लंदन में खालिस्तान समर्थकों को क़रारा जवाब, और बड़ा तिरंगा फहराया

खालिस्तान समर्थकों ने भारत में भगोड़े अमृतपाल सिंह के ख़िलाफ़ कार्रवाई के बीच ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग के सामने बवाल कर दिया। जानिए, भारतीय उच्चायोग ने कैसे जवाब दिया।

अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई का विरोध करने के लिए खालिस्तानी समर्थकों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर तिरंगे को उतारने और खालिस्तानी झंडे को लगाने की कोशिश की। समय पर अधिकारियों ने पहुँचकर राष्ट्रीय ध्वज को बचा लिया, खालिस्तानी झंडे को वहाँ से फेंक दिया और फिर पहले से भी बड़ा तिरंगा झंडा फहराया गया।

लंदन के एल्डविच में इंडिया हाउस में अब लगे विशाल राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीर वायरल हुई है। सोशल मीडिया यूज़रों ने उच्चायोग के इस कदम की सराहना की है।

इससे पहले एक खालिस्तानी समर्थक द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को नीचे खींचने का दृश्य सामने आने पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रियाएँ दी थीं। हालाँकि कई लोगों ने उच्चायोग के एक अधिकारी द्वारा की गई साहसिक कार्रवाई की प्रशंसा की, जो खालिस्तान के झंडे को फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं।

भारतीय ध्वज को नीचे खींचे जाने के वीडियो ऑनलाइन आने के बाद विदेश मंत्रालय ने रविवार देर शाम ब्रिटिश उप उच्चायुक्त क्रिस्टीना स्कॉट को तलब किया। मंत्रालय ने उच्चायोग परिसर में 'सुरक्षा नहीं होने' पर स्पष्टीकरण मांगा और कहा कि भारतीय राजनयिकों और कर्मियों के लिए यूके सरकार की 'उदासीनता' अस्वीकार्य है।

ब्रिटेन के विदेश राष्ट्रमंडल और विकास मामलों के राज्य मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने भारतीय उच्चायोग पर हमले पर नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा, 'लंदन में भारतीय उच्चायोग पर आज के हमले से स्तब्ध हूं। यह मिशन और उसके कर्मचारियों की अखंडता के खिलाफ पूरी तरह से अस्वीकार्य कार्रवाई है। ब्रिटेन सरकार हमेशा भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को गंभीरता से लेगी।'

एक ट्विटर पोस्ट में तस्वीर को साझा करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, 'झंडा ऊंचा रहे हमारा' - यूके सरकार को उन उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जिन्होंने उच्चायोग लंदन में भारतीय ध्वज का अपमान करने का प्रयास किया। देश की सेवा/सुरक्षा में पंजाब और पंजाबियों का एक शानदार ट्रैक रिकॉर्ड रहा है।' उन्होंने कहा है कि ब्रिटेन में बैठे मुट्ठी भर बदमाश पंजाब का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।

लंदन में कुछ खालिस्तानी समर्थक तब प्रदर्शन करने पहुँचे थे जब भारत में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को गिरफ़्तार करने की कोशिश की जा रही है।

पंजाब पुलिस ने अमृतपाल द्वारा संचालित 'वारिस पंजाब दे' के कई लोगों को पकड़ा है। अमृतपाल के 7 साथियों के पास बड़े पैमाने पर कैश और हथियार बरामद किए गए हैं। सरकार ने इंटरनेट पर बैन कल सोमवार 21 मार्च तक बढ़ा दिया है। 

पंजाब में यह कार्रवाई अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों द्वारा अपने एक सहयोगी की रिहाई के लिए तलवारें और बंदूकें लेकर अजनाला पुलिस थाने में घुसने के एक महीने बाद हुई है। इस झड़प में छह पुलिस अधिकारी घायल हो गए। इस घटना के बाद पंजाब सरकार को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति के लिए भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था।  

अमृतपाल सिंह को अक्सर सशस्त्र समर्थकों के घेरे में देखा जा सकता है। वो खुले तौर पर भारत से अलगाव की घोषणा करने और खालिस्तान बनाने के बारे में बयान देता रहता है। अधिकारियों ने कहा कि अमृतपाल सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में स्थित आतंकवादी समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए हुए है।

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