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केसी वेणुगोपाल के फोन पर स्पाइवेयर का हमला, एप्पल ने भेजा अलर्ट

केसी वेणुगोपाल के फोन पर स्पाइवेयर का हमला, एप्पल ने भेजा अलर्ट

क्या विपक्ष और कांग्रेस के ताक़तवर नेता केसी वेणुगोपाल को पेगासस स्पाइवेयर से निशाना बनाया गया है? जानिए, उन्होंने आख़िर क्या आरोप लगाया है। 

कांग्रेस के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल को शनिवार को उनके फोन में एक मैलेशियस स्पाइवेयर से चेतावनी मिली है। कांग्रेस नेता ने एप्पल की ओर से भेजे गए स्क्रीनशॉट को साझा किया है जिसमें लिखा हुआ है कि आपके उपकरण पर हमला पाया गया है।

वेणुगोपाल ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'धन्यवाद प्रधानमंत्री मोदी जी, मेरे फोन पर भी अपना पसंदीदा मैलेशियस स्पाइवेयर भेजने के लिए। एप्पल ने मुझे आपके इस विशेष उपहार के बारे में सूचित करने की कृपा की है!'

वेणुगोपाल ने लिखा है, 'यह साफ़ है कि मोदी सरकार आपराधिक और असंवैधानिक तरीके़ से काम कर रही है, राजनीतिक विरोधियों पर हमला कर रही है और इस तरह से उनकी निजता का हनन कर रही है। लोकसभा चुनावों का संदेश यह था कि लोग संविधान और भाजपा के फासीवादी एजेंडे पर किसी भी हमले को अस्वीकार करते हैं।' कांग्रेस सांसद ने कहा है कि हम इस घोर असंवैधानिक कृत्य और हमारी निजता के हनन का पुरजोर विरोध करेंगे।

एप्पल ने वेणुगोपाल को सचेत करते हुए कहा कि उन्हें संभवतः उनके व्यक्तित्व के कारण निशाना बनाया जा रहा है। इसमें लिखा है, 'यह हमला संभवतः आपको विशेष रूप से इसलिए निशाना बना रहा है क्योंकि आप जो भी हैं या आप जो भी करते हैं। हालाँकि इस तरह के हमलों का पता लगाने पर पूर्ण निश्चितता प्राप्त करना कभी भी संभव नहीं होता है, लेकिन एप्पल को इस चेतावनी पर पूरा भरोसा है - कृपया इसे गंभीरता से लें।'

वेणुगोपाल को यह अलर्ट उस दिन दिया गया, जिस दिन 7 राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को झटका लगा है। इंडिया गठबंधन के दलों ने बड़ी जीत हासिल की है। 

कुछ दिन पहले ही इस तरह के हमले को लेकर एप्पल द्वारा भेजी गई चेतावनी आई थी। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती को इसी तरह का अलर्ट भेजा गया था। एप्पल ने 30 अक्टूबर, 2023 को वेणुगोपाल को इसी तरह का अलर्ट भेजा था।

बता दें कि एक दिन पहले ही शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि 25 जून को नागरिक स्वतंत्रता पर हमले को याद करने के लिए संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

बता दें कि मोदी सरकार पहले ही जासूसी के आरोपों का सामना कर चुकी है। 2019 और 2021 में पत्रकारों और कार्यकर्ताओं के फोन पर एक हैकिंग टूल पेगासस पाया गया था। हालाँकि सरकार ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं किया है कि उसने इजरायली समूह एनएसओ से स्पाइवेयर को लगाया था। लेकिन तकनीक के क्षेत्र में काम करने वाली कई कंपनियों ने उन लोगों के फोन में पेगासस जैसे स्पाइवेयर होने के दावे किये।

पिछले साल कैंम्ब्रिज विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान के दौरान राहुल ने अपने संबोधन में कहा था, "मेरे खुद के फ़ोन पर पेगासस था। बड़ी संख्या में राजनेताओं के फ़ोन पर पेगासस था। मुझे खुफिया अधिकारियों ने फोन किया था और मुझसे कहा था, 'कृपया इस बात से सावधान रहें कि आप फोन पर क्या कह रहे हैं क्योंकि हम एक तरह से रिकॉर्ड कर रहे हैं। तो यह वह निरंतर दबाव है जो हम महसूस करते हैं। विपक्ष पर मुक़दमे। मेरे ऊपर कई आपराधिक मुक़दमे हैं जो किसी भी परिस्थिति में आपराधिक वाले मामले नहीं होने चाहिए। यही वह चीज है जिससे हम बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं।"

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