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नीतीश को इंडिया संयोजक नहीं बनाने वाले पीएम पद की पेशकश कर रहे: केसी त्यागी

नीतीश को इंडिया संयोजक नहीं बनाने वाले पीएम पद की पेशकश कर रहे: केसी त्यागी

लोकसभा चुनाव के बाद जब नयी सरकार बनने की तैयारी चल रही है तो जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा है कि नीतीश कुमार को पीएम पद की पेशकश मिली है। आख़िर किसने यह पेशकश दी?

जेडीयू के सलाहकार और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने शुक्रवार को कहा कि जिस इंडिया गठबंधन ने पार्टी सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना राष्ट्रीय संयोजक बनाने से इनकार कर दिया था, वही अब नीतीश को पीएम बनाने की पेशकश कर रहा है। त्यागी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि उन्होंने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है और वे एनडीए के साथ मजबूती से खड़े हैं।

उनका यह बयान तब आया है जब नीतीश कुमार और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू से संपर्क करने का टीएमसी और शिवसेना (यूबीटी) प्रयास कर रही हैं। विपक्षी गठबंधन में टीएमसी, शिवसेना (यूबीटी) और आप जैसे दल सरकार बनाने के प्रयासों में जुटे दिख रहे हैं। ये दल भाजपा को मात देने के लिए दल की संख्या बढ़ाने के लिए विकल्प तलाशने पर जोर दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि टीएमसी और शिवसेना (यूबीटी) ने अखिलेश यादव से संपर्क किया है कि वह नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से संपर्क करें।

एक दिन पहले ही गुरुवार को ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी और पार्टी सहयोगी डेरेक ओ ब्रायन ने नई दिल्ली में अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। आप नेता संजय सिंह और राघव चड्ढा ने भी अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की थी। दोनों आप नेता अलग-अलग शिवसेना नेता संजय राउत के आवास पर गए। टीएमसी नेताओं के मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य से मुलाकात की भी ख़बरें हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने चुनाव नतीजों के दिन ही सपा के अखिलेश यादव से बात की थी और उनसे टीडीपी के एन चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू के नीतीश कुमार, दोनों से संपर्क करने को कहा था। 

बहरहाल, अब इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए त्यागी ने कहा, 'राजनीति का खेल ऐसा है कि जिन लोगों ने नीतीश कुमार को इंडिया ब्लॉक का राष्ट्रीय संयोजक बनाने से इनकार कर दिया था, वे अब नीतीश को पीएम बनाने की पेशकश कर रहे हैं।'

त्यागी ने कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों द्वारा 'दुर्व्यवहार' के कारण ही नीतीश को इस जनवरी में एनडीए में 'वापस लौटने' के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा, 'पीछे मुड़कर देखने का कोई सवाल ही नहीं है, जैसा कि चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने कई बार कहा था। हम अब एनडीए के एक मूल्यवान भागीदार हैं और हम नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करेंगे, जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं।'

त्यागी ने कहा कि नीतीश इंडिया ब्लॉक के विचार के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे और उन्हें इसके विभिन्न सदस्यों द्वारा अलग धकेल दिया गया। उन्होंने कहा, 'एनडीए के साथ हमारा सम्मान बहाल हो गया है और नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में अहम हो गए हैं। हमें सहयोगी भाजपा से बहुत सम्मान मिल रहा है।' 

 - Satya Hindi

नीतीश ने दिया एनडीए को समर्थन

इधर, नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी के एनडीए नेता चुने जाने के प्रस्ताव का अपना समर्थन दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि वह और उनकी पार्टी हमेशा एनडीए सरकार के साथ रहेगी। नीतीश ने विपक्ष पर हमला भी किया और कहा कि उसने देश के लिए कोई काम नहीं किया है।

संसद में एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी को आधिकारिक तौर पर गठबंधन का नेता घोषित करने के लिए शुक्रवार को एनडीए नेताओं की बैठक हुई। बैठक में टीडीपी जैसे एनडीए सहयोगियों के साथ ही जेडीयू की भागीदारी भी रही। इसमें नीतीश कुमार ने कहा, 'यह बहुत अच्छी बात है कि हम सभी एक साथ आए हैं और हम सभी आपके (पीएम मोदी) साथ मिलकर काम करेंगे। आप रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन मैं चाहता था कि आप आज ही शपथ लें। जब भी आप शपथ लेंगे, हम आपके साथ होंगे... हम सभी आपके नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे।'

बिहार के सीएम ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने देश और राज्य के लिए कुछ नहीं किया है। नीतीश ने कहा, 'विपक्ष ने कुछ नहीं किया है। मुझे लगता है कि अगली बार जब आप (मोदी) सत्ता में आएंगे, तो वे इस बार जितनी सीटें नहीं जीतेंगे।'

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