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कर्नाटकः क्या भाजपा टिकट 2 करोड़ में बेची गई, एफआईआर दर्ज

कर्नाटकः क्या भाजपा टिकट 2 करोड़ में बेची गई, एफआईआर दर्ज

कर्नाटक में एक बड़ा विवाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के परिवार को लेकर आ रहा है। पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाकर आरोप लगाया गया है कि केंद्रीय मंत्री जोशी के परिवार के लोगों ने एक शख्स को बीजेपी टिकट दिलाने के बहाने दो करोड़ रुपये वसूले लेकिन टिकट नहीं मिली। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज होने के बाद जांच शुरू कर दी है। जानिये क्या हुआः

बेंगलुरु पुलिस ने जेडीएस के एक पूर्व विधायक की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई धोखाधड़ी की शिकायत के आधार पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के भाई और बहन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उनके भाई गोपाल जोशी और बहन विजयलक्ष्मी पर बसवेश्वरनगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि एफआईआर में गोपाल के बेटे अजय जोशी का भी नाम है।

एफआईआर नागथाना के पूर्व विधायक देववंद फूल सिंह चव्हाण की पत्नी सुनीता चव्हाण ने दर्ज कराई है, जो 2023 का विधानसभा चुनाव हार गई थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि गोपाल ने उन्हें मई में होने वाले लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिलाने का वादा किया था। गोपाल ने मार्च में उत्तरी कर्नाटक में उनके हुबली स्थित आवास पर उनसे संपर्क किया था और बाद में उनके निर्देश पर यहां बसवेश्वरनगर में विजयलक्ष्मी के घर पर 25 लाख रुपये पहुंचाए गए थे।

सुनीता ने आरोप लगाया कि जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने दोबारा गोपाल से संपर्क किया, जिसने उन्हें बताया कि उन्हें 200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट मिलने वाला है और वह उनकी रकम लौटा देगा। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसने उनसे 1.75 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा, जो उन्होंने किया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इसके बाद गोपाल 20 दिनों में पैसे वापस करने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहा। वो विजयलक्ष्मी के घर पर गईं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने यहां संवाददाताओं से कहा, "ऐसा लगता है कि दो करोड़ रुपये विभिन्न किस्तों में दिए गए थे, जिसकी भी जांच चल रही है।"

केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के परिजनों के खिलाफ एफआईआर के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को बेंगलुरु के गांधी भवन में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री जोशी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने और उनके परिवार के सदस्यों की गिरफ्तारी की मांग की है।

प्रदर्शनकारियों ने कहा-  मांग यह है कि प्रह्लाद जोशी को इस्तीफा देना चाहिए। एफआईआर में कहा गया है कि उनके परिवार के सदस्यों ने टिकट के बदले में 2 करोड़ रुपये मांगे। बीजेपी हमेशा सिद्धारमैया, कांग्रेस के बारे में बोलती है। एफआईआर में स्पष्ट रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम का उल्लेख किया गया है। और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी। वे देश को क्या संदेश दे रहे हैं? वे सिद्धारमैया और कांग्रेस के बारे में मुखर रहे हैं। अब उनका मुंह क्यों बंद हो गया है?''

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने इस मुद्दे पर कहा, "कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और वे गोपाल जोशी की तलाश कर रहे हैं। एक बार जब वह गिरफ्तार हो जाएगा, तो हम उसके बारे में और जानेंगे... गोपाल जोशी फिलहाल फरार हैं। .. एक बार जांच पूरी हो जाए, तब हमें पता चलेगा कि कौन शामिल है।”

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