कर्नाटक विधानसभा के चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे हैं वैसे ही पारा बढ़ता जा रहा है। बीजेपी कोशिश कर रही है कि चुनाव को हिंदू मुस्लिम के एजेंडे पर लेकर आया जाए। इसके लिए उसने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सर्मा को आगे किया है। जो वहां लगातार रैलियां कर रहे हैं। और हर रैली मुसलमानों के खिलाफ कुछ न कुछ बोल रहे हैं।
ऐसी ही एक रैली उन्होंने गुरुवार को बेलगावी में की जहां उन्होंने मुसलमानों के खिलाफ जमकर जहर उगला। बेलगावी में 'शिव चरिथे' के लिए आयोजित की गई एक रैली को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिंमता विस्वा सर्मा ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश के लोग पूर्वोत्तर के राज्यों में आकर वहां की सभ्यता और संस्कृति को नष्ट कर रहे हैं।
सरमा ने कहा, 'बांग्लादेश के लोग असम आते हैं और हमारी सभ्यता और संस्कृति के लिए खतरा पैदा करते हैं’। हिंमता केवल यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि मैंने राज्य में 600 मदरसों को बंद कर दिया है और आगे आने वाले दिनों में और भी मदरसों को बंद किया जाएगा, उन्होंने कहा कि हम मदरसे नहीं चाहते है। मदरसों की बजाए हम स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय चाहते हैं।
बेलगावी रैली में को संबोधित करते हुए सरमा ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने यह साबित करने की कोशिश की कि भारत का इतिहास मुगल बादशाहों के बारे में है। कांग्रेस 'आज के नए मुगलों' का प्रतिनिधित्व करती है।
उन्होंने कहा, 'एक समय में दिल्ली के शासक मंदिरों को ध्वस्त करने की बात करते थे लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के शासन में मैं मंदिर बनाने की बात कर रहा हूं। यह नया भारत है। कांग्रेस इस नए भारत को कमजोर करने का काम कर रही है। कांग्रेस आज नए मुगलों का प्रतिनिधित्व कर रही है।
कांग्रेस और कम्युनिस्टों पर भारतीय इतिहास में मुगलों को स्थापित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय इतिहास छत्रपति शिवाजी महाराज का भी इतिहास है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस और कम्युनिस्टों ने दिखाया कि भारत का इतिहास बाबर, औरंगजेब और शाजहां के बारे में है। मैं बताना चाहता हूं कि भारत का इतिहास उनके बारे में नहीं बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज, गुरु गोबिंद सिंह के बारे में भी है।
सरमा ने कहा कि औरंगजेब के शासन के दौरान उन्होंने सनातन संस्कृति को खत्म करने का प्रयास किया और आरोप लगाया कि विभिन्न लोगों को जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया गया।