कर्नाटक के चुनाव नतीजों ने किंग मेकर का ख्वाब देखने वाली पार्टी जेडीएस का सपना अब अधूरा ही रहेगा। दरअसल, कुछ एग्जिट पोल में कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की आशंका जताते हुए जेडीएस को किंग मेकर बना दिया गया। 2018 में यही हुआ था, लेकिन तब कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन के तहत सरकार बनाई थी लेकिन बाद में कांग्रेस और जेडीएस के 15 विधायक बीजेपी में चले गए और सरकार गिर गई। 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। बड़े बड़े राजनीतिक पंडित कह रहे थे कि त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा हमेशा फायदे में रहती है। लेकिन ये सारे कयास और दावे धरे गए।
हालांकि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने कल ही खंडन कर दिया था कि उनमें से किसी ने भी जेडीएस से समर्थन के लिए संपर्क किया है। हालांकि एनडीटीवी से तनवीर अहमद ने कहा था,'हां, दोनों (भाजपा और कांग्रेस) ने हमसे संपर्क करने की कोशिश की है... जेडीएस आज ऐसी स्थिति में है कि पार्टियां हमसे संपर्क करना चाहेंगी। यह पूछे जाने पर कि पार्टी कितनी सीटों पर जीतेगी, अहमद ने कहा, 'हमारे बिना कोई भी सरकार नहीं बना सकता है। मुझे लगता है कि यह एक अच्छी संख्या है। बहरहाल, अब यह बयान इतिहास में खो गया है।
आज जब रुझान आना शुरू हुए तो जेडीएस नेता कुमारस्वामी फौरन बंगलुरु में एक स्थानीय मंदिर में गए। उस समय जब पत्रकारों ने उनकी प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने किनारा करना चाहा लेकिन यह जरूर कहा कि हमसे किसी ने संपर्क नहीं किया है। शायद कुमारस्वामी के पास रुझान की सूचना पुख्ता थी। जेडीएस ने 2018 के मुकाबले इस बार बहुत बुरा प्रदर्शन किया है। रुझान बता रहे हैं कि उसका 37 सीटों तक भी पहुंचना नामुमकिन है।
रुझान पूरी तरह से कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनवा रहे हैं। दक्षिणी राज्य में सत्ता में वापसी की भाजपा की उम्मीदें तो खैर धूल चाट गई हैं लेकिन किंगमेकर की भूमिका निभाने की जेडीएस की उम्मीदें भी धराशायी हो गई हैं।
चुनाव आयोग (ईसी) के आंकड़ों से पता चलता है कि शनिवार को पांच घंटे की मतगणना के बाद, कांग्रेस ने 130 सीटों पर बढ़ता बना ली है या आगे चल रही थी। बीजेपी 66 सीटों पर और जेडीएस 22 सीटों पर आगे चल रही है।
इससे कांग्रेस कर्नाटक में अपने दम पर सरकार बनाने जा रही है और उसे किसी अन्य दल की मदद की जरूरत नहीं पड़ेगी। 224 सदस्यीय सदन में जादुई संख्या 113 है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि भाजपा कर्नाटक इकाई के पुनर्गठन पर ध्यान देगी।
कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा के लिए 224 सदस्य चुनने के लिए मतदान हुआ था। 2018 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 104 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने 80 सीटों पर जीत हासिल की। जेडीएस 37 सीटों पर विजयी हुई थी।