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कर्नाटक: शेट्टार
बोले टिकट काटने से हो सकता 25 सीटों का नुकसान

कर्नाटक: शेट्टार बोले टिकट काटने से हो सकता 25 सीटों का नुकसान

बीजेपी ने देर से ही सही लेकिन काफी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। अभी तक 12 सीटों के टिकट फाइनल नहीं हो पाए हैं। पार्टी ने इस बार 52 नए चेहरों को जगह दी है। 

अगले महीने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कर्नाटक बीजेपी में भगदड़ मची हुई है। तमाम नेताओं ने विरोध का झंडा उठा रखा है। विरोध कर रहे नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री स्तर तक के नेता शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार भी उन नेताओं में से हैं जो विरोध कर रहे हैं। शेट्टार के विरोध की वजह पार्टी द्वारा उनको टिकट न दिया जाना है। बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने कहा है कि उनको टिकट नहीं देने का बीजेपी को कम से कम 20 से 25 सीटों का नुकसान हो सकता है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि वह अपने अगले कदम के बारे में फैसला करने के लिए रविवार तक तक पार्टी के फैसले का इंतजार करेंगे।

शेट्टार के विरोधी रुख को देखते हुए या फिर किसी और कारण से भाजपा ने अभी तक हुबली-धारवाड़ मध्य सहित 12 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। यह इलाका शेट्टार के प्रभाव वाला माना जाता है।

शेट्टार ने कहा कि पार्टी को यह सुनिश्चित करना पड़ेगा कि उसके इस फैसले का कोई नकारात्मक प्रभाव न हो। शेट्टार के प्रभाव के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी ऐसी आशंका जता चुके हैं कि अगर शेट्टार को टिकट नहीं मिलता है, तो इसका असर सिर्फ एक जगह नहीं होगा बल्कि तुरंत और उत्तर कर्नाटक के 20-25 सीटों पर इसका प्रभाव हो सकता है।  

पिछले दिनों शेट्टार के समर्थन में हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कुछ पार्षदों ने अपना इस्तीफा देने की पेशकश भी की थी। इस मसले पर शेट्टार ने कहा कि वे पार्षदों द्वारा अपना प्यार दिखाने के लिए उनके आभारी हैं।

शेट्टार ने कहा, "उन्होंने (पार्षदों ने) अपनी नाराजगी व्यक्त की है। वे आहत हैं। उनके लिए, अब बहुत हो गया है। उनकी भावनाएं आहत हुई हैं, इसलिए वे नगर निगम से इस्तीफा देकर अपना गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं।" शेट्टार ने कहा कि वह अपने चाहने वाले और पार्षदों की राय लेंगे उसके बाद अगले कदम पर फैसला करेंगे।

11 अप्रैल को शेट्टार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया था कि उन्हें दिल्ली से एक फोन आया जिसमें पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने युवाओं के लिए रास्ता बनाने की बात कहकर टिकट न मांगने लिए कहा था। पार्टी के इस निर्णय को शेट्टार ने इंकार कर दिया था, और कहा था कि वे चुनाव तो लड़ेंगे ही भले ही निर्दलीय लड़े, क्योंकि उन्होंने काफी पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं।

पार्टी ने देर से ही सही लेकिन काफी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। अभी तक 12 सीटों के टिकट फाइनल नहीं हो पाए हैं। पार्टी ने इस बार 52 नए चेहरों को जगह दी है। हालांकि पार्टी के टिकट वितरण ने कई पुराने और दिग्गज नेताओं को नाराज कर दिया है।

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