सिद्धरमैया मुख्यमंत्री की कुर्सी से कितना दूर, दिल्ली पहुंचे
कर्नाटक के सीएम को लेकर कांग्रेस में गतिविधियां चरम पर हैं। सिद्धरमैया दिल्ली सीनियर नेताओं से मिलने दिल्ली पहुंच गए हैं। डीके शिवकुमार किसी समय आ सकते हैं। कांग्रेस के तीनों ऑब्जर्वरों ने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस आलाकमान को सौंप दी है। जल्द ही मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की बैठक होने वाली है। शाम तक सीएम के नाम की घोषणा हो सकती है। हालांकि कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि फैसला रात तक आ सकता है। कुल मिलाकर सिद्धरमैया मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे हैं।
#WATCH | Congress leader Siddaramaiah arrives in Delhi to meet the top leadership of the party as Congress engages in the process of picking the next Karnataka CM pic.twitter.com/bh6348lolO
— ANI (@ANI) May 15, 2023
कांग्रेस के ऑब्जर्वर दिल्ली पहुंच गए हैं। इनमें से एक एआईसीसी पर्यवेक्षक भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा - हमने रविवार रात विधायकों से 4-5 घंटे चर्चा की और उनकी राय ली। हम अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपने जा रहे हैं।
#WATCH | AICC observers for Karnataka- Sushil Kumar Shinde, Deepak Bawaria and Bhanwar Jitendra Singh arrive in Delhi https://t.co/hnl6GoZe1Q pic.twitter.com/MDUC2yC4nV
— ANI (@ANI) May 15, 2023
हालांकि कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पर्यवेक्षक आज रात तक अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंप देंगे। हम जल्द ही कर्नाटक में सरकार बनाएंगे।
#WATCH | "The observers will submit their report to party president Mallikarjun Kharge by tonight. We will soon form the government in Karnataka," says Congress MP Randeep Singh Surjewala, in Delhi pic.twitter.com/oZWfyuajoV
— ANI (@ANI) May 15, 2023
बेंगलुरु से दिल्ली रवाना होने से पहले सिद्धरमैया ने इंडिया टुडे से कहा कि अधिकांश विधायक राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए उनका समर्थन करते हैं।उन्होंने कहा कि उनके पार्टी सहयोगी डीके शिवकुमार से उनके व्यक्तिगत संबंध काफी अच्छे हैं। सिद्धारमैया ने कहा, यह राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। मैं सभी गैर-भाजपा दलों से एक साथ आने और हाथ मिलाने का आग्रह करता हूं। हम अपनी सभी पांच गारंटी को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सिद्धरमैया का प्रस्ताव नामंजूर
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धारमैया ने विधायक दल की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पेश किया था कि वह दो साल के लिए मुख्यमंत्री रह सकते हैं जबकि डीके शिवकुमार बाकी तीन साल के लिए सरकार चला सकते हैं। सिद्धारमैया ने कहा कि चूंकि उनकी उम्र बढ़ रही है, वह चाहते हैं कि कांग्रेस सरकार ठीक से चलती रहे और कम से कम अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव तक चले।हालांकि, माना जाता है कि डीके शिवकुमार ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मामलों का हवाला दिया। कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री को चुनने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत करते हुए सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया। हाल ही में संपन्न कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 224 सीटों में से 135 सीटें जीतकर जोरदार कामयाबी हासिल की। बीजेपी 66 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही और जेडीएस का चैप्टर 19 सीटों के साथ समाप्त हो गया।