कर्नाटकः कांग्रेस प्रत्याशी के भाई के घर से एक करोड़ बरामद
कर्नाटक में करप्शन के आरोप नए नहीं हैं, लेकिन राज्य में चुनाव के मौसम में जिस तरह केंद्रीय एजेंसियां छापे मारकर पैसे बरामद कर रही हैं, वो कम महत्वपूर्ण नहीं है। राज्य में चुनाव की घोषणा होने के बाद एक ऑटो रिक्शा में एक करोड़ रुपये मिले थे लेकिन आयकर विभाग ने अब एक कांग्रेस नेता के घर से एक करोड़ रुपये बरामद किए हैं। ये पैसे पेड़ पर रखे गए थे।
कर्नाटक के मैसूर में सुब्रमण्यम राय के घर से केंद्रीय एजेंसी आयकर विभाग ने एक करोड़ रुपये जब्त किए हैं। राय कांग्रेस के पुत्तूर विधानसभा उम्मीदवार अशोक कुमार राय के भाई हैं। अधिकारियों ने बुधवार को एक आम के पेड़ पर रखे बॉक्स में छिपाकर रखे गए कैश को जब्त कर लिया।
आयकर विभाग ने पिछले कुछ हफ्तों में चुनावी राज्य कर्नाटक में कई छापे मारे हैं। हाल ही में बेंगलुरू पुलिस ने दो लोगों को एक करोड़ रुपये बेहिसाब नकदी के साथ पकड़ा है। 13 अप्रैल को सिटी मार्केट क्षेत्र के पास यह कैश ऑटो से पकड़ा गया था।
चूंकि कर्नाटक में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू है, इसलिए राज्य में उचित दस्तावेजों के बिना बड़ी तादाद में नकदी ले जाने की अनुमति नहीं है। पिछले महीने भी आयकर विभाग की टीमों ने निजी रियल एस्टेट डेवलपर अंकिता बिल्डर्स के कार्यालय और इसके मालिक नारायण आचार्य के हुबली स्थित आवास पर छापेमारी की थी।
यह कदम आयकर विभाग द्वारा पूर्व कांग्रेस नेता गंगाधर गौड़ा के दो आवासीय परिसरों और दक्षिण कन्नड़ के बेलथांगडी में एक शैक्षणिक संस्थान पर छापे मारे जाने के एक दिन बाद उठाया गया। शिक्षा संस्थान गंगाधर गौड़ा के बेटे रंजन गौड़ा का है।
गौड़ा ने भाजपा छोड़ दी थी और 2018 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने हाल ही में कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए टिकट से इनकार कर दिया लेकिन बाद में राजनीति में अपनी वापसी की घोषणा की थी।
कर्नाटक में 10 मई को मतदान होगा और नतीजे 13 मई को आएंगे।
बीजेपी विधायक के घर से 8 करोड़ बरामद
कर्नाटक लोकायुक्त के अधिकारियों ने बेंगलुरु में मार्च में भाजपा विधायक मदल विरुपाक्षप्पा के बेटे प्रशांत मदल के कार्यालय और आवास से 8.12 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की थी। भाजपा विधायक छापे के बाद फरार हो गया था लेकिन अब उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। बीजेपी ने अब उसको टिकट नहीं दिया है। बीजेपी विधायक के बेटे प्रशांत को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। फिर जब उसके घर की तलाशी ली गई तो वहां से मिले 8.12 करोड़ रुपये कैश जब्त किया गया। कर्नाटक लोकायुक्त के इतिहास में किसी एक मामले में सबसे अधिक बरामदगी बताई गई। बीजेपी विधायक पहले कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड (केएसडीएल) के अध्यक्ष पर रहा है।