कंझावला मामला: ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार हो चुकी है निधि
बाहरी दिल्ली के कंझावला में हुए अंजलि की मौत की घटना के मामले में उसकी दोस्त निधि को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। निधि को दिसंबर, 2020 में आगरा में ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है और इस मामले में वह जमानत पर है। बता दें कि 1 जनवरी को तड़के जब अंजलि कार दुर्घटना का शिकार हुई थी तो निधि उसके साथ स्कूटी की पिछली सीट पर बैठी थी।
निधि को तेलंगाना से गांजा लाते वक्त आगरा रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार किया गया था और वह जेल में रही थी। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस मामले में दो अन्य लोगों समीर और रवि को भी गिरफ्तार किया गया था।
इधर, अंजलि की मौत के मामले में पुलिस लगातार निधि से पूछताछ कर रही है क्योंकि इस मामले में निधि ही एक चश्मदीद गवाह है और वही पुलिस को अहम सुबूत दे सकती है।
निधि ने कुछ दिन पहले मीडिया से बातचीत में कहा था कि घटना वाले दिन अंजलि नशे में थी और उसने जिद की कि वह स्कूटी चलाएगी। निधि ने कहा था कि कार से टक्कर होने के बाद वह इसके नीचे आ गई थी और कार उसे घसीटते हुए अपने साथ ले गई थी। निधि ने बताया था कि वह इस घटना से बुरी तरह डर गई थी और अपने घर आ गई थी, उसने किसी को इस बारे में जानकारी नहीं दी थी।
हादसे में कार से स्कूटी की टक्कर होने के बाद अभियुक्तों ने अंजलि को 10 से 12 किलोमीटर तक घसीटा था और इसमें उसकी जान चली गई थी। अजंलि की उम्र 20 साल थी।
अंकुश ने किया सरेंडर
उधर, इस मामले में पुलिस अब तक सभी 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि सातवें अभियुक्त अंकुश ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए अभियुक्त दीपक खन्ना, मनोज मित्तल, अमित खन्ना कृष्णा, मिथुन और आशुतोष हैं।
दीपक नहीं चला रहा था कार
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बताया था कि हादसे के वक्त कार अमित चला रहा था जबकि इस मामले के अभियुक्तों ने पुलिस को बताया था कि कार दीपक खन्ना चला रहा था। पुलिस के मुताबिक दीपक खन्ना के फोन की लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड से पता चला है कि घटना वाले दिन वह घर पर था।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि अभियुक्तों ने दीपक खन्ना से कहा था कि वह पुलिस को यह बताए कि वह हादसे के वक्त उनके साथ था और ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि कार में मौजूद किसी भी अभियुक्त के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था और दीपक के पास ड्राइविंग लाइसेंस था।
पुलिस के मुताबिक, दीपक को लगा कि यह एक सामान्य दुर्घटना है लेकिन पुलिस की पूछताछ में उसने इस बात को कुबूल कर लिया कि वह कार में नहीं था।
निधि और अंजलि की लड़ाई
इस मामले में निधि और अंजलि के साथ पार्टी में मौजूद रहे एक शख्स ने न्यूज़ चैनल आज तक को बताया कि हम लोग 31 दिसंबर की शाम को ओयो होटल में पार्टी कर रहे थे। इसी दौरान निधि और अंजलि की लड़ाई हुई, हमने उन लोगों को छुड़वाया लेकिन थोड़ी देर बाद निधि और अंजलि पार्टी छोड़कर वहां से चली गईं। अंजलि के दोस्त ने बताया कि उसे न्यूज़ चैनलों से पता चला कि उस रात को अंजलि की मौत हो गई। वह 2 साल से अंजलि को जानता था।
झूठ बोल रही है निधि
अंजलि की मां ने अपनी बेटी की मौत की घटना को एक सोची-समझी साजिश करार दिया है और कहा है कि अभियुक्तों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि निधि सब झूठ बोल रही है, अगर वह अंजलि की दोस्त होती तो उसने उसे घटना के बाद अकेले क्यों छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की मौत की साजिश में निधि भी शामिल हो सकती है और इसकी जांच होनी चाहिए।
अंजलि के परिजनों और स्थानीय लोगों ने गुरुवार को निधि के घर के बाहर प्रदर्शन किया और उसकी गिरफ्तारी की मांग की थी। अंजलि के मामा का कहना है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। लेकिन निधि की मां ने अपनी बेटी को निर्दोष बताया है।