हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में एक और शख़्स की गिरफ़्तारी हुई है। इसे एटीस की नागपुर यूनिट ने गिरफ़्तार किया है और इसका नाम सैयद आसिम अली बताया गया है। बताया जा रहा है कि सैयद आसिम अली से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं। पता चला है कि सैयद आसिम अली तिवारी की हत्या में शामिल बाक़ी अभियुक्तों के संपर्क में था। यह भी पता चला है कि कमलेश तिवारी की हत्या में अली की अहम भूमिका थी।
यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने अभी तक यह नहीं बताया है कि कमलेश की हत्या किस संगठन के इशारे पर की गयी है। पुलिस के रडार पर अब तक कई बड़े व छोटे संगठन आए हैं। पश्चिम उत्तर प्रदेश से तीन मौलानाओं सहित कुल 19 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
यूपी पुलिस ने कमलेश तिवारी हत्याकांड को अंजाम देने वाले हत्यारे मुइनुद्दीन और अशफाक पर ढाई-ढाई लाख रुपये का ईनाम घोषित किया है। दोनों हत्यारे फरार हैं और यूपी पुलिस की टीमें उनकी तलाश में पड़ोसी राज्यों व नेपाल तक भेजी गयी हैं। हत्यारे राजधानी के नाका क्षेत्र में जिस होटल खालसा इन में रुके थे, वहां के मालिक ने ख़ुद पुलिस को इसकी सूचना दी थी। हत्यारों के कमरे से खून लगे भगवा कुर्ते, हत्या में इस्तेमाल चाकू और अन्य साक्ष्य मिल गए हैं।
हत्यारों, साजिशकर्ताओं के 42 वीडियो मिले
गुजरात पुलिस की मुस्तैदी, तेज़ी और तकनीकी कौशल के चलते हत्या के साजिशकर्ताओं के अलग-अलग जगहों के 42 वीडियो अब तक पुलिस को मिल चुके हैं। इनमें से ज़्यादातर सार्वजनिक स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से हासिल किए गए हैं। लखनऊ में हत्यारों से संबंधित छह वीडियो पुलिस के हाथ लगे हैं जिनमें से दो में एक महिला भी दिखायी दे रही है। पुलिस ने इस महिला की भी पहचान कर ली है और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। होटल खालसा इन में हत्यारों की ओर से दर्ज कराए गए मोबाइल नंबर की छानबीन के बाद इस नंबर से कुल पाँच फ़ोन किए जाने के सुबूत मिले हैं जिनमें से तीन कॉल कमलेश तिवारी को की गयी हैं। हत्यारोपी अशफाक की ही कमलेश से बातचीत हुई है जबकि मुईनुद्दीन से एकबार बस कमलेश को नमस्कार करवाया गया था।
रोहित सोलंकी बनकर की थी दोस्ती
अशफाक ने कमलेश तिवारी से फ़ेसबुक पर रोहित सोलंकी बनकर दोस्ती की थी। रोहित सोलंकी के नाम से कमलेश से की गयी फ़ेसबुक चैट का रिकॉर्ड भी पुलिस के पास है। रोहित ने ही कमलेश से एक मुसलिम लड़की की हिन्दू युवक से शादी के लिए मदद मांगी थी जिस पर उसे तिवारी ने मिलने के लिए बुलाया था। पुलिस की इस बात की पुष्टि घटना के इकलौते चश्मदीद कमलेश के कार्यालय सहायक सौराष्ट्रजीत ने भी की है।