मध्य प्रदेश में कमलनाथ होंगे नए मुख्यमंत्री
कमलनाथ का मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनना अब लगभग तय है। समझा जाता है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ज़ल्द ही उनके नाम का एलान करेंगे। बुधवार शाम को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विधायक दल का नेता चुनने के लिए उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिस आम सहमति से स्वीकार कर लिया गया। सिंधिया राज्य के मुख्यमंत्री पद के दूसरे दावेदार माने जाते थे। अब कमलनाथ के नाम की घोषणा औपचारिकता भर रह गई है। इसकी संभावना है कि वे थोड़ी देर बाद रात नौ के आस पास कमलनाथ के नाम की घोषणा कर दी जाए। आज सुबह जब कांग्रेस के सात नेता राज्यपाल से मिलने गए और सरकार बनाने का दावा पेश किया तो आनंदी बेन पटेल ने कहा कि पहले वे अपने विधायक दल का नेता चुन लें, उसके बाद ही वे किसी दावे पर विचार करेंगी। कमलनाथ को मुख्यमंत्री ऐसे समय बनाया जा रहा है जब राज्य में पार्टी को अपने बूते पूर्ण बहुमत नहीं मिला। मायावती के समर्थन की ज़रूरत पड़ गई। लिहाज़ा, ऐसे समय कांग्रेस को ऐसे अनुभवी राजनेता की ज़रूरत है, जो कुशलतापूर्वक सरकार चला सके और सबको साथ लेकर चले। कमलनाथ के पास प्रशासन का लंबा अनुभव रहा है, वे केंद्र में मंत्री रह चुके हैं।लोकसभा चुनाव के ठीक पहले लिए जाने वाले इस फ़ैसले के पीछे यह सोच भी है कि आम चुनावों के समय सरकार की बागडोर एक अनुभवी हाथों में रहे जिसकी अफ़सरशाही पर पकड़ हो और चुनाव के पहले किसी मुद्दे पर सरकार की किरकिरी न हो।